पिछले कुछ दिनों से चीन ने लद्दाख क्षेत्र में अपनी सेना जमा कर भारत के ऊपर दबाव बनाने की कोशिश की है। चीन को भारतीय सेना तो जवाब दे रही है कि अब लद्दाख के लोगों ने इस कम्युनिस्ट देश की धज्जियां उड़ना शुरू कर दिया है और इसका नेतृत्व कर रहे हैं सोनम वांगचुक। वहीं सोनम फुनसुख वांगड़ू जिनके ऊपर मशहूर बॉलीवुड फिल्म 3 ईडियट बनी थी।
चीन को सबक सिखाने के लिए सोनम वांगचुक ने ‘सेना देगी बुलेट से, नागरिक देंगे वॉलेट से जवाब’ नाम का एक बेहद शानदार अभियान शुरू किया है। अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मैगसेसे से सम्मानित वांगचुक ने सिंधु नदी किनारे एक वीडियो बनाकर इसे सोशल मीडिया में अपलोड किया है जिसमें उन्होंने लोगों को चीन के बने सामान को बायकॉट करने को कहा है।
सोनम वांगचुक ने स्पष्ट कहा है कि “अगर हम चीन का सामना खरीदना बंद कर दें, तो चीन की आर्थिक रीढ़ टूट जाएगी और वह घबराकर बातचीत के लिए सामने आएगा।“ सोनम वांगचुक ने कहा, “मैं लद्दाख में हूँ और आप देख रहे हैं सिन्धु नदी को बहते हुए देख रहे हैं यहाँ, और वो जो पहाड़ियां हैं, उनके पीछे नुब्रा और चांगतांग के वो इलाके हैं जहाँ पर यह तनाव बढ़ता जा रहा है, हजारों सैनिक वहां ले जाए जा चुके हैं, सुनने में आया है कि चीनी वायु सेना के जहाज भी वहां तैनात किये गए हैं, और एक घंटे पहले भारतीय वायु सेना के जहाज भी मेरे ऊपर मंडरा रहे थे।“
उन्होंने आगे कहा कि “सामान्यता जब सीमा पर तनाव होता है तो हम आप जैसे नागरिक यह सोचकर सो जाते हैं रात को कि सैनिक इसका जवाब दे देंगे, मगर मैं आज आप लोगों को यह जरूरी बात बताना चाहता हूँ कि इस बार सिर्फ सैनिक जवाब नहीं, दो तरफ़ा जवाब हो और उसमें नागरिक जवाब भी हो, तो आप जैसे नागरिक दिल्ली, मुंबई और बंगलोर और अनेक शहरों से क्या कर सकते हैं”।
देशवासियों को चीनी सामान के बॉयकॉट के बारे में उन्होंने कहा कि, “हमारे देश के 130 करोड़ लोग और तीन करोड़ भारतीय जो बाहर के देशों में हैं, सब मिलकर भारत में और बल्कि दुनिया भर में एक बॉयकॉट मेड इन चाइना मूवमेंट या अभियान शुरू करते हैं, तो आज दुनिया भर में चीन के प्रति रोष है, हो सकता है कि सारी दुनिया साथ आ जाए और वैश्विक स्तर पर चीनी व्यापार का बायकोट हो। इससे चीन की अर्थव्यवस्था गिरने लगेगी और फिर जनता में रोष बढ़ेगा, विरोध होगा और तख्तापलट भी।“
उन्होंने आगे कहा,”अगर हम ऐसा नहीं करते हैं तो कितनी बदनसीबी की बात होगी भारत के लिए, जरा सोचिए, एक तरफ हमारी सेना सीमा पर जंग लड़ रही होगी, और दूसरी तरफ हम आप चीनी सामान मोबाइल से लेकर कंप्यूटर, कपड़ों से लेकर खिलौनों तक, को खरीद कर उसी चीन की सेना को पैसा भेज रहे होंगे।”
USE YOUR WALLET POWER#BoycottMadeInChina #SoftwareInAWeekHardwareInAYear to stop Chinese bullying in Ladakh & eventually to liberate the 1.4 Bn bonded labourers in China, as also the 10 Mn Uighur Muslims & 6 Mn Tibetan Buddhists.
Click this link to playhttps://t.co/ICjRQJ2Umf pic.twitter.com/lpzAXxARPj— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) May 28, 2020
लिहाजा ‘सेना देगी बुलेट से, नागरिक देंगे वॉलेट से जवाब’ अभियान को दिल्ली, मुंबई, बंगलूरू समेत देशभर में चलाना होगा। सोनम वांगचुक ने वीडियो के आखिर में कहा कि, “जाते-जाते मैं यह बता दूँ कि मैं क्या करने जा रहा हूँ, इस फ़ोन पर जो भी चीनी एप्पस हैं, उन्हें तो मैं एक हफ्ते में हटा रहा हूँ, बल्कि यह फ़ोन जो कि चीन में बना है, इसे भी मैं एक हफ्ते में अपनी जिंदगी से अलग कर रहा हूँ और एक साल के अन्दर हर वो चीज जिस पर मेड इन चाइना लिखा है उसे जिंदगी से निकालने जा रहा हूँ।“
उन्होंने वीडियो में ही अपने फोन से चीनी एप्स को अन-इंस्टॉल कर दिया है। उन्होंने टिकटॉक, शेयर-इट जैसे एप्स को हटा दिया है और लोगों से भी ऐसा करने को कहा है। साथ ही चीनी मोबाइल को भी बायकॉट करने को कहा है।
#BoycottMadeInChina #SoftwareInAWeekHardwareInAYear
For decades India's tolerance with Chinese intrusions in Ladakh was like…
Woh bedardi se sar kaate mera or mai kahun unse
Huzoor aahista aahista, janaab ahista ahista…
But now
Sena degi bullet se jawaab,
Hum dengey wallet se— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) May 29, 2020
इसी से समझा जा सकता है कि लद्दाख में किस तरह चीन के खिलाफ महौल बना हुआ है। चीन यह समझ रहा है कि वह अकसाई चिन की तरह तरह भारत लद्दाख में घुस आएगा लेकिन इस बार ऐसा नहीं होने वाला है। सोनम वांगचुक ने लद्दाख की जनता के तर्ज पर बोला इसलिए, चीन के खिलाफ कहे गए शब्दों से यह समझा जा सकता है लद्दाख के लोगों में चीन के खिलाफ भयंकर गुस्सा भरा है। पिछले साल अगस्त में, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू और कश्मीर राज्य के विभाजन की घोषणा की थी और लद्दाख को एक अलग केंद्रशासित प्रदेश घोषित किया था तब पूरे लद्दाख क्षेत्र में उत्सव मनाया गया था। लद्दाख भारत का उतना ही अभिन्न अंग है जितना दिल्ली। इसलिए, चीन उस क्षेत्र में जो भी कर रहा है उससे उसी को नुकसान होने वाला है। लद्दाख के लोगों को तिब्बत के चीन द्वारा अवैध कब्जे की बात अच्छी तरह पता हैं। किसी भी हालत में लद्दाख के लोग चीन का स्वागत नहीं करेंगे। इसके उलट चीन को ही उस क्षेत्र से करारा जवाब मिलने वाला है।