चीन पूरे विश्व में अपनी मीडिया के जरिये एजेंडा फैलाने के लिए बदनाम हो चुका है। यहां तक कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी अपने यहां विदेशी पत्रकारों को बुलाकर उन्हें 10 महीनों का कोर्स भी कराती है ताकि ये पत्रकार बाद में कम्युनिस्ट पार्टी का गुणगान कर सकें। हालांकि, उसी चीन को अब भारत के पहले अंतर्राष्ट्रीय चैनल WION की रिपोर्टिंग से घबराहट होने लगी है और अब भारत में चीन के राजदूत ने इस चैनल के खिलाफ बयानबाजी की है और इसे चीन की ‘वन चाइना पॉलिसी’ के खिलाफ बताया है। जो चीन पूरे विश्व में मीडिया के जरिये एजेंडा फैलाने के लिए बदनाम हो, उसे इस तरह एक देश की मीडिया से भयभीत होते देख यह समझा जा सकता है कि चीन WION की रिपोर्टिंग से किस हद तक घबराया हुआ है।
WION कोरोना वायरस पर बेहद शानदार कवरेज कर रहा है और यह बात हम पहले भी कह चुके हैं। WION ना सिर्फ कोरोना वायरस को चीनी वायरस कहने से पीछे नहीं हट रहा है बल्कि, चीन द्वारा ताइवान के साथ किए जाने वाले बुरे बर्ताव को भी सबके सामने रख रहा है। चूंकि WION भारत के साथ-साथ दक्षिण पूर्व एशिया और पश्चिम एशिया में भी काफी देखा जाता है, ऐसे में यही एक वैश्विक चैनल बचा है जिससे चीनी सरकार अब पूरी तरह डर चुकी है।
दुनियाभर की वैश्विक मीडिया की ओर देखा जाये, फिर चाहे वह चीनी मीडिया हो या अमेरिकी मीडिया, सब को आज चीन द्वारा खरीद लिया गया है। यहाँ तक कि WHO जैसे संगठन भी आज चीन की भाषा बोलते ही दिखाई देते हैं। ऐसे में WION जो कर रहा है, उसने चीन को अंदर तक हिला कर रख दिया है।
WION की रिपोर्टिंग पर भारत में मौजूद चीनी राजदूत द्वारा बयान जारी किया गया “हम WION की कवरेज पर भारी असहमति और कड़ी आपत्ति दर्ज करते हैं, यह चीन की वन चाइना नीति के खिलाफ है”। ऐसा बयान चीनी राजदूत ने इसलिए दिया क्योंकि WION ने ताइवान को लेकर WHO और चीन के विश्वासघाती रुख को सामने रखा था। WHO में चीन की पकड़ काफी मजबूत है और ऐसे में वह कोरोना के खिलाफ लड़ाई में बार-बार ताइवान के प्रयासों को कम दबाने की कोशिश कर रहा है। चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है, यही कारण है कि चीन के प्रभाव वाला WHO भी उसे अहमियत नहीं देता है। इसपर जब WION ने रिपोर्टिंग की, तो चीन भड़क उठा।
वहीं WION पर रात 9 बजे प्रसारित होने वाले साप्ताहिक शो gravitas में कोरोनावायरस को वुहान वायरस कहकर बुलाया जाने लगा है, जिसने चीन के राजदूत को इतनी पीड़ा पहुंचाई है, कि उन्हें अब इस चैनल को धमकी देनी पड़ी है। आज पूरे विश्व की मीडिया चीनी सरकार के इशारे पर नाचती है। पिछले महीने जब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने कोरोना वायरस को चीनी वायरस कहा था, तो ये मीडिया उनके पीछे हाथ धोकर पड़ गयी थी और तब ट्रम्प पर नस्लभेदी होने के आरोप लगाए जाने लगे थे। huffington पोस्ट ने ट्रम्प के इस ट्वीट को हेटफुल बताते हुए उनके इस शब्द को xenophobic करार दिया था।
WION इन सारी बिकाऊ मीडिया की सूची से अलग हटकर खड़ा है, क्योंकि यह भारत का चैनल है। यह ना तो चीन को आँख दिखाने से पीछे हटता है और ना ही चीन की पोल खोलने से, यही कारण है कि चीन को अब इस चैनल से इतना डर लगने लगा है।