अभी कुछ ही महीने पहले चीन ने 1997 में ब्रिटेन के साथ हाँगकाँग की स्वायत्ता को बनाए रखने की संधि की धज्जियां उड़ाते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को इस द्वीप देश पर ज़बरदस्ती थोपा था। इसके अंतर्गत चीन की भांति सीसीपी के विरुद्ध किसी भी प्रकार का विरोध करने पर बिना किसी मुकदमे के वर्षों तक जेल में बंद करने का प्रावधान है। इसी कानून के दम पर चीन हाँगकाँग में पनप रहे लोकतन्त्र के पुष्प को रौंदने के लिए एड़ी-चोटी का ज़ोर लगा रहा है।
अभी हाल ही में हाँगकाँग मीडिया के प्रभावशाली व्यक्तियों में से एक जिमी लाई को इसी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के अंतर्गत हिरासत में लिया गया। यही नहीं, एप्पल डेली के मुख्य ऑफिस पर चीनी प्रशासन द्वारा छापा भी डाला गया था। बता दें कि जिमी लाई का हाँगकाँग की मीडिया पर बहुत प्रभाव है और वे हाँगकाँग के प्रमुख अखबारों में से एक एप्पल डेली के मालिक भी हैं। एप्पल डेली एक प्रमुख हाँगकाँग समाचार पत्र है, जो प्रमुख रूप से लोकतन्त्र समर्थक है, और इसने कई बार चीन की गुंडागर्दी को आड़े हाथों भी लिया है।
इसके अलावा जिमी लाई नेक्स्ट डिजिटल नामक मीडिया संस्थान का भी संचालन करते हैं। जिमी लाई को जब हिरासत में लिया गया, तो उन्होने स्वयं मानो चीनी प्रशासन पर तंज़ कसते हुए कहा, “और कर भी क्या सकते हैं ये?” सूत्रों के अनुसार जिमी के अलावा एप्पल डेली के मुख्य प्रशासन से जुड़े छह अन्य व्यक्तियों को भी हिरासत में लिया गया है, जिनपर चीनी प्रशासन के विरुद्ध विद्रोह करने , झूठी अफवाहें फैलाने इत्यादि का आरोप लगाया गया है।
ऐसे में उनकी गिरफ्तारी पर हाँगकाँग के लोकतन्त्र समर्थक, विशेषकर आम जनता शांत तो रहने वाले नहीं थे और जल्द ही चीन को ये गलती बहुत भारी पड़ी। लाखों लोगों ने हाँगकाँग में भारी मात्रा में एप्पल डेली नामक समाचार पत्र को खरीदना शुरू कर दिया। एक समाचार पत्र विक्रेता की डेली हेराल्ड से बातचीत से पता चला कि यह अभियान कितना लोकप्रिय हो चुका है। आम तौर पर विक्रेता के एक दिन में 100 प्रतियाँ बिकती थी, लेकिन जब से जिमी हिरासत में लिए गए हैं, तब से सुबह सुबह ही 200 से 300 प्रतियाँ बिक जाती हैं।
इसके अलावा एप्पल डेली और नेक्स्ट डिजिटल के स्टॉक मार्केट में दाम भी आसमान छू रहे हैं। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार जिमी के गिरफ्तारी के पश्चात तो एप्पल डेली और नेक्स्ट डिजिटल के शेयर्स खरीदने की होड़ लग गई और इन शेयर्स के दाम में लगभग 344 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी भी हुई है। इन शेयर्स के लाभ से कंपनी को लगभग 393 मिलियन हाँग काँग डॉलर्स की भारी कमाई भी हुई है।
एप्पल डेली के संपादक दल ने भी स्पष्ट कर दिया है कि चाहे कुछ भी हो जाये, पर एप्पल डेली की आवाज़ को चीन नहीं दबा पाएगा। प्रमुख संपादक Ryan Law के अनुसार यह उनके कोई नई बात नहीं है और जब तक चीन की गुंडागर्दी पर लगाम नहीं लग जाता, वे ऐसे ही आवाज़ उठाते रहेंगे। Ryan का इशारा शायद जिमी के पूर्व गिरफ्तारियों पर था, क्योंकि इससे पहले भी जिमी लाई चीनी प्रशासन द्वारा 3 बार इस वर्ष हिरासत में लिए जा चुके हैं।
चीन की हालत उस व्यक्ति की तरह हो चुकी है, जिसके सिर मुंडाते ही ओले पड़ने लगे। अभी हाँगकाँग में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के नाम पर धौंस जमाते हुए चीन ने मीडिया को कुचलने का प्रयास किया, लेकिन पासा ऐसा उल्टा पड़ा कि अब चीन स्वयं अपने किए पर बुरी तरह पछता रहा है।