क्रिकेट जगत में 70 के दशक में अपनी गेंदबाजी से दहशत फैलाने वाले माइकल होल्डिंग ने अब एक भ्रष्टाचार के खुलासे से तहलका मचा दिया है। एक ऑडिट रिपोर्ट के हवाले से उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान वेस्ट इंडीज बोर्ड के कई भ्रष्टाचारों की पोल खोली और साथ में यह भी सनसनीखेज आरोप लगाया कि वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) द्वारा वेस्ट इंडीज के पूर्व खिलाड़ियों के लाभ के लिए दिये गए USD 500,000 के दुरुपयोग किया है।
दरअसल, Whispering Death के नाम से जाने जाने वाले माइकल होल्डिंग अब एक whistle-blower बन चुके हैं। यूट्यूब पर एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड द्वारा कई वित्तीय निर्णयों पर सवाल उठाए और आरोप लगाए। Pannell Kerr Foster (PKF) की एक ‘गोपनीय’ ऑडिट रिपोर्ट के हवाले से उन्होंने बताया,“पूर्व राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री तक वेस्टइंडीज क्रिकेट की फोरेंसिक ऑडिट की मांग उठा रहे थे। मौजूदा प्रशासन ने फोरेंसिक ऑडिट नहीं किया था, लेकिन उन्होंने ऑडिट किया था। इस ऑडिट की रिपोर्ट उनके पास जनवरी में ही आ गयी थी, लेकिन उन्होंने इसे कभी रिलीज नहीं किया। 60-पन्ने की ऑडिट रिपोर्ट बिल्कुल अच्छी नहीं है।“
उन्होंने खुलासा करते हुए बताया कि “8 अगस्त, 2018 को, वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड को डोमिनिका क्रिकेट एसोसिएशन की ओर से 1,34,0200 डॉलर किसी अन्य पक्ष (जाहिर तौर पर स्विट्जरलैंड के माध्यम से एक सट्टेबाजी कंपनी) से प्राप्त हुए, जो एक ऑफ-कॉरपोरेशन प्रतीत होता है। इस पैसे का भुगतान DCA को तीन किश्तों में – 16 नवंबर, 2018 को 104,100 अमरीकी डालर, 2 अगस्त 2019 को 15,700 अमरीकी डालर और 21 सितंबर, 2019 को 14,400 अमरीकी डालर में किया गया था।”
उन्होंने कहा, “यदि आपके पास सार्वजनिक शेयरधारक हैं तो आप एक निजी कंपनी होने का दावा नहीं कर सकते। CWI के शेयर-धारक छह क्षेत्रीय बोर्ड (बारबाडोस, गुयाना, जमैका, त्रिनिदाद और टोबैगो, लेवर्ड द्वीप और विंडवर्ड द्वीप समूह) हैं।” उन्होंने वेस्टइंडीज क्रिकेट द्वारा कई स्रोतों से प्राप्त धन पर भी सवाल उठाए और कहा कि आखिर बोर्ड ने इन्हें सार्वजनिक क्यों नहीं किया।
अंत में उन्होंने वेस्टइंडीज बोर्ड द्वारा BCCI के फंड पर भी घोटाले करने का आरोप लगाया। होल्डिंग ने इंटरव्यू कहा, “वर्ष 2014 में, BCCI ने पुराने खिलाड़ियों की मदद करने के लिए WICB को विशेष रूप से आधा मिलियन डॉलर का दान दिया। यह बीसीसीआई द्वारा एक दान था।“ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं वेस्टइंडीज का पूर्व खिलाड़ी हूं। ऐसा नहीं है कि मैं इसमें से कुछ भी चाहता हूं, लेकिन मुझे इन फंड से कुछ भी नहीं मिला है।” उन्होंने कहा, “मैं बहुत से ऐसे अतीत के खिलाड़ियों को जानता हूं जिन्होंने आधे मिलियन डॉलर में से एक प्रतिशत भी नहीं सुना है। मुझे पूरा यकीन है कि अगर उन्होंने ऐसा किया होता तो वे इसके बारे में एक बड़ा मामला बना लेते। वह आधा मिलियन डॉलर कहां है?” उन्होंने अगले इंटरव्यू में और भी बड़े खुलासे करने का संकेत देते हुये कहा कि आगले शो में और भी खुलासे करूंगा।
अपने इस इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि, “मैं क्रिकेट बोर्ड पर मनी laundering का आरोप नहीं लगा रहा हूँ लेकिन लेन-देन का कोई ओर छोर नहीं था।“
किसी क्रिकेट बोर्ड पर उसके ही एक पूर्व खिलाड़ी द्वारा इस तरह के आरोप लगाना दिखाता है कि कहीं न कहीं कुछ तो गड़बड़ है।
बता दें कि माइकल होल्डिंग किंग्सटन, जमैका से वेस्टइंडीज़ क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी हैं। वह 1970-80 के दशक के उस वेस्टइंडीज टीम के हिस्सा थे जिसने लगातार 2 बार विश्व कप जीता और विश्व क्रिकेट पर राज किया। माइकल होल्डिंग ने अपने चार साथी तेज़ गेंदबाजों जोएल गार्नर, एंडी रॉबर्ट्स, कॉलिन क्रॉफ्ट और दिवंगत मैलकम मार्शल के साथ मिल कर दुनिया भर के बल्लेबाजों में जो भय पैदा किया था, आज भी उसके कसीदे पढ़े जाते हैं। इन्हें Whispering Death के नाम से भी जाना जाता है।