TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    यौन उत्पीड़न

    मोहम्मद फैज ने इलाज के लिए भर्ती 23 वर्षीय युवती का अस्पताल में किया रेप, इलाज के दौरान हुई मौत

    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    डीएमके

    मुरुगन सम्मेलन की सफलता से घबराई DMK!, फिर छेड़ा भाषा विवाद

    शशि थरूर का क्रिप्टिक पोस्ट

    कांग्रेस छोड़ रहे हैं शशि थरूर!: क्रिप्टिक X पोस्ट ने अटकलों को दी हवा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    काश पटेल जल्द ही 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में चीनी हस्तक्षेप से जुड़े सबूत देंगे

    अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चीन ने किया था हस्तक्षेप? US कांग्रेस को सबूत देगी FBI

    चीन ने भारत के खिलाफ चाल चल उसे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा दिया है

    फर्टिलाइजर को हथियार बना रहा चीन, खुल रही भारत की आत्मनिर्भरता की राह

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (FILE PHOTO)

    आपातकाल की त्रासदी: राजनाथ सिंह को मां के अंतिम संस्कार में नहीं होने दिया गया था शामिल

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    A platform that combines gambling and sports betting for every player

    A platform that combines gambling and sports betting for every player

    दिलजीत दोसांझ

    दिलजीत दोसांझ की फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री- मीका और बी प्राक ने उठाए सवाल

    संत प्रेमानंद जी महाराज

    दुर्घटनाओं की वजह से लोगों की हो रही अकाल मृत्यु से बचने के लिए प्रेमानंद महाराज ने बताए 5 उपाय

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    यौन उत्पीड़न

    मोहम्मद फैज ने इलाज के लिए भर्ती 23 वर्षीय युवती का अस्पताल में किया रेप, इलाज के दौरान हुई मौत

    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    डीएमके

    मुरुगन सम्मेलन की सफलता से घबराई DMK!, फिर छेड़ा भाषा विवाद

    शशि थरूर का क्रिप्टिक पोस्ट

    कांग्रेस छोड़ रहे हैं शशि थरूर!: क्रिप्टिक X पोस्ट ने अटकलों को दी हवा

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    काश पटेल जल्द ही 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में चीनी हस्तक्षेप से जुड़े सबूत देंगे

    अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चीन ने किया था हस्तक्षेप? US कांग्रेस को सबूत देगी FBI

    चीन ने भारत के खिलाफ चाल चल उसे आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ा दिया है

    फर्टिलाइजर को हथियार बना रहा चीन, खुल रही भारत की आत्मनिर्भरता की राह

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    ‘पीएम मोदी का विरोध, हिंदुओं पर निशाना’: कौन हैं न्यूयॉर्क के मेयर बनने जा रहे ज़ोहरान ममदानी?

    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    डॉ हिमंत बिश्व शर्मा

    असम में घुसपैठियों के कब्जे से छुड़ाई जा रही सत्र भूमि क्या है?

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    25 जून 1989 का ‘मोगा नरसंहार’: संघ के स्वयंसेवकों के अमर बलिदान की स्मृति

    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (FILE PHOTO)

    आपातकाल की त्रासदी: राजनाथ सिंह को मां के अंतिम संस्कार में नहीं होने दिया गया था शामिल

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    राजनाथ सिंह

    आतंकवाद पर नज़र बचा रहे थे पाक-चीन, SCO के संयुक्त बयान पर राजनाथ सिंह ने साइन से किया इनकार

    A platform that combines gambling and sports betting for every player

    A platform that combines gambling and sports betting for every player

    दिलजीत दोसांझ

    दिलजीत दोसांझ की फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री- मीका और बी प्राक ने उठाए सवाल

    संत प्रेमानंद जी महाराज

    दुर्घटनाओं की वजह से लोगों की हो रही अकाल मृत्यु से बचने के लिए प्रेमानंद महाराज ने बताए 5 उपाय

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

शिंजो आबे – सम्मान, साहस और विनम्रता की मूर्ति, दुनिया जापानी PM को मिस करेगी

एक शक्तिशाली और मजबूत इच्छाशक्ति वाला नेता

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
30 August 2020
in एशिया पैसिफिक
शिंजो आबे – सम्मान, साहस और विनम्रता की मूर्ति, दुनिया जापानी PM को मिस करेगी

PC: Financial Times

Share on FacebookShare on X

जापान के प्रधान मंत्री शिंजो आबे ने भले ही शुक्रवार को अपनी बीमारी के कारण जापान के प्रधानमंत्री का पद छोड़ने का फैसला लिया हो, परन्तु जापान के विकास में उनके योगदान को हमेशा दुनिया याद रखेगी।

वो चाहते तो अपनी बीमारी को छुपा कर सत्ता पर काबिज रह सकते थे परन्तु उन्होंने एक जिम्मेदार प्रधानमंत्री का दायित्व निभाना और अपने देश की भलाई के लिए इस पद को छोड़ना उचित समझा। आबे पहली बार 2006 में देश के पीएम बने थे, लेकिन बीमारी के कारण 2007 में इस्तीफा दे दिया। उनका वर्तमान कार्यकाल 2012 में शुरू हुआ। वह सबसे अधिक बार भारत आने वाले जापानी प्रधानमंत्री हैं। वो अब तक 4 बार भारत की यात्रा कर चुके हैं। यानि देखा जाए तो वह भारत के साथ अपने रिश्तों को बेहद अहम मानते थे। भारत के साथ यह संबंध असैन्य परमाणु ऊर्जा से लेकर समुद्री सुरक्षा, बुलेट ट्रेन से लेकर गुणवत्ता के बुनियादी ढाँचे तक तक पहुंच चुका है।

संबंधितपोस्ट

‘सेक्युलर और सोशलिस्ट पर पुर्निवचार हो’: आपातकाल में संविधान में जोड़े गए शब्दों पर RSS का एतराज़

चौंका देंगे आंकड़े: पिछले 10 वर्षों में उर्दू के प्रचार पर सरकार ने खर्च किया हिंदी से दो गुना धन

अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में चीन ने किया था हस्तक्षेप? US कांग्रेस को सबूत देगी FBI

और लोड करें

जिस तरह से जापान का इतिहास हिंसक और साम्राज्यवादी रहा है, उसे देखते हुए जापान के नेताओं पर एक अतिरिक्त बोझ रहता है। कभी कभी यह इतिहास जापान और उसके नेताओं पर भारी पड़ता है। विशेष रूप से चीन और कोरिया में किए गए जापान के कारनामे के कारण जापान वैश्विक मामलों में एक मजबूत आवाज मानने के लिए अनिच्छुक रहा है। उसे लगता था कि अगर जापान ने आवाज उठाई तो वैश्विक स्तर पर उसे पुराने हिंसक तरीकों की ओर लौटते देखा जाएगा।

इस दबाव के बावजूद शिंजों आबे ने अपने धैर्य और डिप्लोमेसी से जापान को न सिर्फ एक मजबूत ऊंचाई दी, बल्कि बिना छवि बिगाड़े जापान को सैन्य रूप से भी मजबूत किया। वर्ष 2012 में जब आबे सत्ता में आए, तो जापान पाँच वर्षों में पांच प्रधानमंत्रियों को देख चुका था जिससे अर्थव्यवस्था की स्थिति नाजुक थी। उन्होंने अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए तत्काल 3 सूत्रीय आर्थिक सुधारों को लागू किया जिसे Abenomics भी कहा जाता है। इससे धीरे धीरे जापान स्थिरता की ओर लौटा।

वर्ष 2012 में जब शिंजो दूसरी बार पीएम बने, तो उनका दृष्टिकोण स्पष्ट था कि वह इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में क्या हासिल करना चाहते हैं, एक स्वतंत्र और खुला इंडो-पैसिफिक जिसमें शांति कायम रहे और छोटे राष्ट्र बड़े देशों की धमकी के डर के बिना अपने विकास कार्यों को बढ़ा सके।

इस क्षेत्र में शांति के लिए प्रमुख खतरा चीन दिखाई दिया। इसलिए शिंजो का मिशन यह सुनिश्चित करना था कि अमेरिका इस क्षेत्र के लिए प्रतिबद्ध रहे और साथ ही चीन को यह भी समझाया कि वह सभी के साथ मिलकर चले। परंतु जब चीन ने फिर भी आक्रामकता नहीं छोड़ी तब शिंजों आबे ने जापान को भी मजबूत करना शुरू किया और अमेरिका के साथ साथ भारत से भी जापान के रिश्तों को नया आयाम दिया।

इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में एक रणनीतिक संतुलन बनाए रखना उनकी दीर्घकालिक दृष्टि का एक अनिवार्य हिस्सा था। इसलिए उन्होंने जापान, ऑस्ट्रेलिया, यू.एस. और भारत के साथ Quadrilateral Security Dialogue यानि QUAD को पुनर्जीवित करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और सभी देशों को एक साथ लाए।

वर्ष 2016 में जब ट्रम्प के अमेरिका के राष्ट्रपति बनने से पहले ही चीन South China Sea में आक्रामक हो चुका था और अपने पड़ोसियों पर गुंडई दिखा रहा था। यही नहीं पूर्व और दक्षिण चीन सागर में क्षेत्रीय दावों के साथ-साथ सभी अंतर्राष्ट्रीय कानून की अवहेलना करते हुए कृत्रिम द्वीपों पर निर्माण जारी रखे था।

उसी समय उत्तर कोरिया अपने नए नेता किम जोंग उन के नेतृत्व में परमाणु परीक्षणों के साथ जापान को लगातार उकसा रहा था। उत्तर कोरिया ने अपहरण किए गए जापानी नागरिकों को वापस करने से इनकार कर दिया और जापान के ऊपर मिसाइल भी दाग दी। यही नहीं अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने अमेरिका के सभी साथी देशों पर सवाल उठाना भी शुरू कर दिया था और उन्होंने जापान को भी निशाने पर लिया।

इन सभी चुनौतियों को शिंजों आबे ने समझा और बेहद ही संवेदनशील तरीके से सभी का सामना करते हुए हल निकाला। जापान को एक मजबूत ताकत बनाने के साथ-साथ अमेरिका को अपने पक्ष में किया और भारत तथा ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों के साथ अपने संबंध बढ़ा कर चीन और उत्तर कोरिया के खिलाफ Indo-Pacific में अपनी स्थिति मजबूत किया।

शिंजो आबे ने जापान के वैश्विक कद और प्रभाव को बढ़ाने, अपनी सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने में सक्षम साबित हुए। वर्ष 2014 में एक ऐतिहासिक बदलाव में, शिंजों आबे की सरकार ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद पहली बार जापानी सैनिकों को विदेशों में लड़ने की अनुमति देने के लिए संविधान के खंड को reinterpretation के लिए कानून पारित किया। वर्ष 2018 में घोषित पांच साल के रक्षा कार्यक्रम में 25.5 ट्रिलियन येन यानि 233.7 अरब डॉलर का आवंटन किया, जो पिछले पांच वर्षों में 6.4% की वृद्धि थी।

उन्होंने देश की सैन्य क्षमताओं में उल्लेखनीय वृद्धि की और संयुक्त राज्य अमेरिका पर अपनी पारंपरिक निर्भरता से परे जापान के रणनीतिक विकल्पों का विस्तार करने का भी प्रयास किया। इसका उदाहरण तब देखने को मिला जब अमेरिका ने ट्रांस-पैसिफिक पार्टनरशिप से कदम खींचे थे। उसके बाद जापान ने चीन के आर्थिक काउंटर के रूप में देखी जाने वाली ट्रांस-पैसिफिक पार्टनरशिप व्यापार का नेतृत्व किया।

पिछले सात वर्षों में, उन्होंने जापान के राजनीतिक परिदृश्य में स्थिरता ला दी है, जिससे बदलते भू राजनीतिक परिदृश्य में जापान आने वाले नई चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार हो चुका है। वास्तव में उन्हें जापान का मोदी कहे तो कुछ गलत नहीं होगा क्योंकि आबे के लिए देश सबसे महत्वपूर्ण रहा है। प्रधानमंत्री के रूप में शिंजो की सेवानिवृत्ति अंतरराष्ट्रीय परिषदों में एक वास्तविक खालीपन छोड़ देगी जहां वह लंबे समय से सम्मानित नेता रहे हैं। भविष्य में भी उनके योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।

शेयर3ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

मुस्लिम शरणार्थियों की हिंसा और दंगे: यूरोप को पोलैंड से क्या सीखने की आवश्यकता है ?

अगली पोस्ट

“तुम्हारी धमकी यहाँ नहीं चलेगी”- हुवावे की अफसर मेंग वांझू के मुद्दे पर कनाडा की चीन को दो-टूक

संबंधित पोस्ट

यह डैम की प्रतीकात्मक तस्वीर है
एशिया पैसिफिक

सिंधु जल संधि के निलंबन के बाद ‘पाकिस्तान के दोस्त’ की नई चाल, चीन ने कहा: अब पाकिस्तान में डैम निर्माण और तेज़ करेंगे

20 May 2025

जब भारत ने आतंकवाद के खिलाफ एक सख्त रुख अपनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान को जवाब दिया, तो यह केवल एक सैन्य कार्रवाई...

जापान जनसंख्या
एशिया पैसिफिक

खत्म हो जाएगा जापान का आस्तित्व, नहीं बचेगा एक भी जापानी? : घड़ी की टिक-टिक के साथ अटकी सांसें

10 January 2025

जापान को उसकी आर्थिक स्थिति और विज्ञान तथा तकनीक में की गई प्रगति के कारण दुनिया भर में तारीफ मिलती रही है। भारत में बुलेट...

डोनाल्ड ट्रम्प, अमेरिका के राष्ट्रपति
अमेरिकाज़

डोनाल्ड ट्रम्प की वापसी के भारत के लिए क्या हैं मायने? चीन से लेकर व्यापारिक मोर्चे तक, समझिए कहाँ क्या नफ़ा-नुकसान

7 November 2024

सिर्फ मोदी और ट्रम्प के संबंधों की बात करें तो हमने देखा है कि इनके व्यक्तिगत सम्बन्ध बड़े मधुर रहते हैं। चुनावों में मोदी का...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

India's Rise: Defense and Diplomacy in 2047 Vision

India's Rise: Defense and Diplomacy in 2047 Vision

00:22:51

1975 emergency: India's 21 month dictatorship.

00:10:29

poverty crushed! Modi delivers india's biggest upliftment ever.

00:06:19

Right time for release? Sardar ji 3 drops amid tragedy

00:05:33

India' s oil and ethanol market at risk? Rural industries dear US flood

00:04:14
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited