वुहान वायरस पर जहां दुनिया चीन के विरुद्ध लामबंद हुई है, तो वहीं ऑनलाइन मीडिया पर भी एक घमासान युद्ध छिड़ा हुआ है। परन्तु यहां निशाने पर चीन नहीं, अपितु उसी के देश में उत्पन्न एक वाहियात एप टिक टॉक है, जिसके कंटेंट के कारण अब भारत में एक अलग वाक्युद्ध छिड़ा गया है।
दरअसल, यह सारा घटनाक्रम शुरू हुआ एक यूट्यूब एल्विस यादव के वीडियो से, जिसने टिक टॉक पर वाहियात कंटेंट पोस्ट करने वालों के विरुद्ध एक व्यंग्यात्मक वीडियो पोस्ट किया। उसमें जनाब ने रिवॉल्वर रानी और आमिर सिद्दीकी नामक यूज़र के कंटेंट पर ध्यान केंद्रित करते हुए उसके वाहियात कंटेंट की काफी आलोचना की।
फिर क्या था, निशाने पर आए आमिर सिद्दीकी कुछ ज़्यादा ही पिनक गए और जनाब ने इंस्टाग्राम के वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस आईजीटीवी पर एक वीडियो डालते हुए अपना दुखड़ा रोना शुरू कर दिया। जनाब ने हर बड़े यूट्यूबर को टैग करते हुए बताया कि कैसे यूटयूब किसी योग्य नहीं है, और इस प्लेटफॉर्म के उपभोक्ता tiktok से कंटेंट चुराकर उन्हीं की बुराई करते हैं।
इसी को कहते हैं, उल्टा चोर कोतवाल को डांटे। आमिर मियां को यह गलती काफी भारी पड़ी और यूटयूब कम्यूनिटी ने भर भर के इन्हें रोस्ट किया। क्या आशीष चंचलानी, क्या लक्षय चौधरी, क्या हर्ष बेनीवाल, सभी ने इस व्यक्ति की खिंचाई की। स्वभाव अनुरूप आमिर ने आलोचना से बचने के लिए अपने धर्म को बीच में ला दिया, और टिक टॉक के कुख्यात ग्रुप टीम 07 के जरिए सांप्रदायिक वैमनस्य को बढ़ावा देने लगा। पर इस बारे में बाद में।
वैसे इस सब लड़ाई में कैरीमिनाटी का क्या कनेक्शन है? ये कौन है? दरअसल, ये फरीदाबाद का एक लड़का अजय नागर है, जो कैरीमिनाटी के नाम से YouTube (यूट्यूब) पर एक रोस्टिंग कम गेमिंग चैनल चलाता है। ये अपने चुटीले व्यंग्य के लिए बहुत प्रसिद्ध है, और केवल 20 वर्ष की आयु में इसने अपने चैनल के जरिए सवा करोड़ से अधिक सब्सक्राइबर्स का प्रेम और समर्थन प्राप्त किया है।
अब जनता की भारी मांग पर कैरीमिनाटी ने इस विषय पर अपने विचार रखे, जहां उसने ना केवल आमिर सिद्दीकी के कुतर्क को एक्सपोज़ किया, अपितु टिक टॉक पर ऊल जलूल कंटेंट डालने वाले यूज़र, विशेषकर टीम 07 की धुलाई भी की।
इतना ही नहीं, कैरीमिनाटी ने टीम 07 के एक सदस्य फैसल शेख उर्फ फैसु की पोल खोलते हुए बताया कि कैसे इस व्यक्ति ने उसे धमकी देने का प्रयास भी किया था। हालांकि, कैरीमिनाटी ने उसकी धमकी के प्रत्युत्तर में वीडियो में सरेआम बोला, “भाई तू टिक टॉक से है, अंडरवर्ल्ड से नहीं, जो तेरी धमकी से मैं डरूंगा!”
पर एक मिनट, यह फ़ैसु नाम कुछ जाना पहचाना सा नहीं है? बिल्कुल है, क्योंकि यह वही व्यक्ति है, जिसने झारखंड में एक बाइक चोर के पीट पीट कर मारे जाने के उपलक्ष्य में अपनी टीम 07 के साथ एक बेहद भड़काऊ वीडियो भी बनाई थी।
अब कैरीमिनाटी की इस रोस्ट वीडियो ने ना केवल जनता से अपार प्रेम अर्जित किया, अपितु कुछ ही दिनों में इसने 7 करोड़ से अधिक व्यूज़ भी प्राप्त कर लिए। यह नॉन म्यूज़िक वीडियो के लिहाज से भारत में सबसे लोकप्रिय वीडियो में से एक होने जा रहा था। पर कुछ लोगों की जलन शायद मिटी नहीं थी। इसीलिए बिना किसी ठोस कारण के यूट्यूब इंडिया से ना केवल कैरीमिनाटी, बल्कि लक्षय चौधरी और एल्विश यादव के वीडियो तक डिलीट करवा दी।
इससे यूट्यूब कम्यूनिटी सहित पूरा भारतीय सोशल मीडिया आक्रोश से उबल पड़ा है। उन्होंने #ShameOnYouTube, #Carryminati और #justiceforCarryminati ट्रेंड कराते हुए वीडियो को बहाल करने की मांग कर रहे हैं। Carryminati के समर्थन में यूट्यूबर और अभिनेता हर्ष बेनीवाल ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट डालते हुए कहा।
“पहले चोरी ऊपर से सीना जोरी। खुशी में साथ थे, मुश्किलों में भी रहेंगे। आएंगे और रुलाएंगे।”
स्वयं राजनेता तक इस विषय पर अपना पक्ष रखने लगे, और अभिषेक मनु सिंघवी ने तो यूटयूब इंडिया के इस कदम की निंदा तक कर डाली –
YouTube deleting #carryminati is plain and simple discrimination. TikTokers made their point, so did YouTubers. Third party platforms should give extra leverage to free speech & only block/delete videos in violation of law.
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) May 15, 2020
पर सच कहें तो इस पूरे प्रकरण ने एक बात स्पष्ट कर दी है, टिक टॉक चाहे जितना ज़्यादा वाहियात विडियोज़ का अड्डा हो, अपने चीनी कनेक्शन के कारण उसे कुछ ज़्यादा ही सपोर्ट मिल रहा है। इसकी आड़ में ये प्लेटफॉर्म आतंकवाद समर्थक वीडियो, और यहां तक कि चाइल्ड पोर्न वीडियो तक का अड्डा बन गया, जिसके कारण मद्रास हाई कोर्ट ने कुछ समय के लिए टिक टॉक को भारत भर में प्रतिबंधित कर दिया था। कैरीमिनाटी ने जाने अनजाने एक बार फिर टिक टॉक के इस कुत्सित मानसिकता को उजागर किया है, जिसपर सरकार से लेकर नागरिकों तक को ध्यान देने की आवश्यकता है।