TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मध्य प्रदेश के खरगोन में एआईएमआईएम की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी

    आखिर ऐसा क्या हुआ कि मध्य प्रदेश में AIMIM की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी

    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ हथियार

    पंजाब में AAP का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ बन सकता है हथियार

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    कर्नाटक सरकार का रोहित वेमुला बिल खड़े कर रहा कई बड़े सवाल, दो और राज्यों में लागू करने की तैयारी]

    कर्नाटक सरकार का रोहित वेमुला बिल खड़े कर रहा कई बड़े सवाल, दो और राज्यों में लागू करने की तैयारी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल (Photo: U.S. Marine Corps)

    अमेरिकी एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल को भारत में बनाने की तैयारी, दुश्मन देश के टैंकों के लिए है काल

    पहलगाम हमला: भागते समय आतंकवादियों ने की हवाई फायरिंग, जानिए ISI ने क्यों किया ऐसा

    पहलगाम हमला: भागते समय आतंकवादियों ने की थी हवाई फायरिंग, जानिए ISI के नए मॉडयूल के बारे में

    पाकिस्तान और चीन के लिए काल बनेगा भारत का प्रोजेक्ट 'विष्णु', तीन देशों के पास ही ऐसी तकनीक

    पाकिस्तान और चीन के लिए काल बनेगा भारत का प्रोजेक्ट ‘विष्णु’, तीन देशों के पास ही ऐसी तकनीक

    'ऑपरेशन सिंदूर' में ब्रह्मोस मिसाइल की शानदार सफलता के बाद, 14 से 15 देशों ने इसे खरीदने में रुचि दिखाई है

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में चमकी ब्रह्मोस मिसाइल: 15 देशों ने खरीदने में दिखाई दिलचस्पी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ‘जिहाद की तैयारी’: बांग्लादेश तक पहुंचा पाकिस्तान तालिबान; भारत को घेरने की रच रहा साज़िश?

    ‘जिहाद की तैयारी’: बांग्लादेश तक पहुंचा पाकिस्तान तालिबान; भारत को घेरने की रच रहा साज़िश?

    बौद्ध भिक्षुओं का प्रतीकात्मक चित्र (Photo - Canva)

    प्रेम, शारीरिक संबंध और ब्लैकमेल: थाईलैंड में महिला ने ‘ब्रह्मचारी’ बौद्ध भिक्षुओं से ऐंठे ₹100 करोड़

    इमैनुएल मैक्रों और उनकी पत्नी ब्रिजिट मैक्रों (चित्र: सोशल मीडिया)

    फ्रांस की सबसे बड़ी अदालत में पहुंचा मैक्रों की पत्नी के ‘पुरुष’ होने से जुड़ा मामला

    शुक्ला जी की जगह दलित को भेजने की बारी थी, यह क्या बोल गए कांग्रेस नेता उदित राज

    शुभांशु शुक्ला की जगह किसी दलित या OBC को स्पेस में भेजा जाना चाहिए था: कांग्रेस नेता की मांग

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    मध्य प्रदेश के खरगोन में एआईएमआईएम की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी

    आखिर ऐसा क्या हुआ कि मध्य प्रदेश में AIMIM की एकमात्र हिंदू पार्षद ने छोड़ दी पार्टी

    पंजाब में आप का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ हथियार

    पंजाब में AAP का खतरनाक बेअदबी विधेयक: अल्पसंख्यकों के खिलाफ बन सकता है हथियार

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    बिहार के बाद अब बंगाल और दिल्ली में मतदाता सूची संशोधन की तैयारी

    कर्नाटक सरकार का रोहित वेमुला बिल खड़े कर रहा कई बड़े सवाल, दो और राज्यों में लागू करने की तैयारी]

    कर्नाटक सरकार का रोहित वेमुला बिल खड़े कर रहा कई बड़े सवाल, दो और राज्यों में लागू करने की तैयारी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    हरित ऊर्जा में भारत की बड़ी छलांग: कुल उत्पादन क्षमता का 50% अब जीवाश्म-रहित स्रोतों से।

    विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ

    बदलते भारत में युवाओं के लिए क्या हैं मौके? जानें विदेशी निवेश एक्सपर्ट मनु सेठ की राय

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल (Photo: U.S. Marine Corps)

    अमेरिकी एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल को भारत में बनाने की तैयारी, दुश्मन देश के टैंकों के लिए है काल

    पहलगाम हमला: भागते समय आतंकवादियों ने की हवाई फायरिंग, जानिए ISI ने क्यों किया ऐसा

    पहलगाम हमला: भागते समय आतंकवादियों ने की थी हवाई फायरिंग, जानिए ISI के नए मॉडयूल के बारे में

    पाकिस्तान और चीन के लिए काल बनेगा भारत का प्रोजेक्ट 'विष्णु', तीन देशों के पास ही ऐसी तकनीक

    पाकिस्तान और चीन के लिए काल बनेगा भारत का प्रोजेक्ट ‘विष्णु’, तीन देशों के पास ही ऐसी तकनीक

    'ऑपरेशन सिंदूर' में ब्रह्मोस मिसाइल की शानदार सफलता के बाद, 14 से 15 देशों ने इसे खरीदने में रुचि दिखाई है

    ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में चमकी ब्रह्मोस मिसाइल: 15 देशों ने खरीदने में दिखाई दिलचस्पी

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    ‘जिहाद की तैयारी’: बांग्लादेश तक पहुंचा पाकिस्तान तालिबान; भारत को घेरने की रच रहा साज़िश?

    ‘जिहाद की तैयारी’: बांग्लादेश तक पहुंचा पाकिस्तान तालिबान; भारत को घेरने की रच रहा साज़िश?

    बौद्ध भिक्षुओं का प्रतीकात्मक चित्र (Photo - Canva)

    प्रेम, शारीरिक संबंध और ब्लैकमेल: थाईलैंड में महिला ने ‘ब्रह्मचारी’ बौद्ध भिक्षुओं से ऐंठे ₹100 करोड़

    इमैनुएल मैक्रों और उनकी पत्नी ब्रिजिट मैक्रों (चित्र: सोशल मीडिया)

    फ्रांस की सबसे बड़ी अदालत में पहुंचा मैक्रों की पत्नी के ‘पुरुष’ होने से जुड़ा मामला

    शुक्ला जी की जगह दलित को भेजने की बारी थी, यह क्या बोल गए कांग्रेस नेता उदित राज

    शुभांशु शुक्ला की जगह किसी दलित या OBC को स्पेस में भेजा जाना चाहिए था: कांग्रेस नेता की मांग

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया

    वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

    हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौसेना, नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में हमारा आधिपत्य

    नया नहीं है समुद्री क्षेत्र में भारत का आधिपत्य, हजारों साल पहले भी हमारे पास थी अपनी नौ सेना

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    मशहूर शिक्षक खान सर (FILE PHOTO)

    खान सर पर भड़के जम्मू-कश्मीर के महाराजा हरि सिंह के वंशज, ‘अयोग्य’ और ‘धोखेबाज’ बताकर सुनाई खरी-खरी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    संसद का मॉनसून सत्र 2025: 21 जुलाई से शुरू, ये 8 अहम बिल होंगे पेश

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    केरल में फिर लौटा निपाह का खौफ: दूसरी मौत के बाद छह जिलों में हाई अलर्ट

    'स्ट्रैटस' कोविड-19 वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    ‘स्ट्रैटस’ कोविड-19 का वैरिएंट: XFG स्ट्रेन के ये हैं अनोखे लक्षण और संकेत

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    स्वस्थ रहने के लिए योग सीखना चाहते हैं तो आपके लिए हैं भारत के ये पांच स्थान

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

अमेरिका, इज़राइल और ताइवान- सरकार और जनता की सोच एक, ऐसा 60-70 सालों में पहली बार हुआ है

भारत ने चीन जैसे मतलबी दोस्तों को आइना दिखाना शुरू कर दिया है

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
25 May 2020
in मत
अमेरिका, इज़राइल और ताइवान- सरकार और जनता की सोच एक, ऐसा 60-70 सालों में पहली बार हुआ है
Share on FacebookShare on X

जब से कोरोना शुरू हुआ है तब से यह कहा जा रहा है कि इससे विश्व का world order  बदल जाएगा और जियोपॉलिटिक्स में भारी बदलाव आएगा। परंतु भारत में यह बदलाव इस महामारी के पहले ही शुरू हो चुका था और कोरोना उसी बदलाव को और अधिक मजबूत कर रहा है। यह पहली बार हो रहा है कि देश की जनता का नजरिया केंद्र सरकार की विदेश नीति से मेल खा रही है। अमेरिका के साथ संबंध हो या इज़राइल के साथ विदेश नीति या फिर ताइवान को ही मान्यता देने का विचार क्यों न हो, इन सभी मुद्दों पर पूरे देश में एक ही माहौल बना हुआ है और सरकार भी उसी नीति पर चल रही है। अगर इसे भारत की विदेश नीति में सुधार की प्रक्रिया और जियोपॉलिटिक्स में गतिशीलता कहें तो यह गलत नहीं होगा।

शुरुआत अमेरिका के साथ भारत के रिश्तों की करते हैं। भारत जब स्वतंत्र हुआ था तब विश्व लगभग दो धड़ों में बंटा हुआ था। एक का नेतृत्व अमेरिका कर रहा था तो दूसरे का सोवियत यूनियन। सोवियत यूनियन के साथ भारत का कुछ भी मेल नहीं खाता था वहीं अमेरिका से लोकतंत्र के साथ-साथ कई चीजें मेल खाती थीं। जनता के साथ-साथ तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल भी अमेरिका के साथ संबद्धों के हिमायती थे। परंतु ,तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने सोवियत संघ से रिश्तों को बढ़ाना शुरू किया। जवाहर लाल नेहरू को सोवियत संघ और उसके समाजवाद से इतना प्रेम क्यों था यह आज भी रहस्य है। इसका नतीजा यह हुआ कि अमेरिका पाकिस्तान के नजदीक होता चला गया और भारत के साथ उसका रिश्ता ठंडे बस्ते में चला गया था। पर पीछे कुछ वर्षों से यह रिश्ता दोबारा एक साझेदार में बदल चुका है।

संबंधितपोस्ट

अमेरिकी एंटी टैंक जेवलिन मिसाइल को भारत में बनाने की तैयारी, दुश्मन देश के टैंकों के लिए है काल

भारत में अमेरिका से इतनी महंगी मिलेगी टेस्ला की कार, जानें हर जरूरी बात

पाकिस्तान और चीन के लिए काल बनेगा भारत का प्रोजेक्ट ‘विष्णु’, तीन देशों के पास ही ऐसी तकनीक

और लोड करें

वहीं जब इज़राइल की बात आती है तो कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए ऐसी विदेश नीति का पालन किया जिसे स्ट्रेटजिक ब्लंडर कहें तो गलत नहीं होगा। और अगर इज़राइल का साथ न देने की भूल पर गौर करे तो यह भारत में एक खास वर्ग को खुश करने के लिए किया जा रहा था। यानि तुष्टीकरण की घरेलू राजनीति के लिए कांग्रेस की सरकार अपने विदेश नीति तक की बलि चढ़ा रही थी। संयुक्त राष्ट्र में इजराइल का साथ न देकर और फिलिस्तीन के पक्ष में वोट देकर भारत या यूं कहे कांग्रेस की सरकार ने भारत को इतने वर्षों तक एक बेहद अहम साझेदार से दूर रखा था। हालांकि, भारत के लोगों को इजराइल के साथ संबद्ध बढ़ाने में कोई आपत्ति नजर नहीं आती थी। लोगों को इस्लामिक कट्टरपंथ से होने वाले नुकसान का पता था और भारत के लोगों ने इसे झेला भी था, चाहे वो मोपला का दंगा हो या 1947 में बँटवारे का दर्द हो और फिर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद। इजराइल भी उसी तरह के कट्टरपंथ का सामना कर रहा था इस वजह से सहानुभूति होना सामान्य है। स्वतंत्रता के बाद से ही दोनों देश के प्रमुख रणनीतिक साझेदार हो सकते थे।

वहीं बात करे ताइवान की तो जवाहर लाल नेहरू ने स्वतंत्रता  के बाद से ही हिन्दी चीनी भाई-भाई पर ज़ोर दिया। गृह मंत्री सरदार पटेल द्वारा आगाह किए जाने के बाद भी उन्होंने चीन पर भरोसा किया जिसका नतीजा युद्ध और फिर Aksai Chin (अक्साई चिन) के रूप में चुकाना पड़ा। जब दुनिया People’s Republic of China (PRC) और the Republic of China (Taiwan) में फर्क नहीं समझ पा रही थी तब नेहरू ने बीजिंग यानि PRC के साथ जाने का फैसला कर लिया था। अमेरिका ने भी 1970 के दशक में PRC को पूर्ण रूप से मान्यता दी थी। सरदार पटेल और बीआर अंबेडकर द्वारा चीन के साथ दोस्ती न बढ़ाने की ओर ज़ोर देने के बावजूद पंचशील समझौता किया गया।

लेकिन पीछले एक दशक से विदेश नीति में बदलाव होना शुरू हुआ था और लोगों की भावनाओं को हित में रखा गया। पहले भारत ने प्रतिबंधों की परवाह किए बिना परमाणु परीक्षण कर अपने आप को एक ताकतवर देश के रूप में पेश किया  और फिर मनमोहन सिंह के कार्यकाल में भारत ने अमेरिका के साथ परमाणु डील किया। इसके बाद मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद अमेरिका ने भारत को पाकिस्तान से अधिक महत्व देना शुरू किया। अमेरिका को यह समझ में आ गया था कि पाकिस्तान तालिबन को मदद कर उसी के दिये जा रहे रुपयों का इस्तेमाल उसके खिलाफ करवा रहा है। भारत ने भी अपने महत्व को समझा साथ में यह भी कि विश्व अब दो ध्रुवीय नहीं रहा तथा इसमें अपनी पहचान सबसे ऊपर रखनी है।

अमेरिका ने भी भारत से संबंध बढ़ाना शुरू किया और Howdy Modi तथा Namaste Trump   जैसे कार्यक्रम रणनीतिक और व्यक्तिगत दोनों स्तर के रिश्तों की गहराई को बताते हैं।

वहीं अगर इज़राइल की बात करें तो पीएम मोदी ने इस महत्वपूर्ण देश के साथ रिश्तों में नई जान फूँक दी है। पीएम मोदी इज़राइल की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने, और उन्होंने अपने इजरायली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू के साथ एक मजबूत व्यक्तिगत और रणनीतिक रिश्ता विकसित किया। भारत ने इज़राइल को बहुत लंबे समय तक नजरअंदाज किया था, लेकिन आज दोनों देश एक मजबूत साझेदार हैं। संयुक्त राष्ट्र में भी अपनी नीति का बदलाव करते हुए भारत ने इजरायल के पक्ष में वोटिंग किया।   यहाँ ध्यान देने वाली बात है कि इज़राइल के साथ दोस्ती में भारत ने फिलिस्तीन के साथ रिश्ते को खराब नहीं किया।

अब सबसे नए बदलाव में भारत ने ताइवान के प्रति अपने रुख को लोगों की भावनाओं से जोड़ा है। सरकार ने बेहद परोक्ष रूप से संकेत दिए हैं कि वह One China पॉलिसी को अब नहीं माना जाएगा। इसलिए, मोदी सरकार ने ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन के शपथ ग्रहण समारोह के लिए दो भाजपा सांसदों को शामिल करने का फैसला किया था। यही नहीं रिपोर्टों के अनुसार, भारत ने चीनी पोर्टफोलियो निवेश पर प्रतिबंध से ताइवान के निवेशकों को छूट देने का फैसला किया है।

इस प्रकार से यह समझा जा सकता है कि देश के भीतर लोकप्रिय भावनाओं और भारत की आधिकारिक विदेश नीति अब एक राह पर चल रही है। यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। यह एक कूटनीति है जिससे भारत पुन: वैश्विक स्तर पर अपने महत्व को बढ़ा रहा है और इस नीति के केंद्र में पहली बात एक राजनीतिक पद पर बैठे विदेश मंत्री एस जयशंकर हैं।

Tags: इज़राइलताइवानभारत
शेयर141ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

‘भारत आक्रमणकारी है, बॉर्डर पर गुंडई दिखा रहा है’, Corona से ध्यान हटाने के लिए चीन की नई नौटंकी

अगली पोस्ट

‘बिल में छूट पाना है तो BJP को हटाना है’, MP बिजली विभाग में कांग्रेस के टट्टुओं का चौंकाने वाला जवाब

संबंधित पोस्ट

आरएसएस के चतुर्थ सरसंघचालक प्रो. राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया
इतिहास

वैज्ञानिक और शिक्षक से सरसंघचालक तक: प्रो. राजेन्द्र सिंह उपाख्य ‘रज्जू भैया’ की प्रेरक जीवनयात्रा

14 July 2025

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों के लिए ‘14 जुलाई’ का दिन विशेष स्मृति दिवस होता है, क्योंकि 14 जुलाई 2003 को संघ चतुर्थ सरसंघचालक प्रो....

मनुस्मृति पर पुनर्विचार: क्यों भारत के युवाओं को इस प्राचीन ग्रंथ का अध्ययन करना चाहिए?
मत

मनुस्मृति पर पुनर्विचार: क्यों भारत के युवाओं को इस प्राचीन ग्रंथ का अध्ययन करना चाहिए?

14 July 2025

भारत की सभ्यतागत या सांस्कृतिक विरासत के विशाल सागर में कुछ ग्रंथ ही ऐसे हैं जो ‘मनुस्मृति’ जितना उत्साह, विवाद और भ्रम उत्पन्न करते हैं।...

बॉलीवुड द्वारा ‘नारी चित्रण’ सामाजिक पतन का कारण बन रहा है
मत

बॉलीवुड द्वारा ‘नारी चित्रण’ सामाजिक पतन का कारण बन रहा है

12 July 2025

हिंदी फिल्म उद्योग, जिसे आमतौर पर बॉलीवुड कहा जाता है, भारत में हर वर्ग के व्यक्ति को प्रभावित करता है। यह न केवल मनोरंजन का...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Congress’s Rohith Vemula Bill: Caste Polarization Masquerading as Reform

Congress’s Rohith Vemula Bill: Caste Polarization Masquerading as Reform

00:07:33

Bhima Koregaon Won’t Be Repeated; Maharashtra’s Special Act to Wipe Out Urban Naxals.

00:06:06

Conqueror of the Seas: Rajendra Chola and the Rise of Naval Bharat

00:07:47

How UPI went global? Why Namibia Adopted It?

00:07:20

Stalin’s DMK Faces Heat Over Brutal Custodial Killings in Tamil Nadu

00:08:06
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप
MASHABLE IS A GLOBAL, MULTI-PLATFORM MEDIA AND ENTERTAINMENT COMPANY. FOR MORE QUERIES AND NEWS, CONTACT US AT info@mashablepartners.com


©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited