माना जाता है कि अपना प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए जिस तरह चीन अपनी मीडिया और बोट्स का भरपूर इस्तेमाल करता है, उस तरह शायद ही धरती पर कोई दूसरा देश करता हो। चीन ने अपना एजेंडा फैलाने के लिए कई मीडिया channels को पाला हुआ है, जिसकी संपादकीय नीति पर चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का पूरा नियंत्रण होता है। उदाहरण के लिए भारत के खिलाफ मानो चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने Global Times को मैदान में उतारा हुआ है, जो हर दिन भारत के खिलाफ जहर उगलता रहता है। हालांकि, जब से भारत-चीन बॉर्डर विवाद बढ़ा है, और सीमा पर 20 भारतीय जवानों की जानें गयी हैं, तब से भारत के लोगों ने चीन के इस प्रोपेगेंडे को बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। आसान भाषा में कहें तो जैसे ही Global Times भारत के खिलाफ जहर उगलने के लिए ट्विटर पर अपनी गर्दन बाहर निकालता है, वैसे ही भारतीय यूजर्स उसपर चीन विरोधी ट्वीट्स की बारिश कर देते हैं। नतीजा यह होता है कि चीन का प्रोपेगेंडा धरा का धरा रह जाता है।
भारत-चीन तनाव के बाद से चीन लगातार Global Times का इस्तेमाल कर भारत को नीचा दिखाने में व्यस्त है। उदाहरण के लिए जब भारत ने हुवावे और ZTE पर अनौपचारिक तौर पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया, तो Global Times ने ट्वीट निकाला “ZTE और हुवावे पर प्रतिबंध लगाकर भारत अपने आप को वैश्विक 5जी की रेस से बाहर करने की ओर बढ़ रहा है”।
#India cannot bear the consequences of losing the participation of Chinese companies in infrastructure and 5G, and the scrutiny on #Huawei and #ZTE may decouple the country from global #5G development, analysts said. https://t.co/mLQDjHz8th pic.twitter.com/UGXSSTGqUg
— Global Times (@globaltimesnews) July 2, 2020
इसके बाद भारतीय यूजर्स ने हजारों की संख्या में पहुँचकर उस ट्वीट को हाईजैक कर लिया और देखते ही देखते उस ट्वीट का कमेन्ट सेक्शन चीन विरोधी कंटेन्ट से भर गया।
— Appu Thakkar (@ThakkarAppu) July 2, 2020
Chinese business leaders right now 😂😂😂😂 #standwithindianarmy#Supportmadeinindia #BoycottChineseProduct pic.twitter.com/nspHdivYvL
— Virstorm (@vaniya_viresh) July 2, 2020
https://twitter.com/niranjanmb1/status/1278720624475566082?s=20
ऐसे ही Global times ने 2 जून को एक भड़काऊ ट्वीट करते हुए भारतीय सेना की सक्षमता पर सवाल उठाए। अपने ट्वीट में GT ने लिखा “भारतीय नेता समझदार हैं और वे चीन की ताकत के बारे में जानते हैं, जबकि वहां के राष्ट्रवादी घमंडी और नकारा हैं। भारत हमारे खिलाफ सख्त भाषा तो बोल सकता है, लेकिन हमपर पहली गोली चलाने की उनमें हिम्मत नहीं”।
Indian leaders understand how powerful China is, while Indian nationalists are ignorant and arrogant, “So they might say some harsh words, but they dare not take the first shot at us.” #ChinaIndiaFaceoff https://t.co/v91dSgyV5e pic.twitter.com/IjYThh2StT
— Global Times (@globaltimesnews) July 1, 2020
Global Times के इस ट्वीट के कमेन्ट सेक्शन में देखते ही देखते 4 हज़ार से ज़्यादा भारतीय पहुँच गए, और चीनी प्रोपेगेंडे की बखिया उधेड़ कर रख दी।
https://twitter.com/SushMita8055/status/1278403290766569472?s=20
See Chinese products 🤣🤣🤣 pic.twitter.com/QVwBudroDG
— Karsan Ahir (@karsan_ahir10) July 1, 2020
When ever
Where u want to fight.
Comeon you virus pic.twitter.com/AOqWAIQGlO
— 🚩 Gopal Agarwal🚩 (@aggopal15) July 1, 2020
https://twitter.com/Atheist_Krishna/status/1278563206969999360?s=20
भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहां लाखों यूजर्स ट्विटर पर एक्टिव हैं। ऐसे में ट्विटर पर इन लाखों भारतीयों का दबदबा रहता है। भारत में 1 करोड़ से ज़्यादा ट्विटर यूजर्स हैं, जो इस प्लेटफॉर्म पर बेहद सक्रिय रहते हैं। ऐसे में Global times चाहकर भी भारत की 1 करोड़ की online सेना से टक्कर नहीं ले पाता। चीन अपना प्रोपेगेंडा फैलाने के लिए भाड़े के ट्विटर बोट्स भी इस्तेमाल करता है। उदाहरण के लिए इसी वर्ष जून महीने में ट्विटर ने लगभग 1 लाख 70 हज़ार ऐसे बोट्स को ट्विटर से हटाया था, जो प्लेटफॉर्म पर चीनी प्रोपेगैंडे को बढ़ावा दे रहे थे। हालांकि, चीन के लिए दोबारा अपनी IT सेल की सेना को खड़ा करना कोई बड़ी बात नहीं है। चीन ऐसा इसलिए करता है क्योंकि चीन में ट्विटर बैन है और वहाँ के लोगों में VPN के माध्यम से ट्विटर पर आकर अपने देश की नीतियों का बचाव करने में भी कोई रूचि नहीं है।
हालांकि, जब चीन के इन भाड़े के ट्रोल्स का मुक़ाबला भारत के 1 करोड़ राष्ट्रवादियों से होता है, तो CCP के गुलामों की धज्जियां उड़ जाती है। ट्विटर पर भारतीय यूजर्स ने चीनी मीडिया का जीना हराम कर दिया है। यही देश के लोगों की एकता का जीता-जागता प्रमाण है। सोशल मीडिया पर भारतीयों की एकता ने चीनी प्रोपेगेंडे को धूल में मिला दिया है। अब चीन जब भी भारत के खिलाफ ट्विटर वॉर शुरू करता है, तो हर बार मुंह की खाकर रह जाता है।