TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

    घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

    'मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है', बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    ‘मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है’, बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अगरतला की प्रभुबाड़ी पूजा: नित्यानंद महाप्रभु के वंशजों द्वारा शुरू की गई 170 वर्ष पुरानी पूजा क्यों है विशेष और क्या है इतिहास ?

    अगरतला की प्रभुबाड़ी पूजा: नित्यानंद महाप्रभु के वंशजों द्वारा शुरू की गई 170 वर्ष पुरानी पूजा क्यों है विशेष और क्या है इतिहास ?

    देवी माँ कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    देवी मां कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    भारत में पर्यटन: आस्था से अर्थव्यवस्था तक

    तीर्थ, संस्कृति और समृद्धि: क्यों भारत का पर्यटन है अनोखा

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

    घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

    'मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है', बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    ‘मौलाना भूल गया कि राज्य में सत्ता किसकी है’, बरेली हिंसा पर CM योगी का बड़ा बयान

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    बरेली का बवाल: नाबालिगों की ढाल, कट्टरपंथ की चाल

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    जयशंकर का स्पष्ट संदेश: H1B नीतियों के बावजूद भारत तैयार और दूरदर्शी

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    ट्रंप का एक और टैरिफ बम: अमेरिका और वैश्विक व्यापार को झटका

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    अमेरिका के बदले सुर: अब ट्रंप और मोदी के मुलाकात की तैयारी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    भारत की सुरक्षा में डीआरडीओ का नया कदम: सीमा पर रोबोटिक सैनिक को तैनात करने की तैयारी

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    MiG-21 का प्रणाम: राष्ट्र-आकाश में पराक्रम की अमिट छाप छोड़कर विदाई, शौर्य, पराक्रम और पराकाष्ठा का 62 वर्षों की गाथा को विराम

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में पाकिस्तानी पीएम के बयान पर भारत का करारा पलटवार

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    UNGA में नेतन्याहू की चेतावनी: बंधकों को तुरंत छोड़ो, हथियार डालो या परिणाम भुगतोगे

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता: वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    रूस का तेल, अमेरिका का दबाव और भारत की दृढ़ता, वॉशिंगटन वार्ता की अंदर की कहानी

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    अगरतला की प्रभुबाड़ी पूजा: नित्यानंद महाप्रभु के वंशजों द्वारा शुरू की गई 170 वर्ष पुरानी पूजा क्यों है विशेष और क्या है इतिहास ?

    अगरतला की प्रभुबाड़ी पूजा: नित्यानंद महाप्रभु के वंशजों द्वारा शुरू की गई 170 वर्ष पुरानी पूजा क्यों है विशेष और क्या है इतिहास ?

    देवी माँ कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    देवी मां कात्यायनी कौन हैं? नवरात्रि के छठे दिन उनकी पूजा क्यों की जाती है?

    भारत में पर्यटन: आस्था से अर्थव्यवस्था तक

    तीर्थ, संस्कृति और समृद्धि: क्यों भारत का पर्यटन है अनोखा

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    सिंधु जल समझौता: नेहरू का शांति-दांव नहीं, भारत का दूसरा विभाजन!

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

अमेरिका ने जर्मनी से फौज हटाने की बात क्या कहीं, मर्केल फूट-फूट कर रोने लगी

अब तो चीन या अमेरिका, कोई एक चुनने को मजबूर है जर्मनी

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
9 June 2020
in मत
अमेरिका ने जर्मनी से फौज हटाने की बात क्या कहीं, मर्केल फूट-फूट कर रोने लगी
Share on FacebookShare on X

अमेरिका और जर्मनी के रिश्ते दिन प्रतिदिन खराब होते जा रहे हैं। जब से अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा अपने NATO सजयोगी देश जर्मनी से अपने लगभग 10 हजार सेना को हटाने का फैसला किया तभी से तमाम तरह कि खबरे सामने आ रही है। अब ऐसा लगता है कि जर्मनी की एंजेला मर्केल की सरकार को अमेरिका का यह फैसला नहीं पसंद आया है और वह इसकी आलोचना कर रहे हैं।

चांसलर एंजेला मर्केल के सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव ब्लॉक के एक सदस्य पीटर बेयर ने एक समाचार पत्र Rheinische को एक इंटरव्यू में कहा, “यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है, खासकर जब से वॉशिंगटन में किसी ने अपने NATO सहयोगी जर्मनी को पहले से सूचित करने के बारे में नहीं सोचा है।”    

संबंधितपोस्ट

अगरतला की प्रभुबाड़ी पूजा: नित्यानंद महाप्रभु के वंशजों द्वारा शुरू की गई 170 वर्ष पुरानी पूजा क्यों है विशेष और क्या है इतिहास ?

घुसपैठ, बाढ़ और चार दिवाली: अररिया से अमित शाह का चुनावी गणित

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री के सलाहकार संजीव सान्याल ने उठाये न्यायपालिका पर सवाल- क्या न्यायपालिका में होंगे बड़े बदलाव

और लोड करें

यानि इस बयान से यह तो साफ पता चल रहा है कि जर्मनी और एंजेला मर्केल की सरकार को अमेरिका से बिना किसी सूचना के ही इतना बड़ा फैसला ले लिए गया है और अब इसी बात को लेकर मर्केल नाराज है। कुछ दिन पहले ही जर्मनी की विदेश मंत्री Heiko Maas ने कहा था कि जर्मनी के रिश्ते अमेरिका के साथ काफी कॉम्पलिकेटेड हैं। बता दें कि डोनाल्‍ड ट्रंप ने जून के अंत में जी-7 की बैठक बुलाई थी लेकिन इसमें शामिल होने से जर्मन चांसलर ने मना कर दिया था, तभी से ही अमेरिका के तेवर जर्मनी के लिए कुछ सख्‍त नजर आ रहे हैं।

सच तो यह है कि अमेरिका के सेना में कटौती करने से मर्केल की सरकार को बड़ा झटका लगा है। अमेरिका ने बड़ा झटका देते हुए जर्मनी से अपने करीब 10 हज़ार सैनिक निकालने का फैसला लेकर जर्मनी को यह साफ संदेश दिया है कि या तो जर्मनी अमेरिका के साथ हो सकता है, या फिर नहीं! यह सभी को पता है कि अमेरिका अभी सभी देशों पर चीन के खिलाफ जाने का दबाव बना रहा है, वहीं, जर्मनी का रुख चीन के लिए नर्म रहा था। इसी पर अमेरिका ने स्पष्ट संकेत दिया है कि जर्मनी की यह monkey balancing अब और नहीं चलने वाली है।

बता दें कि यूरोपीय देश जर्मनी में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से ही अमेरिकी सैनिक डटे हुए हैं। दूसरे विश्व युद्ध के बाद 1945 से 1955 तक लगभग 10 वर्षों तक जर्मनी मित्र देशों के कब्जे में रहा था, उसी दौरान अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, सोवियत संघ के लाखों सैनिक जर्मनी में तैनात थे। फ़िलहाल जर्मनी की बात करें तो वहां अभी करीब 34,500 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं जबकि पूरे यूरोप में अमेरिकी सेना के एक दो नहीं बल्कि सात ठिकाने हैं। इन सात ठिकानों में से अकेले जर्मनी में पांच हैं जबकि अन्य दो इटली और बेल्जियम में हैं।  अमेरिकी आर्मी यूरोप का मुख्यालय शहर वीजबाडेन में स्थित है जोकि मध्य पश्चिमी जर्मनी के फ्रैंकफर्ट के पास है।  1990 में जब शीत युद्ध समाप्त हुआ तो अमेरिका ने भी अपने सैनिकों को  काम शुरू कर दिया।

अब अमेरिका जर्मनी से अपनी सेना में कटौती करेगी जिसके जर्मनी में अमेरिकी सैनिकों की संख्‍या 25,000 तक रह जाएगी। जर्मनी की सुरक्षा के लिए अमेरिकी सैनिकों को बड़ा अहम माना जाता है।

लेकिन कोरोना तथा अन्य मामलों पर चीन को सबक सिखाने के लिए अमेरिका अपने साथियों पर दबाव बनाने की भरपूर कोशिश कर रहा है। इसके साथ ही अमेरिका ने यह भी साफ कर दिया है कि वह ऐसे किसी भी “साथी” को बर्दाश्त नहीं करेगा जो चीन के प्रति नर्म रुख दिखाएगा। जर्मनी के खिलाफ अमेरिका का यह कदम इसलिए भी बड़ा महत्वपूर्ण है, क्योंकि जर्मनी NATO का बड़ा सहयोगी है। अमेरिका ने उन सभी देशों को कड़ा संदेश दे दिया है, जो अभी भी चीन को लेकर नर्म रुख दिखा रहे हैं। एंजेला मर्केल की सरकार द्वारा इस तरह से अमेरिका की आलोचना करने से कुछ नहीं होने वाला।

शेयर26ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

“यूपी ने पाकिस्तान से लाख गुना अच्छा कम किया”,अब पाकिस्तान के पत्रकार भी योगी का गुणगान कर रहे हैं

अगली पोस्ट

ताइवान ने दिया चीन की गुंडई को फिर से मुंहतोड़ जवाब

संबंधित पोस्ट

राजद में ‘परिवार बनाम करीबी’ विवाद? रोहिणी के तीखे पोस्ट के बाद संजय यादव की सफाई
चर्चित

राजद में ‘परिवार बनाम करीबी’ विवाद? रोहिणी के तीखे पोस्ट के बाद संजय यादव की सफाई

26 September 2025

बिहार की राजनीति में इस समय जो सबसे दिलचस्प और साथ ही सबसे संवेदनशील बहस चल रही है, वह लालू परिवार के भीतर की खींचतान...

85 साल बाद कांग्रेस को क्यों आई बिहार की याद? बीजेपी ने लगाए ये आरोप
चर्चित

85 साल बाद कांग्रेस को क्यों आई बिहार की याद? बीजेपी ने लगाए ये आरोप

25 September 2025

पटना के सदाकत आश्रम में बुधवार को कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक हुई। कांग्रेस ने इसे ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि यह अतीत और वर्तमान...

भारतीय इतिहास शास्त्र की अवधारणा एवं स्वरूप
इतिहास

भारतीय इतिहास शास्त्र की अवधारणा एवं स्वरूप

25 September 2025

अपने पिछले लेख में हमने इतिहास का अनुवाद हिस्ट्री नहीं होता है, यह तथ्य सिद्ध किया था। भारतीय चिंतन परम्परा में इतिहास कला नही है,...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

When Bharat Was One: “The Shakti Peeths That Now Lie in Pakistan”

When Bharat Was One: “The Shakti Peeths That Now Lie in Pakistan”

00:05:11

Why Sanjeev Sanyal Says India Can’t Become Viksit Bharat Without Judicial Reform?

00:07:30

What A Space War Looks Like – And How India Is Preparing For it?

00:06:35

Story of The Battle of Dograi & Valiant Soldiers of 3 JAT

00:06:25

Why Kerala Is Facing a Deadly ‘Brain-Eating Amoeba’ Outbreak Like Never Before?

00:06:07
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited