जब से वुहान वायरस ने अमेरिका में अपने पांव पसारे हैं, तभी से अमेरिका चीन को कठघरे में लाने के लिए दिन रात एक किए जा रहा है। अब रिपब्लिकन पार्टी के सांसद टेड क्रूज़ ने यह निर्णय लिया है कि सदन के दोबारा खुलते हो वह चीन से सम्बंधित हर वो व्यक्ति, जिसने वुहान वायरस से संबंधित आवश्यक जानकारी छुपाई है, को कठघरे में खड़ा करेगा।
अपने ट्विटर अकाउंट के माध्यम से टेड क्रूज़ बताते हैं कि वे कैसे चीनी अफसरों और राजनयिकों को वुहान वायरस से संबंधित जानकारी छुपाने के अपराध में एंडिंग चाइनीज मेडिकल सेंसरशिप एंड कवर अप एक्ट 2020। के अन्तर्गत ऐसे चीनी अफसरों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने का प्रावधान रखेंगे।
When Congress returns, I will be introducing legislation to sanction the Chinese officials involved in the ongoing suppression of medical experts, journalists, & political dissidents who tried to warn the world about the #CoronavirusOutbreak. —> https://t.co/Aon7hINjTN
— Senator Ted Cruz (@SenTedCruz) April 14, 2020
इसके अलावा टेड क्रूज़ चीन पर आक्रामक होते हुए बोले, “जब चीन के वुहान में ये महामारी फैल रही थी, तो चीन ने हर उस व्यक्ति की आवाज़ दबाई जो इस महामारी की भयावहता को दुनिया के सामने उजागर करना चाहते थे। उन्होंने अपने निजी एजेंडा को जनकल्याण के ऊपर प्राथमिकता दी, जिसके कारण आज विश्व भर में त्राहिमाम मचा हुआ है।
यदि चीन ने ज़िम्मेदारी से काम किया होता, तो आज वुहान वायरस इतनी बड़ी महामारी नहीं बनता, और लाखों लोगों के जीवन और उनकी रोज़ी रोटी को बचाया जा सकता था। जैसा पिछले कुछ हफ्तों में देख सकते हैं, चीन सरकार का तानाशाही रवैया ना केवल चीन के लिए, अपितु अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा और उसकी अर्थव्यवस्था के लिए और भी बड़ा खतरा है। जब सदन में दोबारा बैठक होगी, तो इस विधेयक के जरिए मैं ऐसे चीनी अफसरों को आड़े हाथों लेना चाहता हूं”।
अब ये देखना होगा कि इस विधेयक का क्या परिणाम निकलता है। यदि ये सफल हुआ, तो चीन के कई आला अफसर नप सकते हैं। इस बारे में TFI पोस्ट ने काफी पहले बताया था कि कैसे यह महामारी अमेरिका को चीन के विरुद्ध निर्णायक कदम उठाने के लिए प्रेरित करेगा।
हमने ये लिखा था कि यदि हम इतिहास से परिचित है, तो यह निश्चित है कि USA चीन के विरुद्ध खुलेआम कार्रवाई करेगा, और फिर विश्व को एक बार फिर से अमेरिका और उसके सबसे बड़े दुश्मन में से एक को चुनना होगा।
इससे पहले अमेरिका के एक डिस्ट्रिक्ट में एक लॉ फ़र्म ने इस वायरस को फैलाने के लिए चीन के खिलाफ 20 ट्रिलियन US डॉलर का मुकदमा दर्ज़ किया है। White house के अधिकारियों के मुताबिक ये मुकदमा चीन के खिलाफ सभी अमेरिकावासियों को एकजुट कर देगा।
यह मुकदमा करने वाली फ़र्म बर्मन लॉ ग्रुप के मुताबिक कोरोना का मामला किसी राजनीतिक पार्टी का मामला नहीं है बल्कि, यह अमेरिका का मामला है और इसके खिलाफ लड़ाई में सबको एकजुट हो जाना चाहिए। इसी के साथ ही इस लॉ फ़र्म ने कोरोना को छुपाने के लिए भी चीन के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की थी। इसके अलावा मुकदमे में चीन पर यह आरोप भी लगाया गया है कि चीन ने इसे बायोलोजिकल युद्ध लड़ने के लिए विकसित किया होगा और इसका जन्म वुहान में स्थित चीन की लैब्स में हुआ होगा।यदि चीन को CAATSA एक्ट के अंतर्गत निशाने पर लिया, तो चीन का विनाश लगभग तय है। इससे ना केवल विश्व का उत्पादन जापान और भारत जैसे देशों में शिफ्ट होगा , अपितु चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के प्रिय प्रोजेक्ट OBOR का भी अस्तित्व समाप्त होगा।