संसद का मॉनसून सत्र प्रारम्भ होते ही केंद्र सरकार को विपक्ष के अनेकों प्रश्नों का सामना करना पड़ा, जिनमें प्रमुख था एलएसी का मुद्दा और चीन की गुंडई पर केंद्र सरकार और भारतीय सेना की प्रतिक्रिया। इस पर उत्तर देने के लिए सामने आए भारत के पूर्व गृह मंत्री और वर्तमान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, जिन्होंने ये स्पष्ट किया कि भारत एक शांति प्रिय देश है, लेकिन आवश्यकता पड़ने पर वह हर प्रकार के युद्ध के लिए तैयार है, चाहे वह चीन से हो, या फिर चीन के साथ उसके मित्र पाकिस्तान से ही क्यों न हो।
लोकसभा में एलएसी के मुद्दे पर विपक्ष को जवाब देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, “हमने स्पष्ट किया है चीनियों को कि वे अपनी गतिविधियों [एलएसी] पर निरंतर आक्रमण से यथास्थिति [Status Quo] को बदलने का प्रयास किया है। उन्हे सूचित किया गया कि ये अस्वीकार्य है”। इसके अलावा राजनाथ सिंह ने ये भी बताया कि चीनियों ने बहुत बड़ी संख्या में एलएसी पर पीएलए सैनिकों की तैनाती की है और मई से ही वह भारत में घुसपैठ करने के प्रयास कर रहा है।
राजनाथ सिंह के अनुसार चीन ने एलएसी पर आक्रमण करके 1993 और 1996 में हुए द्विपक्षीय समझौतों का उल्लंघन किया है। उनके अनुसार, “गलवान घाटी में 15 जून को हुए आक्रमण और 29 एवं 30 अगस्त को पैंगोंग त्सो के दक्षिणी छोर पर आक्रमण के प्रयास से ये स्पष्ट होता है कि चीन को हमारे बीच हुए द्विपक्षीय समझौतों का सम्मान करने से कोई वास्ता नहीं है। हमारे सैनिक हर नियम का पालन करते हैं, परंतु चीनियों की ओर से ऐसा कुछ भी नहीं देखने को मिला है”।
परंतु राजनाथ सिंह इतने पर ही नहीं रुके। उन्होंने अपने व्याख्यान में इस बात पर भी प्रकाश डाला कि चीनी सैनिक कहाँ कहाँ और किस प्रकार से भारत पर धावा बोलने की तैयारी कर रहे हैं। उनके अनुसार, “पूर्वी लद्दाख में कई क्षेत्रों में तनातनी बनी हुई है, जैसे गोगरा , कोंग्का ला और पैंगोंग त्सो झील के उत्तरी और दक्षिणी छोर। अभी चीनियों ने एलएसी के आसपास सैनिकों और शस्त्रों को भारी संख्या में जमा करना शुरू किया है। चीन के जवाब में हमारी सेना ने भी आवश्यक प्रबंध कर लिया है, ताकि भारत चीन के हर नापाक हरकत को मुंहतोड़ जवाब दे सके”।
राजनाथ सिंह ने बतौर रक्षा मंत्री ये स्पष्ट किया है कि चीन के वास्तविक इरादे इस समय क्या हैं और ये भी स्पष्ट किया है कि भारत किस प्रकार से चीन को उसकी औकात बताने के लिए तैयारी कर रहा है। राजनाथ सिंह की बातों से इतना तो स्पष्ट हो चुका है कि चीन से युद्ध अब कभी भी हो सकता है, जिसके लिए भारत पूरी तरह से तैयार है।
जिस प्रकार से चीन दिन प्रतिदिन एलएसी का उल्लंघन कर भारत में घुसपैठ करने का प्रयास कर रहा है, उससे ये तो स्पष्ट है कि चीन युद्ध पर आमादा है, और यदि चीन की सहायता के लिए पाकिस्तान दूसरी ओर से मोर्चा खोल दे, तो किसी को कोई हैरानी नहीं होगी। लेकिन राजनाथ सिंह ने भी लोकसभा में अपने व्याख्यान से स्पष्ट किया कि चाहे एक मोर्चा हो या अनेक, भारत किसी भी प्रकार के युद्ध को लड़ने के लिए पूरी तरह सक्षम है।