TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    B से बिहार, B से बीड़ी: कांग्रेस के ट्वीट से मचा सियासी बवाल

    B से बिहार, B से बीड़ी: कांग्रेस के ट्वीट से मचा सियासी बवाल

    पीएम मोदी के आवास में भाजपा सांसदों का डिनर

    जेपी नड्डा के घर ‘डिनर’ से शुरू- पीएम मोदी के घर ‘डिनर’ पर खत्म: भाजपा सांसदों की ‘क्लास’ में क्या है ख़ास ?

    बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

    बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

    पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल

    पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का यूएनजीए से किनारा, जानें कौन जाएगा डेलिगेशन में

    टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का संयुक्त राष्ट्र महासभा से किनारा, डेलिगेशन में कौन जाएगा ?

    भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास के 5 बड़े कारण और भारत की नई कूटनीतिक चालें

    भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास के 5 बड़े कारण और भारत की नई कूटनीतिक चालें

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का यूएनजीए से किनारा, जानें कौन जाएगा डेलिगेशन में

    टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का संयुक्त राष्ट्र महासभा से किनारा, डेलिगेशन में कौन जाएगा ?

    भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास के 5 बड़े कारण और भारत की नई कूटनीतिक चालें

    भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास के 5 बड़े कारण और भारत की नई कूटनीतिक चालें

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    बंगाल की भूली हुई त्रासदी पर ‘चुप्पी’: ममता सरकार क्यों डर रही है The Bengal Files से?

    बंगाल की भूली हुई त्रासदी पर ‘चुप्पी’: ममता दीदी को The Bengal Files से इतना डर क्यों लग रहा है?

    काशी-मथुरा पर संवाद का रास्ता खुला: भागवत के संतुलित बयान को मदनी का समर्थन

    काशी-मथुरा पर संवाद का रास्ता खुला: भागवत के संतुलित बयान को मदनी का समर्थन

    ओणम सिर्फ फसल उत्सव नहीं: वामन और महाबली की कथा को बचाना हमारी जिम्मेदारी

    ओणम सिर्फ फसल उत्सव नहीं: वामन और महाबली की कथा को बचाना हमारी जिम्मेदारी

    अयोध्या में भूटान के प्रधानमंत्री का विशेष दौरा: रामलला के किए दर्शन, भारत-भूटान मित्रता को नई ऊंचाई

    अयोध्या में भूटान के प्रधानमंत्री का विशेष दौरा: रामलला के किए दर्शन, भारत-भूटान मित्रता को नई ऊंचाई

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    B से बिहार, B से बीड़ी: कांग्रेस के ट्वीट से मचा सियासी बवाल

    B से बिहार, B से बीड़ी: कांग्रेस के ट्वीट से मचा सियासी बवाल

    पीएम मोदी के आवास में भाजपा सांसदों का डिनर

    जेपी नड्डा के घर ‘डिनर’ से शुरू- पीएम मोदी के घर ‘डिनर’ पर खत्म: भाजपा सांसदों की ‘क्लास’ में क्या है ख़ास ?

    बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

    बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

    पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल

    पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का यूएनजीए से किनारा, जानें कौन जाएगा डेलिगेशन में

    टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का संयुक्त राष्ट्र महासभा से किनारा, डेलिगेशन में कौन जाएगा ?

    भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास के 5 बड़े कारण और भारत की नई कूटनीतिक चालें

    भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास के 5 बड़े कारण और भारत की नई कूटनीतिक चालें

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    पहली बार उत्तर प्रदेश के 7 शहरों में महिलाएं संभालेंगी ट्रैफिक व्यवस्था

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का यूएनजीए से किनारा, जानें कौन जाएगा डेलिगेशन में

    टैरिफ टेंशन और व्हाइट हाउस की ठनक के बीच पीएम मोदी का संयुक्त राष्ट्र महासभा से किनारा, डेलिगेशन में कौन जाएगा ?

    भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास के 5 बड़े कारण और भारत की नई कूटनीतिक चालें

    भारत-अमेरिका रिश्तों में खटास के 5 बड़े कारण और भारत की नई कूटनीतिक चालें

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    भारत के सम्मान से समझौता नहीं: अमेरिका के लिए चेतावनी है नवारो विवाद

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    बंगाल की भूली हुई त्रासदी पर ‘चुप्पी’: ममता सरकार क्यों डर रही है The Bengal Files से?

    बंगाल की भूली हुई त्रासदी पर ‘चुप्पी’: ममता दीदी को The Bengal Files से इतना डर क्यों लग रहा है?

    काशी-मथुरा पर संवाद का रास्ता खुला: भागवत के संतुलित बयान को मदनी का समर्थन

    काशी-मथुरा पर संवाद का रास्ता खुला: भागवत के संतुलित बयान को मदनी का समर्थन

    ओणम सिर्फ फसल उत्सव नहीं: वामन और महाबली की कथा को बचाना हमारी जिम्मेदारी

    ओणम सिर्फ फसल उत्सव नहीं: वामन और महाबली की कथा को बचाना हमारी जिम्मेदारी

    अयोध्या में भूटान के प्रधानमंत्री का विशेष दौरा: रामलला के किए दर्शन, भारत-भूटान मित्रता को नई ऊंचाई

    अयोध्या में भूटान के प्रधानमंत्री का विशेष दौरा: रामलला के किए दर्शन, भारत-भूटान मित्रता को नई ऊंचाई

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

पहले डोकलाम, अब लद्दाख- 3 सालों में भारत ने दुनिया को दो बार बता दिया कि चीन सिर्फ भौंकने में expert है

Dragon can’t fight sala!

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
11 June 2020
in समीक्षा
डोकलाम
Share on FacebookShare on X

लगभग एक महीने की तनातनी के पश्चात आखिरकार चीन के तथाकथित पीपुल्स लिबेरेशन आर्मी को मुंह की खानी पड़ी। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर चीन ने मई माह में काफी हद तक भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की थी, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अब चीन के पास पीछे हटने के अलावा कोई और विकल्प नहीं है, और 2017 में डोकलाम विवाद के बाद ये दूसरा ऐसा अवसर है जब भारत ने चीन को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया है।

भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने के पश्चात चीन चार स्थानों पर केन्द्रित था – गलवान वैली क्षेत्र में दो पैट्रोलिंग पॉइंट्स [PP 14 and 15], हॉट स्प्रिंग्स क्षेत्र और पंगोंग त्सो झील क्षेत्र। फिलहाल के लिए चीन ने पंगोंग त्सो क्षेत्र को छोड़कर बाकी सभी क्षेत्रों से अपनी सेनाओं को 2 से ढाई किलोमीटर तक पीछे हटा लिया है। दिलचस्प बात तो यह है कि ये निर्णय बुधवार से शुरू होने वाली कमांडर्स के बातचीत से पहले लिया गया है।

संबंधितपोस्ट

रामपुर में लव जिहाद का बड़ा खुलासा: हिंदू बनकर महिलाओं का शोषण करने वाला चांद गुड्डू गिरफ्तार,दो साथी अहमद-फरमान फरार

क्या है सरना धर्म कोड? जातिगत जनगणना के बीच चर्चा में क्यों है?

भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

और लोड करें

चीनी सेना के पीछे हटने की पुष्टि करते हुए चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुन्यिंग ने बताया की दोनों देश बॉर्डर पर उत्पन्न हुए तनाव को कम करने के लिए प्रयास कर रहे हैं। हुआ के अनुसार, “अभी चीन और भारत के कूटनीतिक और सैन्य प्रशासन ने बॉर्डर पर उमड़े तनाव को कम करने के लिए काफी सकारात्मक बातचीत हुई है”।

फिलहाल, बीजिंग ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि आपसी झड़प किसी बड़े विवाद में तब्दील न हो जाये। लगता है चीन को अब आभास हो चुका है कि भारत से पंगा मोल लेने का अंजाम क्या होता है। इस पूरे प्रकरण की शुरुआत चीन ने ही की थी, क्योंकि उसका प्रमुख उद्देश्य भारत की भूमि पर कब्जा जमा एलएसी के भारतीय क्षेत्र में हो रहे निर्माण को रोकने के लिए दबाव बनाना था। हालांकि, यहाँ पासा उल्टा पड़ गया, और भारत अपने जगह से टस से मस नहीं हुआ है। सैन्य कमांडर्स के बीच होने वाली बातचीत से पहले ही भारत ने स्पष्ट कर दिया था कि चाहे कुछ हो जाये, एलएसी के भारतीय क्षेत्र में निर्माण पर रत्ती भर भी फर्क नहीं पड़ेगा, और भारत दौलत बेग ओल्डी क्षेत्र में हो रहे निर्माण पर कोई रोक नहीं लगाएगा।

2017 के बाद एक बार फिर पीपुल्स लिबेरेशन आर्मी को भारत ने एक कड़ा सबक सिखाया है। 2017 में भी पीएलए ने ही हेकड़ी दिखाते हुए भूटान के डोकलाम पठार में गुंडई दिखाई थी। तब भूटान की सीमा की रक्षा के लिए आगे आए भारत ने चीन की गुंडई को न केवल मुंहतोड़ जवाब दिया, बल्कि उसे स्पष्ट संदेश दिया कि चीन की दादागिरी चीन के बाहर कहीं नहीं चलने वाली, कम से कम पड़ोसी देशों में तो बिलकुल नहीं।

उस समय भी 73 दिन की तनातनी के पश्चात चीन को हार मानकर पीछे हटना पड़ा था। लेकिन पूर्वी लद्दाख में अभी जो हुआ है, उस हिसाब से तो डोकलाम में चीन को मिली बेइज्ज़ती तो कुछ भी नहीं है। डोकलाम में उत्पन्न तनाव के दौरान चीन कम से कम 73 दिन टिका तो था, पर पूर्वी लद्दाख में उत्पन्न तनाव में एक महीने से भी कम समय में चीन को बोरिया बिस्तर समेटना पड़ा था। सच कहें तो पूर्वी लद्दाख के विवाद ने सिद्ध किया कि चीन एक कागज़ी शेर से अधिक कुछ भी नहीं रहा है।

इसके अलावा डोकलाम के तनाव के बीच चीन का सरकारी मीडिया और सोश्ल मीडिया काफी सक्रिय था, जहां अक्सर 1962 दोहराने की बातें होती थी। पर इस बार चीनी मीडिया अपने स्वभाव के ठीक विपरीत काफी सतर्क थी, और कुछ एक एडिटोरियल्स छोड़कर उसने ऐसा कुछ भी नहीं छापा या प्रसारित किया, जो अंत में चीन की ही भद्द पिटवाए। उदाहरण के लिए चीन की कम्यूनिस्ट सरकार ने भारत चीन विवाद को लेकर वीबो सोशल मीडिया प्लैटफ़ार्म पर  ‘China India border confrontation’  ट्रेंड भी डिलीट करवाया, जिसपर 3 करोड़ से अधिक हिट्स आए थे।

ग्लोबल टाइम्स ने निस्संदेह चीन की छवि को बचाने का भरसक प्रयास किया था, पर उसकी कवरेज ने उल्टे चीन की पोल खोलने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। चीन की साइट thepaper.cn में लिखे एक लेख में चीनी सैन्य विशेषज्ञ हुआंग गुओज़्ही के अनुसार, “इस समय विश्व में पठार और पहाड़ी युद्ध  शैली में यदि कोई वास्तव में निपुण है, तो वो न अमेरिका है, न रूस और न ही कोई यूरोपीय देश, बल्कि भारत है”।

चीनी विशेषज्ञ अपने बात में कहीं भी गलत नहीं है, क्योंकि चाहे 1962 में रेजांग ला का युद्ध हो, या फिर 1965 का हाजी पीर युद्ध, या फिर 1999 में पाकिस्तान से लड़ा कार्गिल युद्ध ही क्यों न हो, भारतीय सेना ने सीमित संसाधनों में भी शत्रु को नाकों चने चबवाये हैं। पीएलए ने इसलिए भी पूर्वी लद्दाख से अपनी सेना को पीछे खींचा है, क्योंकि वो नहीं चाहता कि उनके सैनिकों की तैयारी की पोल दुनिया के सामने खुले। अधिकांश चीनी कमांडरों ने युद्ध का मुंह नहीं देखा, और जिन्होने देखा भी होगा, वो अब कुछ सालों में सेवानिर्वृत्त भी होने वाले हैं।

चीन के वन चाइल्ड पॉलिसी के कारण उसकी सेना में ऐसे लोग भरे हैं, जिनसे शायद मक्खी भी ना मारी जाए, दुश्मन को हराना तो बहुत दूर की बात। ऐसे में ये बिगड़ैल चीनी सैनिक हमारे भारतीय जवानों के सामने टिक नहीं पाएंगे। स्पष्ट है पिछले तीन सालों में भारत ने बता दिया है कि चीन एक कागजी शेर से ज़्यादा कुछ नहीं है, और उसकी पीपुल्स लिबेरेशन आर्मी सिर्फ बातों के शेर है, जिन्हें 2017 में डोकलाम और अब पूर्वी लद्दाख में बिना एक गोली चलाये भारतीय सेना ने पटक पटक के धोया

 

शेयर8630ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

चीन की चुनौती से भड़के भारतीय व्यापारी, अगले साल तक चीन को 1 लाख करोड़ का झटका देने की तैयारी

अगली पोस्ट

चीन को तो ठोको ही ठोको! दुनिया को इसके बाद चीन के चेले यूरोपियन यूनियन को भी ठोकना होगा

संबंधित पोस्ट

B से बिहार, B से बीड़ी: कांग्रेस के ट्वीट से मचा सियासी बवाल
चर्चित

B से बिहार, B से बीड़ी: कांग्रेस के ट्वीट से मचा सियासी बवाल

5 September 2025

बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस की केरल इकाई का एक विवादित ट्वीट विपक्ष के लिए सिरदर्द और भाजपा-जेडीयू गठबंधन के लिए बड़ा चुनावी मुद्दा बन...

बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास
चर्चित

बिहार चुनाव 2025: भाजपा-एनडीए की रणनीति से बन सकता है इतिहास

4 September 2025

बिहार की राजनीति में 2025 का विधानसभा चुनाव एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है। भाजपा और उसके सहयोगी दलों ने यह स्पष्ट कर दिया...

पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल
चर्चित

पश्चिम बंगाल विधानसभा में हंगामा: ममता बनर्जी का भाजपा पर हमला, लोकतंत्र पर गहरा सवाल

4 September 2025

पश्चिम बंगाल की राजनीति एक बार फिर उबाल पर है। गुरुवार को विधानसभा में ऐसा हंगामा हुआ जिसने राज्य के लोकतंत्र पर गहरे सवाल खड़े...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why Hindus Should Reclaim The Forgotten Truth of Onam | Sanatan Roots vs Secular Lies

Why Hindus Should Reclaim The Forgotten Truth of Onam | Sanatan Roots vs Secular Lies

00:07:03

Suhana Khan in Trouble? Alleged Fake Farmer Claim and the ₹22 Crore Land Deal

00:05:55

IAF’s Arabian Sea Drill: Is it A Routine exercise or Future Warfare Preparation?

00:05:26

Ganesha’s Empire Beyond Bharat: The Forgotten History of Sanatan Dharma in Asia

00:07:16

The Truth Behind Infiltration, Political Appeasement, and the Battle for Identity.

00:06:28
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited