अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर सुर्खियों में है, परन्तु इस बार गलत कारणों से। ट्रम्प ने वुहान वायरस से निपटने के लिए एक बेहद ही अजीबोगरीब सुझाव दिया है। उनके अनुसार यदि व्यक्ति घरों में प्रयोग होने वाले disinfectants का सेवन करे, तो वो काफी हद तक वुहान वायरस के प्रकोप से बच सकता है। अब कोरोना महामारी से जूझ रहे अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान लोगों के गले की फांस बन गया है।
डोनाल्ड ट्रंप के अनुसार, “मैंने इस disinfectant को देखा है जो एक झटके में वायरस को समाप्त कर से। क्या उसे हैं किसी तरह मनुष्य के शरीर में इंजेक्ट कर सकते हैं? यह देखना बड़ा रोचक होगा”।
जब देश में सवा नौ लाख से ज़्यादा लोग महामारी से संक्रमित हों, और 50000 से ज़्यादा लोगों की मृत्यु हो चुकी हो, तो ऐसे समय मे इस तरह के बयान ना केवल बचकाने होते हैं, अपितु राष्ट्रध्यक्ष की प्रतिबद्धता पर भी प्रश्न उठाते हैं। अभी हाल ही में एक महीने पहले दक्षिण अफ्रीका में एक चर्च में अनुयाइयों को पादरी ने वुहान वायरस से मुक्ति के नाम पर डिटॉल का घोल पिलाया था, जिसके कारण कई लोगों की जान पर बन आई थी। ऐसे में अगर ट्रम्प के इस बयान के बाद अगर उनके फॉलोवर्स ने Dettol या अन्य disinfectant का इस्तेमाल कर लिया होता तो क्या होता?
अब डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान के कारण disinfectant बनाने वाली कम्पनियों को आगे आकर स्पष्टीकरण देना पड़ा है। लाइज़ोल और डिटॉल बनाने वाले कम्पनी रेकिट बेंकाइजर का कहना है कि ऐसे किसी अफवाह पर विश्वास ना करे, क्योंकि उनके उत्पाद शरीर के सेवन के लिए नहीं बने है।
ट्रम्प के इस बेतुके बयान का अमेरिका के डॉक्टरों ने भी विरोध किया है। अमेरिका के डॉक्टरों ने कहा कि ट्रम्प का ये सुझाव न केवल खतरनाक है बल्कि जानलेवा भी है। यहां तक कि अमेरिका के कई एक्सपर्ट्स और नेता ने भी इसकी आलोचना की।
जब ट्रंप चारों ओर से घिरने लगे, तो उन्होंने ट्विटर पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा, “मैंने आप जैसे पत्रकारों से मजाक में सिर्फ एक सवाल पूछा था, यह देखने के लिए की क्या होता है”।
डोनाल्ड ट्रंप शायद ये भूल रहे हैं कि वे सिर्फ एक उद्योगपति या एक राजनीतिज्ञ नहीं, अपितु अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश के राष्ट्रपति भी हैं। एक वैश्विक नेता होने के नाते डोनाल्ड ट्रंप को अपने विचारों को बेहतर तरीके से पेश करना चाहिए। उनके कई ऐसे अंधे भक्त भी हो सकते है, जो बिना सोचे समझे उनकी कही एक एक बात कि शाश्वत सत्य मान लेते हो। ऐसे में यदि उन्हें कुछ हो गया, तो ट्रंप क्या जवाब दे पाएंगे?
हालांकि, यह पहली बार नहीं है, जब डोनाल्ड ट्रंप ने ऐसे ऊटपटांग सुझाव दिए हों। यूं तो हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन पर उनका सुझाव निरर्थक नहीं था, पर कुछ लोगों ने डोनाल्ड ट्रंप के कहने पर इस दवाई का ओवरडोज ले लिया, जिसके कारण उनकी हालत बहुत गंभीर हो गयी थी।
ये वही डोनाल्ड ट्रंप है जिन्होंने प्रारंभ में कहा था कि अमेरिका को कोरोना से डरने की कोई ज़रूरत नहीं है और चीन से निकला यह वायरस अमेरिका तक कभी पहुंच ही नहीं पाएगा। आज जो कुछ अमेरिका में हो रहा है, वह शायद ट्रम्प ने भी कभी नहीं सोचा होगा। आज हालत इतने बेकाबू हो चुके हैं कि ट्रम्प चाहकर भी कुछ कर नहीं पा रहे हैं ।