सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु ने न केवल उनके कई प्रशंसकों को झकझोरा है, बल्कि बॉलीवुड में कईयों की रातों की नींद भी उड़ी हुई है। सुशांत के प्रशंसकों में उमड़े आक्रोश के कारण महाराष्ट्र पुलिस और महाराष्ट्र सरकार, दोनों ने ही सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु की गहन जांच के संकेत दिये हैं, जिससे कई एलीट बॉलीवुड गैंंग के सदस्यों के चहरे पर हवाइयाँ उड़ रही है, और कुछ बुद्धिजीवियों के अनुसार तो ऐसा करके प्रशासन सोशल मीडिया के बहकावे में आ रही है।
बता दें कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत ने रविवार को बांद्रा में स्थित अपने घर में आत्महत्या कर ली थी। इसके बाद से ही कई लोग सुशांत के व्यक्तित्व को समझते हुए उनके द्वारा लिए गए इस घातक कदम पर संदेह जता रहे हैं और स्पष्ट जांच की मांग कर रहे हैं। स्वयं महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने इस विषय पर बात करते हुए एक वीडियो में कहा, “पोस्ट्मॉर्टेम रिपोर्ट्स के अनुसार सुशांत सिंह राजपूत ने फांसी लगाकर आत्महत्या की, पर कई लोगों का मानना है कि पेशेवर दुश्मनी के चलते सुशांत अवसाद से भी ग्रस्त थे। पुलिस इस बात की भी गंभीरता से जांच करेगी”।
— ANIL DESHMUKH (@AnilDeshmukhNCP) June 15, 2020
पर इन सब बातों से कुछ लोगों को विशेष रूप से तकलीफ हो रही थी, मानो उन्हें ही निजी तौर पर निशाने पर लिया जा रहा हो। उदाहरण के लिए सोनाक्षी सिन्हा ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “सूअरों से भिड़ने का नुकसान यही है कि सूअरों को कीचड़ में लोटने में मज़ा आता है। जो लोग सस्ती पब्लिसिटी के लिए ऐसा काम कर रहे हैं, उनसे मैं अपील करती हूँ कि वे यह रोक दें। इससे घटिया कुछ भी नहीं है”।
https://twitter.com/sonakshisinha/status/1272516241580752896
पर ये तो मात्र प्रारम्भ था। हर जगह अपनी नाक घुसेड़ने वाली प्रोपगैंडा शिरोमणि स्वरा भास्कर ने एक ‘मार्मिक’ अपील करते हुए लिखा, “हम नहीं जानते कि सुशांत के मन में क्या चल रहा था, उसने कोई नोट नहीं छोड़ा। आप अपनी कुंठा निकालने के लिए एक सताये हुए मनुष्य का इस्तेमाल न करें”।
Sushant didn’t leave a note. We don’t know what he went thru. We don’t know the cause. STOP taking out ur frustration using the pain of a troubled person. He didn’t leave a note! Get it? He didn’t want to talk about it. He’s gone. Let him have his peace & his family privacy. 2/n
— Swara Bhasker (@ReallySwara) June 15, 2020
इसके अलावा सोनम कपूर आहूजा ने भी इस विषय पर अपना ज्ञान देने का प्रयास किया। मोहतरमा ट्वीट करती है, “किसी की गर्लफ्रेंड, पूर्व गर्लफ्रेंड या उसके साथियों को उसकी मृत्यु के लिए दोष देना हद दर्जे की नीचता है। शर्म करो”। पर जिस तरह से सोनम कपूर ने करण जौहर के साथ मिलकर सुशांत सिंह राजपूत का करण के चर्चित शो ‘कॉफी विथ करण’ में मज़ाक उड़ाया था, उसके लिए न सिर्फ कई सोशल मीडिया यूजर्स ने उसे आड़े हाथों लिया, बल्कि उसकी हिपोक्रिसी के लिए भी उसकी ताबड़तोड़ धुलाई की।
This is how..
These idiots were mocking #SushantSinghRajput openly. Just think about the scenes behind the big screen. He was forced to tale his life.#BollywoodBlockedSushant #BollywoodMurderedSushant #BollywoodMafia #KaranJoharIsBULLY #karanjohargang #NepotismBollywood pic.twitter.com/9UPtL4IUnS— Pawan Gupta (@Pwn_Tweets) June 16, 2020
अब ऐसे में भला हमारे वामपंथी बुद्धिजीवी कैसे चुप रहते? राजदीप सरदेसाई को सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु की जांच बहुत अखर गई, जिसपर जनाब ने ट्वीट किया, “तो अब मुंबई पुलिस इस बात पर जांच करेगी कि कहीं बॉलीवुड में गुटबाज़ी के कारण तो सुशांत को आत्महत्या के लिए मजबूर तो नहीं होना पड़ा। यही होता है जब सरकारें कुछ ज़्यादा ही सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने लगती है। कम से कम अब तो परिवार को शांति से रहने दो”।
इस पर कई पुलिस अफसरों ने राजदीप को इस ओछे ट्वीट के लिए आड़े हाथों लिया। उदाहरण के लिए आईपीएस अफसर प्रणव महाजन ने ट्वीट किया, “आपके ट्वीट का लॉजिक क्या है? सरकार या मुंबई पुलिस को क्यों दोषी ठहरा रहे हैं? कोई व्यक्ति मरा है, तो कानूनी तौर पर हमें उसके मृत्यु का कारण जानने का अधिकार है। ऐसे भ्रामक और भड़काऊ ट्वीट के बाद शुभरात्रि तो आप ना ही कहें। सुशांत सिंह राजपूत के अभिभावकों और उसके परिजनों को उसकी मृत्यु का कारण जानने का अधिकार है”।
What's logic of ur tweet @sardesairajdeep? Why blame govt or Mumbai Police? A person has died. Law mandates the cause of death to be ascertained.
Saying 'Shubhratri' after a misleading & provocative tweet is hypocritical#SushantSinghRajput's family deserves to know how he died
— Pranav Mahajan (@pranavmahajan) June 15, 2020
सच कहें तो बॉलीवुड में कुछ लोग हैं, जो अपना वर्चस्व नहीं खोना चाहते हैं। सुशांत सिंह राजपूत की असामयिक मृत्यु ने इनके इस घिनौने खेल की पोल खोल दी थी, और वे इसीलिए कार्रवाई की मांग पर तमतमा रहे हैं, पर बकरे की अम्मा कब तक खैर मनाएगी?