जब सड़क 2 का ट्रेलर रिलीज़ हुआ था तो लोगों ने भर-भर के ट्रेलर को dislikes दिये थे। कई लोगों को लगा कि आखिर ऐसा भी क्या किया है सड़क 2 के निर्माताओं ने कि उन्हें इतनी घृणा मिल रही है। ऐसे लोगों की शंका निस्संदेह दूर हो जाएगी, अगर वो 2 घंटे 13 मिनट लंबी इस यातनापूर्वक फिल्म को झेल लें। जनता तो जनता, आलोचक भी सड़क 2 की भर्त्सना करने से अपने आप को रोक नहीं पाये। नतीजन, ये फिल्म अब इतिहास की सबसे कम रेटेड फिल्मों में से एक बन चुकी है।
सड़क 2 को इस समय प्रसिद्ध फिल्म रेटिंग पोर्टल Internet Movie Data Base यानी IMDb पर 10 में से मात्र एक रेटिंग मिली है। करीब 38000 लोगों ने अपने वोट दिये हैं, जिसमें से लगभग 90 प्रतिशत लोगों ने इस फिल्म को 1 स्टार की रेटिंग दी है। कई लोगों ने अपने रिव्यू में ये भी लिखा कि ये दुखद है कि IMDb की रेटिंग 1 से नीचे नहीं जाती, वरना इस फिल्म की रेटिंग तो 1 स्टार के योग्य भी नहीं है।
आम तौर पर पेशेवर क्रिटिक एक सुर में किसी फिल्म को सकारात्मक या नकारात्मक रेटिंग नहीं देते। कुछ निष्पक्ष रेटिंग देते हैं, तो कुछ पक्षपाती रेटिंग देते हैं। लेकिन सड़क 2 को सभी प्रमुख क्रिटिक्स ने एक सुर में नकारते हुए इसे एक निकृष्ट फिल्म बताया। एक क्रिटिक रोहित वत्स ने ये सुझाव दिया कि, यदि आपको फिल्म को न देखने के लिए घायल होने का नाटक भी करना पड़े, तो कीजिये। वहीं यूट्यूबर शांतनु पराशर ने अपने रिव्यू का शीर्षक ही लिख दिया, “सड़क 2 इतनी खराब है कि अपने 12 मिलियन का एक-एक डिसलाइक डिज़र्व करती है”
#MovieReview: In Sadak 2, there is an owl called Kumbhkarna who attacks bad guys on Sanjay Dutt’s command. If only he had sent the owl towards the makers!
Read @nawabjha's review. ⬇️https://t.co/dVjIuTUdVK
— News18 (@CNNnews18) August 29, 2020
सड़क 2 कितनी बुरी है, इसका अंदाज़ा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि तरण आदर्श और अनुपमा चोपड़ा जैसे क्रिटिक्स, जिन पर अक्सर खराब फिल्मों को भी बेहतरीन रेटिंग देने के आरोप लगते हैं, वो भी इस फिल्म को नकारात्मक रेटिंग देते नज़र आए –
#OneWordReview…#Sadak2: UNBEARABLE.
Rating: ⭐️
Just cannot be compared to its first part… Lacklustre plot… Lethargic and lifeless screenwriting… Music doesn’t work either… Terrible waste of the brand [#Sadak] and talent associated with this film. #Sadak2Review pic.twitter.com/Tyt1qQR6do— taran adarsh (@taran_adarsh) August 28, 2020
This film is flat-out bonkers. My review of #Sadak2: https://t.co/Bf8dh9Ne2D #Sadak2Review
— Anupama Chopra (@anupamachopra) August 29, 2020
तो इस फिल्म को जनता के क्रोध का शिकार क्यों बनना पड़ा? इसके पीछे दो कारण हैं – पहला कारण बॉलीवुड के नेपोटिज्म के खिलाफ लोगों का विरोध और दूसरा स्वयं सड़क 2 की खराब पटकथा।
जब सड़क 2 के ट्रेलर को भर-भर कर डिसलाइक्स दिये जा रहे थे, तब महेश भट्ट की बड़ी बेटी और अभिनेत्री पूजा भट्ट ने दावा किया था कि इन ट्रोलर्स को जवाब जनता देगी। लेकिन जैसा जवाब जनता ने अपने रिव्यूज़ में दिया है, उससे पूजा भट्ट के साथ पूरा भट्ट परिवार सदमे में होगा।