TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    शशि थरूर का क्रिप्टिक पोस्ट

    कांग्रेस छोड़ रहे हैं शशि थरूर!: क्रिप्टिक X पोस्ट ने अटकलें को दी हवा

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    आपातकाल के 50 साल पूरे

    आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    सोनिया गांधी और इज़रायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू

    ईरान के समर्थन में लिखे गए सोनिया गांधी के लेख पर भड़का इज़रायल

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (FILE PHOTO)

    आपातकाल की त्रासदी: राजनाथ सिंह को मां के अंतिम संस्कार में नहीं होने दिया गया था शामिल

    आपातकाल के 50 साल पूरे

    आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिलजीत दोसांझ

    दिलजीत दोसांझ की फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री- मीका और बी प्राक ने उठाए सवाल

    संत प्रेमानंद जी महाराज

    दुर्घटनाओं की वजह से लोगों की हो रही अकाल मृत्यु से बचने के लिए प्रेमानंद महाराज ने बताए 5 उपाय

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    शशि थरूर का क्रिप्टिक पोस्ट

    कांग्रेस छोड़ रहे हैं शशि थरूर!: क्रिप्टिक X पोस्ट ने अटकलें को दी हवा

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    आपातकाल के 50 साल पूरे

    आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    सोनिया गांधी और इज़रायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू

    ईरान के समर्थन में लिखे गए सोनिया गांधी के लेख पर भड़का इज़रायल

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (FILE PHOTO)

    आपातकाल की त्रासदी: राजनाथ सिंह को मां के अंतिम संस्कार में नहीं होने दिया गया था शामिल

    आपातकाल के 50 साल पूरे

    आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिलजीत दोसांझ

    दिलजीत दोसांझ की फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री- मीका और बी प्राक ने उठाए सवाल

    संत प्रेमानंद जी महाराज

    दुर्घटनाओं की वजह से लोगों की हो रही अकाल मृत्यु से बचने के लिए प्रेमानंद महाराज ने बताए 5 उपाय

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

ब्यूरोक्रेटिक भाषा- ये कैसी भाषा है जिसे आम जनता समझ ही नहीं पाती, क्या इसे सरल नहीं बना सकते?

अंग्रेजी के भारी-भरकम शब्दों के प्रयोग के कारण बार-बार आर्डरों को बदलना पड़ता है

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
5 May 2020
in मत
नौकरशाही, ब्यूरोक्रेसी, भाषा,
Share on FacebookShare on X

जब से कोरोना वायरस पूरे देश में फैला है तब से सरकार ने हजारो ऑर्डर पास किए हैं जो जनता से सीधे तौर पर जुड़ी हुई थीं। गृह मंत्रालय ने भी कई ऑर्डर पास किए जो लॉकडाउन के बारे में थे। परंतु इन ऑर्डर के बीच हमे यह भी देखने को मिला कि सरकार को कई बार अपने ही ऑर्डर का स्पष्टीकरण देना पड़ा। आखिर ऐसा क्या है जो एक बार में ऑर्डर किसी को समझ में नहीं आया या उससे दुविधा बढ़ी। इसका कारण कुछ और नहीं बल्कि नौकरशाही की भाषा है। यह भाषा इतनी कठिन होती है कि अगर व्यक्ति को ब्यूरोक्रेसी के ऑर्डरों और शब्दावलियों का ज्ञान न हो तो वह कभी भी किसी ऑर्डर या अध्यादेश को समझ ही नहीं सकेगा।

भारत बहुत सारी भाषाओं का देश है, लेकिन सरकारी कामकाज में प्रयोग की जाने वाली दो भाषायें हैं, हिन्दी और अंग्रेज़ी। इसमें से भी सभी पदों पर पर बैठे बाबू या अफसर अंग्रेजी का ही प्रयोग करते हैं। यह कोई सामान्य अंग्रेजी भी नहीं होती जो आसानी से किसी को समझ आ जाये। यह भाषा ब्यूरोक्रेसी को पूरी तरह से न्यायिक व्यवस्था की तरह ही बना देती है जो सिर्फ न्याय व्यवस्था से जुड़े हुये लोगों के लिए आसान होती है।

संबंधितपोस्ट

शीर्ष देश अपनी मातृभाषा में ही कर रहे सारा काम, समझिए शिक्षा और अनुसंधान में क्यों ज़रूरी है अपनी भाषा

दिल्ली पुलिस ने खोला “उर्दूकरण” के विरुद्ध मोर्चा

योगी आदित्यनाथ ने यूपी सरकार में “उपहार परंपरा” पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है

और लोड करें

लॉकडाउन के दौरान कई बार यह समस्या पैदा हुई कि सरकार ने पहले ऑर्डर पास कर दिया लेकिन दोबारा उसका स्पष्टीकरण जारी करना पड़ा और फिर स्पष्टीकरण का भी स्पष्टीकरण देना पड़ा। जब 24 अप्रैल को दुकानों के खुलने का ऑर्डर दिया गया तो फिर से गृह मंत्रालय को स्पष्टीकरण देना पड़ा कि सिर्फ एकल दुकान ही खुले मॉल या कॉम्प्लेक्स नहीं।

इसी तरह जब दो दिन पहले एक राज्य से दूसरे राज्य जाने वाले प्रवासियों के वापस अपने राज्य जाने का निर्णय दिया गया तब भी कई समस्याएं खड़ी हो गईं। ऑर्डर में distressed persons लिखा गया था लेकिन उसकी परिभाषा नहीं दी गयी थी। गृह मंत्रालय को फिर से स्पष्टीकरण देना पड़ा।

ऐसा भी समय आया जब प्रवासी या माइग्रेंट जैसे एक शब्द के स्पष्टीकरण के लिए एक अलग सर्कुलर जारी करना पड़ा।

यह पहली बार नहीं हो रहा है जब इस तरह की भाषा से समस्या खड़ी हुई हो। यह आजादी के बाद से ही चला आ रहा है। अंग्रेजी भारत की भाषा नहीं है लेकिन फिर भी से सरकारी काम काज के लिए चुना गया और वही आज तक चलता आ रहा है। भारत में यह भाषा ब्यूरोक्रेसी की वर्चस्वता को दिखती है की किस तरह से बाबुओं ने पूरे सिस्टम पर अपना कब्जा कर रखा है। यहाँ यह समझने वाली बात है कि सरकार जनता के लिए होती है और अगर सरकार द्वारा जारी ऑर्डर जनता को ही नहीं समझ आयेगा तो उसका क्या फायदा?

सोशल मीडिया पर भी अफसरों के इस तरह की भाषा पर गुस्सा देखने को मिल रहे हैं।

Practical question, how do the Police/local authorities know/determine that I am one of the 33% in my office while traveling to work in my own car? This is in Delhi and Mumbai (red zone). Did I miss a clarification or process that has been announced?

— Sanjay Dutt (@thesanjaydutt) May 1, 2020

Okay this is the KAUN BANEGA CLEARPATI CHALLENGE! I tweeted yesterday and this morning, that people in the MHA have no goddamn idea of how to communicate! And that too signed by India’s Home Secretary. If anyone understands this, please let the nation know! 😝 Para 2 is a gem! pic.twitter.com/NkJkFBiNcu

— SUHEL SETH (@Suhelseth) May 3, 2020

https://twitter.com/MajorUpadhyay/status/1257187014367047682?s=20

महत्वपूर्ण पदों पर बैठे बाबू या अफसर नहीं चाहते हैं कि उनकी वर्चस्वता कम या जनता सरकार के अधिक करीब हो जाए। सरकार और जनता के बीच ये बाबू ही बैठे हैं जो एक मिडिएटर ही भूमिका में होते हैं। सरकार के निर्देशों का पालन करना और करवाना दोनों इनका काम है लेकिन यह ऐसी भाषा का प्रयोग करते हैं जिससे जनता सरकार से दूर ही रहे। नियम, पदानुक्रम और प्रक्रियाओं के सख्त पालन की नौकरशाही संस्कृति को बढ़ावा देने वाले मानदंड की कीमत अक्सर जनता को चुकानी पड़ती है। कोरोना वायरस से संबन्धित अधिकतर आदेश लंबे रहे हैं और उन्हे ऐसी भाषा में लिखा गया है जो एक साधारण व्यक्ति के लिए समझना मुश्किल हैं। जनता से संवाद करने के लिए आसान भाषा पर ध्यान नहीं दिया गया तो उसके परिणाम घातक भी हो सकते हैं।

अगर सरकार को जनता से दूरी कम करनी है तो सबसे पहले इतनी कठिन भाषा के प्रयोग पर रोक लगानी होगी और एक आसान भाषा का प्रयोग करना होगा। साथ ही हिन्दी के प्रयोग को बढ़ावा देना होगा। अधिकारियों को भी यह समझना चाहिए कि देश की जनता IAS की परीक्षा पास कर के नहीं बैठी है और उन्हें समझने के लिए एक आसान भाषा की आवश्यकता होती है।

Tags: नौकरशाहीब्यूरोक्रेसीभाषा
शेयर34ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

भयंकर अफरातफरी, लॉकडाउन का उल्लंघन- आखिर क्यों जरुरी है देश में शराब की Online Delivery

अगली पोस्ट

तमिलनाडु में कोरोनावायरस का भयंकर विस्फोट, पूरे राज्य में हॉटस्पॉट तेजी से बढ़ रहे हैं

संबंधित पोस्ट

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति
इतिहास

25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

25 June 2025

25 जून एक ऐसी तिथि है जिसे देश शायद ही कभी भूल पाये। 25 जून 1975 की मध्य रात्रि इंदिरा गाँधी ने देश को आपातकाल...

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’
भारत

आधुनिक भारत को जोड़ने वाले ‘योग पुरुष’ हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक ‘डॉ हेडगेवार’

22 June 2025

इस 21 जून को सम्पूर्ण विश्व ने ‘योग दिवस’ मनाया । योग दिवस ‘वसुंधरा परिवार हमारा’ इस ध्येय वाक्य को चरितार्थ करता है । सरल...

Baba Bageshwar Dham Dhirendra Shastri
मत

धीरेंद्र शास्त्री ने पहनी 65 हजार की जैकेट, हजारों का चश्मा; कहां गई सनातन की त्याग वाली सीख?

18 June 2025

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को आमतौर पर बाबा बागेश्वर के नाम से जाना जाता है।...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Right time for release? Sardar ji 3 drops amid tragedy

Right time for release? Sardar ji 3 drops amid tragedy

00:05:33

India' s oil and ethanol market at risk? Rural industries dear US flood

00:04:14

Amarnath yatra 2025 explained: history, logistics and security

00:06:47

when the God leaves the temple to be with his devotees.

00:05:31

R.P. Singh Exposes AAP: Following Indira's Model of Separatist Appeasement?

00:11:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited