TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    झारखंड में तनाव: जेएमएम और कांग्रेस के बीच दरार, इंडी ब्लॉक के लिए चिंता का विषय

    झारखंड में तनाव: जेएमएम और कांग्रेस के बीच दरार, इंडी ब्लॉक के लिए चिंता का विषय

    उद्धव और राज ठाकरे दो दशक बाद एक मंच पर साथ आए

    ‘भाषाई चरमपंथ’ के ज़रिए सियासी ज़मीन बचा रहे हैं उद्धव और राज ठाकरे!

    टीम बी की तैयारी: 2026 के तमिलनाडु चुनावों में डीएमके का बड़ा हथियार बन सकता है टीवीके

    2026 के तमिलनाडु चुनावों में कैसे DMK का हथियार बन सकते हैं थलापति विजय?

    सैनेटरी पैड्स पर भी राहुल गांधी: चापलूसी में अंधी हो गई है कांग्रेस!

    सैनेटरी पैड्स पर भी राहुल गांधी: चापलूसी में अंधी हो गई है कांग्रेस!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पाकिस्तान ने अमेरिका को सौंपी परमाणु हथियारों की कमान, सीआईए के पूर्व जासूस का बड़ा खुलासा

    पाकिस्तान ने अमेरिका को सौंपी परमाणु हथियारों की कमान, सीआईए के पूर्व जासूस का बड़ा खुलासा

    US के बाद भारत बनाएगा बंकर बस्टर मिसाइल: 24000 km/h की रफ्तार, जमीन के 100 मीटर भीतर तक करेगी वार

    US के बाद भारत बनाएगा बंकर बस्टर मिसाइल: 24000 km/h की रफ्तार, जमीन के 100 मीटर भीतर तक करेगी वार

    INS तमाल ने युद्धपोत आयात का किया अंत, आत्मनिर्भर भारत की राह पर एक और कदम

    INS तमाल के बाद अब युद्धपोत का आयात नहीं करेगा भारत, आत्मनिर्भर भारत की राह पर एक और कदम

    डिजिटल इंडिया

    डिजिटल इंडिया के 10 साल पूरे: पीएम मोदी ने बताया देश के सशक्तिकरण की क्रांति का सफर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पाकिस्तान ने अमेरिका को सौंपी परमाणु हथियारों की कमान, सीआईए के पूर्व जासूस का बड़ा खुलासा

    पाकिस्तान ने अमेरिका को सौंपी परमाणु हथियारों की कमान, सीआईए के पूर्व जासूस का बड़ा खुलासा

    निहाल मोदी

    नीरव मोदी का भाई निहाल मोदी अमेरिका में हुआ गिरफ्तार, भारत लाने की तैयारी शुरू

    अमेरिका में पिता को अंतिम विदाई : शवयात्रा में अचानक आसमान से फूलों के साथ बरसने लगे पैसे

    पिता को अंतिम विदाई : शवयात्रा में अचानक आसमान से फूलों के साथ बरसने लगे पैसे

    दो चीनी नागरिकों पर अमेरिकी नौसेना पर जासूसी करने का आरोप

    दो चीनी नागरिकों पर अमेरिकी नौसेना पर जासूसी करने का आरोप : DOJ ने बढ़ते खतरों की दी चेतावनी

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    इस्लाम के गढ़ सऊदी अरब में रेत में छिपा था 8000 साल पुराना मंदिर, जानें और क्या-क्या मिला

    इस्लाम के गढ़ सऊदी अरब में रेत में छिपा था 8000 साल पुराना मंदिर, जानें और क्या-क्या मिला

    पटना में सनातन महाकुंभ की तैयारियाँ तेज, 6 जुलाई को गांधी मैदान में होगा भव्य आयोजन

    पटना में सनातन महाकुंभ की तैयारियाँ तेज, 6 जुलाई को गांधी मैदान में होगा भव्य आयोजन

    अमरनाथ यात्रा शुरू: कड़ी सुरक्षा के बीच तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रवाना

    अमरनाथ यात्रा शुरू: कड़ी सुरक्षा के बीच तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रवाना

    दलाई लामा का बड़ा ऐलान: अगला उत्तराधिकारी जरूर आएगा, चीन का कोई दखल नहीं होगा

    दलाई लामा का बड़ा ऐलान: अगला उत्तराधिकारी जरूर आएगा, चीन का कोई दखल नहीं होगा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार होगा भारत और पाकिस्तान के बीच मैच

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार होगा भारत और पाकिस्तान के बीच मैच

    भारत ने फिर ब्लॉक किए पाकिस्तानी कलाकारों के सोशल मीडिया अकाउंट्स

    भारत ने फिर ब्लॉक किए पाकिस्तानी कलाकारों के सोशल मीडिया अकाउंट्स

    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    कुमार विश्वास

    कुमार विश्वास ने सरदार जी3 के लिए दिलजीत को लगाई लताड़

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    झारखंड में तनाव: जेएमएम और कांग्रेस के बीच दरार, इंडी ब्लॉक के लिए चिंता का विषय

    झारखंड में तनाव: जेएमएम और कांग्रेस के बीच दरार, इंडी ब्लॉक के लिए चिंता का विषय

    उद्धव और राज ठाकरे दो दशक बाद एक मंच पर साथ आए

    ‘भाषाई चरमपंथ’ के ज़रिए सियासी ज़मीन बचा रहे हैं उद्धव और राज ठाकरे!

    टीम बी की तैयारी: 2026 के तमिलनाडु चुनावों में डीएमके का बड़ा हथियार बन सकता है टीवीके

    2026 के तमिलनाडु चुनावों में कैसे DMK का हथियार बन सकते हैं थलापति विजय?

    सैनेटरी पैड्स पर भी राहुल गांधी: चापलूसी में अंधी हो गई है कांग्रेस!

    सैनेटरी पैड्स पर भी राहुल गांधी: चापलूसी में अंधी हो गई है कांग्रेस!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान को कहा अलविदा, 25 साल के रिश्ते खत्म, ये रहीं वजहें

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    विदेशी निवेश, इनोवेशन और आत्मविश्वास से भारत बन रहा है ग्लोबल लीडर: निवेश सलाहकार मनु सेठ

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    हरियाणा में 1.18 लाख कर्मचारियों की सैलरी में 5% की बढ़ोतरी, आदेश जारी

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    पाकिस्तान ने अमेरिका को सौंपी परमाणु हथियारों की कमान, सीआईए के पूर्व जासूस का बड़ा खुलासा

    पाकिस्तान ने अमेरिका को सौंपी परमाणु हथियारों की कमान, सीआईए के पूर्व जासूस का बड़ा खुलासा

    US के बाद भारत बनाएगा बंकर बस्टर मिसाइल: 24000 km/h की रफ्तार, जमीन के 100 मीटर भीतर तक करेगी वार

    US के बाद भारत बनाएगा बंकर बस्टर मिसाइल: 24000 km/h की रफ्तार, जमीन के 100 मीटर भीतर तक करेगी वार

    INS तमाल ने युद्धपोत आयात का किया अंत, आत्मनिर्भर भारत की राह पर एक और कदम

    INS तमाल के बाद अब युद्धपोत का आयात नहीं करेगा भारत, आत्मनिर्भर भारत की राह पर एक और कदम

    डिजिटल इंडिया

    डिजिटल इंडिया के 10 साल पूरे: पीएम मोदी ने बताया देश के सशक्तिकरण की क्रांति का सफर

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    पाकिस्तान ने अमेरिका को सौंपी परमाणु हथियारों की कमान, सीआईए के पूर्व जासूस का बड़ा खुलासा

    पाकिस्तान ने अमेरिका को सौंपी परमाणु हथियारों की कमान, सीआईए के पूर्व जासूस का बड़ा खुलासा

    निहाल मोदी

    नीरव मोदी का भाई निहाल मोदी अमेरिका में हुआ गिरफ्तार, भारत लाने की तैयारी शुरू

    अमेरिका में पिता को अंतिम विदाई : शवयात्रा में अचानक आसमान से फूलों के साथ बरसने लगे पैसे

    पिता को अंतिम विदाई : शवयात्रा में अचानक आसमान से फूलों के साथ बरसने लगे पैसे

    दो चीनी नागरिकों पर अमेरिकी नौसेना पर जासूसी करने का आरोप

    दो चीनी नागरिकों पर अमेरिकी नौसेना पर जासूसी करने का आरोप : DOJ ने बढ़ते खतरों की दी चेतावनी

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    इस्लाम के गढ़ सऊदी अरब में रेत में छिपा था 8000 साल पुराना मंदिर, जानें और क्या-क्या मिला

    इस्लाम के गढ़ सऊदी अरब में रेत में छिपा था 8000 साल पुराना मंदिर, जानें और क्या-क्या मिला

    पटना में सनातन महाकुंभ की तैयारियाँ तेज, 6 जुलाई को गांधी मैदान में होगा भव्य आयोजन

    पटना में सनातन महाकुंभ की तैयारियाँ तेज, 6 जुलाई को गांधी मैदान में होगा भव्य आयोजन

    अमरनाथ यात्रा शुरू: कड़ी सुरक्षा के बीच तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रवाना

    अमरनाथ यात्रा शुरू: कड़ी सुरक्षा के बीच तीर्थयात्रियों का पहला जत्था रवाना

    दलाई लामा का बड़ा ऐलान: अगला उत्तराधिकारी जरूर आएगा, चीन का कोई दखल नहीं होगा

    दलाई लामा का बड़ा ऐलान: अगला उत्तराधिकारी जरूर आएगा, चीन का कोई दखल नहीं होगा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार होगा भारत और पाकिस्तान के बीच मैच

    ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार होगा भारत और पाकिस्तान के बीच मैच

    भारत ने फिर ब्लॉक किए पाकिस्तानी कलाकारों के सोशल मीडिया अकाउंट्स

    भारत ने फिर ब्लॉक किए पाकिस्तानी कलाकारों के सोशल मीडिया अकाउंट्स

    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    ‘मुझे पाकिस्तान को प्यार भेजने से कोई नहीं रोक सकता’: नसीरुद्दीन शाह के पाक प्रेम के क्या हैं मायने?

    कुमार विश्वास

    कुमार विश्वास ने सरदार जी3 के लिए दिलजीत को लगाई लताड़

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

चीन लगातार अपनी Currency के साथ हेरफेर कर रहा है,पर बहुत ही चतुराई से

चीन के आर्थिक सशक्तिकरण के जालसाजी को समझिए..

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
24 October 2020
in Uncategorized
चीन

(PC-Fortune)

Share on FacebookShare on X

दशकों तक चीन एक रहस्यमयी देश रहा है जहाँ विदेशी लोगों और विदेशी पूंजी की पहुँच बेहद सीमित थी। न तो वहाँ के लोग बाहर जाते थे और न ही बाहर से लोगों को वहाँ किसी प्रकार की छुट मिलती थी। यहां तक ​​कि जब चीन ने 1978 में अपनी अर्थव्यवस्था को विदेशी पूंजी के लिए खोला, तो उसने वैश्विक मानदंडों का पालन नहीं किया और एक ऐसा सिस्टम बना दिया जो विश्व में और कहीं नहीं था। सोच से कम्युनिस्ट, काम से कैपिटलिस्ट के साथ वह सिस्टम कई अपारदर्शी प्रथाओं के साथ फलने-फूलने लगा।

अब भी अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में चीन के सरकारी तंत्र में अपारदर्शी प्रथाओं की अधिकता है, जितनी कि वे 1970 के दशक में हुआ करते थे। हालाँकि, निजी कंपनी धीरे-धीरे अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों की ओर बढ़ रहे हैं। पिछले कुछ वर्षों में चीन के बारे में एक बड़ा रहस्य यह है कि अखिर कैसे चीन का विदेशी मुद्रा भंडार 3 से 3.2 ट्रिलियन डॉलर के बीच स्थिर है, जबकि वर्ष 2017 के बाद से ही  अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प चीन पर लगातार आर्थिक हमले कर रहे हैं।

संबंधितपोस्ट

दो चीनी नागरिकों पर अमेरिकी नौसेना पर जासूसी करने का आरोप : DOJ ने बढ़ते खतरों की दी चेतावनी

‘2 सप्ताह तक गायब, चीनी मीडिया में चुप्पी और आर्थिक संकट’: क्यों शी जिनपिंग को हटाए जाने की लग रही हैं अटकलें?

डिजिटल इंडिया के 10 साल: भारत में अमेरिका से 50 गुना सस्ता है 1 जीबी डेटा, जानें अन्य देशों की क्या है स्थिति?

और लोड करें

किसी भी देश में विदेशी मुद्रा भंडार की उपलब्धता का अर्थ होता है कि वह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपने देश की मुद्रा की कीमत को कितना प्रभावित करने की क्षमता रखता है। जब भी कोई केंद्रीय बैंक खुले बाजार के माध्यम से विदेशी मुद्रा बेचता है, तो अमेरिकी डॉलर के मुकाबले उस देश की मुद्रा का मूल्य डॉलर की मांग कमजोर होने के कारण बढ़ जाता है।

और जब कोई देश विदेशी मुद्रा खरीदता है, तो अमेरिकी डॉलर के मुकाबले इसकी मुद्रा का मूल्य अमेरिकी डॉलर की मांग में वृद्धि के कारण घट जाता है। दशकों तक, पूर्व एशियाई देश जैसे ताइवान, जापान, दक्षिण कोरिया और 1990 के दशक के बाद से चीन ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले अपनी मुद्रा के मूल्य को कम रखने के लिए खरबों डॉलर के विदेशी मुद्रा जमा किए हैं क्योंकि इससे निर्यात पर सब्सिडी मिलता है और आयात पर  कीमत बढ़ जाता है।

उदाहरण के लिए, मान लीजिए कि एक लैपटॉप की अमेरिका में 100 डॉलर की लागत है और अब कंपनी इसे भारत में बेचना चाहती है। इस तथ्य को देखते हुए कि भारत में 1 डॉलर का मूल्य लगभग 75 रुपये है, भारत में लैपटॉप की कीमत 7,500 रुपये होगी।

जिस मुद्रा का जितना कम मूल्य होगा, उस देश के अंदर निर्यात किए गए सामान की कीमतें उतनी अधिक रहेंगी। इसी तरह, अगर भारत में किसी उत्पाद का उत्पादन सिर्फ 1 डॉलर में किया जाता है, तो अमेरिका में इसकी कीमत केवल 1 डॉलर होगी जो कि वहाँ के लोगों की क्रय शक्ति की तुलना में बहुत कम है। इससे अमेरिका में लोग भारत से आयातित सामानों को उसके कम दाम की वजह से पसंद करेंगे लेकिन इससे अमेरिकी उद्योगों के उस क्षेत्र का पतन भी होगा क्योंकि उनकी बिक्री घट जाएगी।

इसलिए, चीन ने अपनी मुद्रा में हेरफेर करता रहा है और लगभग 3 ट्रिलियन डॉलर यानि भारत से 5 गुना अधिक विदेशी मुद्रा भंडार जमा किया। इससे चीन को निर्यात करने में खूब फायदा हुआ और अपने घरेलू उद्योग की रक्षा करने में मदद मिली।

लेकिन डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन के इस हेरफेर को मुद्दा बना कर राष्ट्रपति चुनाव जीता और राष्ट्रपति बनने के बाद, उन्होंने चीन को जापान, दक्षिण कोरिया, जर्मनी, इटली, आयरलैंड, सिंगापुर, मलेशिया और वियतनाम के साथ मुद्रा निगरानी सूची में डाल दिया।

निगरानी सूची में होने का मतलब है कि अगर चीन को मुद्रा में हेरफेर करते हुए पाया जाता है, तो अमेरिकी सरकार उसे currency manipulator list  में डाल देगी और उचित कार्रवाई करेगी जैसे कि उन्होंने 1990 के दशक की शुरुआत में ताइवान और 1980 के दशक में दक्षिण कोरिया के साथ किया था।

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार, अब अर्थशास्त्री यह सोच रहे हैं कि, “युआन मजबूत खरीद मांग पर अधिक तेजी से क्यों नहीं बढ़ रहा है क्योंकि चीन की अर्थव्यवस्था कोरोनोवायरस महामारी से उबर रही है और विदेशी निवेशक आकर्षक रिटर्न का लाभ उठाने के लिए mainland securities  खरीद रहे हैं। क्या बीजिंग हेर फेर कर के युआन की ताकत को दबा रहा है? और यदि ऐसा है, तो विदेशी मुद्रा भंडार की राशि एक परिणाम के रूप में बढ़ी क्यों नहीं?”

कई अर्थशास्त्री और विश्लेषक अनुमान लगा रहे हैं कि देश ने exchange rate और विदेशी भंडार को स्थिर रखने के लिए free capital outflow की अनुमति दी है।

लेकिन देखा जाए तो वर्ष 2017 से ही युआन के मूल्य में गिरावट आई है और यह चीनी अर्थव्यवस्था में बढ़ी है उसे देखते हुए इसकी संभावना कम लगती है। यही कारण है कि विश्लेषकों का यह तर्क है कि पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना विदेशी भंडार को स्थिर रखने के लिए कुछ गुप्त तकनीक का उपयोग कर रहा है। यही नहीं पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना युआन की कीमतें स्थिर रखने का भी प्रबंधन कर रहा है। हालांकि, बाजार की स्थितियों के अनुसार हैं इसे अमेरिकी डॉलर के मुकाबले बढ़ने चाहिए थे।

कुछ लोगों का तर्क है कि चीन ने मुद्रा भंडार को स्थिर रखने के लिए संभवतः सरकार के स्वामित्व वाले बैंकों में ऐसेट्स को बैलेंस शीट से ही हटा दिया। इस तरह, चीन ट्रम्प प्रशासन की नज़र में आए बिना अपनी मुद्रा में हेरफेर जारी रखे हुए है।

चीन मुद्रा को ले कर जो भी हेरफेर कर रहा है और जिस विधि से कर रहा है, इससे एक बात यह स्पष्ट है कि चीन ऐसे अपारदर्शी कामकाज के माध्यम से ट्रम्प प्रशासन को बेवकूफ बना रहा है और चेतावनी के बावजूद मुद्रा में हेरफेर करना जारी रखा है।

बाजार की स्थिति बताती है कि विदेशी मुद्रा स्थिर रहने के लिए, पिछले चार वर्षों में चीन को बाजार में अतिरिक्त विदेशी मुद्रा खर्च करना चाहिए था, और जिसके बाद चीनी मुद्रा की पर्याप्त मजबूती आई होती। लेकिन, इसके विपरीत, चीन के मुद्रा का मूल्य घट रहा है और निर्यात में मदद मिल रहा  है।

चीन का केंद्रीय बैंक स्पष्ट रूप से अमेरिका को मूर्ख बना रहा है और अब ट्रम्प प्रशासन को इस मामले की ओर ध्यान देना चाहिए तथा चीन को currency manipulator के लिस्ट में डालना चाहिए।

Tags: चीन
शेयर7ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

Army से ज्यादा आम लोगो तक पहुंचने वाली Canteen की ‘सस्ती इंपोर्टेड शराब’ की बिक्री होगी बंद

अगली पोस्ट

‘मैक्रों को मानसिक उपचार की आवश्यकता है’, कट्टरवादियों के खिलाफ फ्रांस के रुख से चिढ़े तुर्की और पाकिस्तान

संबंधित पोस्ट

Farooq Abdullah Mata Vaishno Devi Darshan
Uncategorized

माता वैष्णो देवी से फारूक अब्दुल्ला ने क्या मांगा? PM मोदी के काम को बताया बूस्टर डोज

11 June 2025

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 11 साल के कार्यकाल के दौरान जम्मू-कश्मीर विकास के राह पर आगे बढ़ रहा है। घाटी में अब वंदे भारत ट्रेन...

Mahua Moitra Pinaki Mishra
Uncategorized

65 के पिनाकी मिश्रा की हुईं 50 की महुआ मोइत्रा, गठबंधन पर क्यों हो रही इन विवादों की चर्चा?

5 June 2025

जब बात नशे की हो तो देश में पारंपरिक महुआ शराब का नाम आ ही जाता है। एक ऐसा पेड़ जो कई गुणों से भरपूर...

Rahul Gandhi British Citizenship Case
Uncategorized

10 दिन में पता चल जाएगा राहुल गांधी ब्रिटिश हैं या नहीं? हाईकोर्ट ने मांगा जवाब

21 April 2025

इलाहाबाद हाईकोर्ट (Allahabad High Court) की लखनऊ बेंच ने आज Rahul Gandhi की ब्रिटिश नागरिकता के मामले पर सुनवाई की है। कोर्ट ने केंद्र सरकार...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Murugan Wave Rattles INDIA Bloc, Triggers Reactionary Meet in Madurai

Murugan Wave Rattles INDIA Bloc, Triggers Reactionary Meet in Madurai

00:08:10

Rage on stage: why a police officer resigned quit after CM's outburst

00:03:40

Right to religion vs duty to identify: where should India draw the line?

00:04:34

Junior Kharge Calls to Ban RSS Amid Karnataka Congress Civil War!

00:10:02

Kerala Muslim Groups oppose Zumba classes for School Children

00:07:21
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited