TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    आपातकाल के 50 साल पूरे

    आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

    अजित पवार और उनके चाचा शरद पवार (FILE PHOTO)

    शरद पवार VS अजित पवार: 40 साल बाद शुगर फैक्ट्री चुनाव में उतरे अजित ने दर्ज की बंपर जीत

    कर्नाटक के रोहित वेमुला बिल पर बवाल,  सामाजिक न्याय के नाम पर कांग्रेस ने चली चुनावी चाल!

    कर्नाटक के रोहित वेमुला बिल पर बवाल, सामाजिक न्याय के नाम पर कांग्रेस ने चली चुनावी चाल!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    सोनिया गांधी और इज़रायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू

    ईरान के समर्थन में लिखे गए सोनिया गांधी के लेख पर भड़का इज़रायल

    खामेनेई और डोनाल्ड ट्रंप

    ईरान पर अमेरिका का हमला: क्या ‘स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़’ को बंद कर बदला लेंगे खामेनेई?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (FILE PHOTO)

    आपातकाल की त्रासदी: राजनाथ सिंह को मां के अंतिम संस्कार में नहीं होने दिया गया था शामिल

    आपातकाल के 50 साल पूरे

    आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

    प्राचीन ज्ञान

    प्राचीन ज्ञान, विज्ञान और संस्कृति के वैश्विक विस्तार की अमर गाथा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिलजीत दोसांझ

    दिलजीत दोसांझ की फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री- मीका और बी प्राक ने उठाए सवाल

    संत प्रेमानंद जी महाराज

    दुर्घटनाओं की वजह से लोगों की हो रही अकाल मृत्यु से बचने के लिए प्रेमानंद महाराज ने बताए 5 उपाय

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    आपातकाल के 50 साल पूरे

    आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

    अजित पवार और उनके चाचा शरद पवार (FILE PHOTO)

    शरद पवार VS अजित पवार: 40 साल बाद शुगर फैक्ट्री चुनाव में उतरे अजित ने दर्ज की बंपर जीत

    कर्नाटक के रोहित वेमुला बिल पर बवाल,  सामाजिक न्याय के नाम पर कांग्रेस ने चली चुनावी चाल!

    कर्नाटक के रोहित वेमुला बिल पर बवाल, सामाजिक न्याय के नाम पर कांग्रेस ने चली चुनावी चाल!

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत

    कपड़ा उद्योग में ग्लोबल लीडर बनता भारत, कैसे घुटनों पर आया बांग्लादेश

    मारन भाइयों की कहानी

    तमिलनाडु की राजनीति और मीडिया के ‘पावर प्लेयर्स’: मारन बंधुओं के संघर्ष और विवाद की पूरी कहानी

    बोईंग शेयर क्रैश

    प्लेन क्रैश के बाद धड़ाम हुए बोइंग के शेयर, प्री-मार्केट में 8% की गिरावट

    GDP

    क्रिसिल का अनुमान: FY26 में फिर घटेंगी ब्याज दरें, भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5% पर टिकी

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    कॉम्पैक्ट सीक्यूबी कार्बाइन

    सीमित जगहों की जंग में अब बढ़ेगी सेना की मारक क्षमता, जल्द मिलेगी नई CQB कार्बाइन

    1991 में हुआ सैन्य सूचना समझौता

    विश्वास के नाम पर खुली रणनीति: 1991 समझौता बना भारत की सुरक्षा में सेंध

    महिला सशक्तिकरण

    जम्मू में लड़कियों के लिए 15 दिवसीय आत्मरक्षा शिविर, घरेलू सामान से रक्षा की ट्रेनिंग पर ज़ोर

    ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट

    क्यों 4 दिनों से भारत में फंसा है ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35 स्टेल्थ फाइटर जेट?

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)

    बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    ‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

    सोनिया गांधी और इज़रायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू

    ईरान के समर्थन में लिखे गए सोनिया गांधी के लेख पर भड़का इज़रायल

    खामेनेई और डोनाल्ड ट्रंप

    ईरान पर अमेरिका का हमला: क्या ‘स्ट्रेट ऑफ हॉर्मुज़’ को बंद कर बदला लेंगे खामेनेई?

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    आपातकाल की क्रूरता

    आपातकाल की क्रूरता: कांग्रेस के दमनकारी शासन की पोल खोलेगा इंदिरा गांधी सेंटर

    केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (FILE PHOTO)

    आपातकाल की त्रासदी: राजनाथ सिंह को मां के अंतिम संस्कार में नहीं होने दिया गया था शामिल

    आपातकाल के 50 साल पूरे

    आपातकाल के 50 साल पूरे, पीएम ने बताया ‘संविधान हत्या दिवस’; बोले- लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे काला अध्याय

    प्राचीन ज्ञान

    प्राचीन ज्ञान, विज्ञान और संस्कृति के वैश्विक विस्तार की अमर गाथा

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिलजीत दोसांझ

    दिलजीत दोसांझ की फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री- मीका और बी प्राक ने उठाए सवाल

    संत प्रेमानंद जी महाराज

    दुर्घटनाओं की वजह से लोगों की हो रही अकाल मृत्यु से बचने के लिए प्रेमानंद महाराज ने बताए 5 उपाय

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    ‘शाकाहार को हिंसक’ बताने वाले IIT बॉम्बे के हिंदू विरोधी प्रोफेसर को कारण बताओ नोटिस

    'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर बढ़ा विवाद; थरूर बोले-'मतभेद पार्टी के भीतर ही उठाऊंगा'

    थरूर ने कांग्रेस से मतभेदों को स्वीकारा, गांधी परिवार से वैचारिक दूरी के दिए संकेत

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

“सारा तेल का खेल है”, आर्मीनिया-अज़रबैजान के युद्ध से आखिर दुनिया चिंतित क्यों है?

दो छोटे देशों की लड़ाई में क्यों कूद रही हैं बड़ी Powers?

Animesh Pandey द्वारा Animesh Pandey
4 October 2020
in विश्व
आर्मीनिया
Share on FacebookShare on X

अज़रबैजान और Armenia (आर्मीनिया) की लड़ाई अब एक हिंसक युद्ध की ओर अग्रसर हो रही है। वे Nagorno Karabakh नामक क्षेत्र के लिए लड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। लेकिन जिस प्रकार से इन दो छोटे देशों के बीच की हिंसक झड़प में फ्रांस, रूस और तुर्की भी शामिल हो रहे हैं, उससे एक प्रश्न तो पूछना बनता है – यह लड़ाई केवल ज़मीन के लिए है, या किसी और बात के लिए?

यहां पर दक्षिण Caucasus क्षेत्र की रणनीतिक अहमियत सामने आती है। दरअसल, दक्षिण Caucasus क्षेत्र न केवल एक अहम कनेक्टिविटी हब है, अपितु जिस क्षेत्र के लिए आर्मीनिया और अज़रबैजान लड़ रहे हैं, वो असल में एक अहम तेल आपूर्ति मार्ग भी है। अज़रबैजान और आर्मीनिया की Nagorno Karabakh के लिए लड़ाई आज से नहीं, बल्कि पिछले 100 वर्षों से चली आ रही है। आर्मीनिया और अज़रबैजान किसी समय सोवियत संघ का ही हिस्सा थे। जहां आर्मीनिया ईसाई बहुल देश है, तो अज़रबैजान इस्लाम बहुल देश है।

संबंधितपोस्ट

अहमदाबाद प्लेन क्रैश पर विश्वभर से शोक: रूस से ब्रिटेन तक नेताओं ने जताई संवेदना, जानिए किसने क्या कहा

सनातन की दिव्यता: रूस के 10 बड़े हिंदू मंदिर, भारत की समृद्ध संस्कृति

तुर्की में कांग्रेस के ‘दफ्तर’ की पूरी कहानी क्या है?

और लोड करें

इसी भांति Nagorno Karabakh के लिए लड़ाई भी इन्हीं समीकरणों के इर्द गिर्द घूमती है। अंतर्राष्ट्रीय रूप से इस क्षेत्र को अज़रबैजान का हिस्सा माना गया है, लेकिन इस क्षेत्र में मूल रूप से आर्मीनियाई लोगों का निवास है। 1990 के दशक से Nagorno Karabakh क्षेत्र पर आर्मीनिया का अधिकार है। 1991 में स्वयं Nagorno Karabakh ने अज़रबैजान से अपने आपको स्वतंत्र घोषित किया, और इसलिए आर्मीनिया ने इस क्षेत्र में अपना प्रभाव बढ़ाना शुरू किया।

परंतु अज़रबैजान और आर्मीनिया के बीच की लड़ाई न सिर्फ इस क्षेत्र की शांति भंग कर रही है, अपितु यूरोप के ऊर्जा परिवहन को भी काफी नुकसान पहुँच रहा है। इसी क्षेत्र के जरिये अज़रबैजान से तेल और गैस की दो पाइपलाइन पूरे यूरोप को तेल और गैस सप्लाई करती है। ऐसे में इस क्षेत्र में अज़रबैजान और आर्मीनिया के बीच युद्ध का अर्थ है कि यूरोप को Caspian क्षेत्र से तेल और गैस की निर्बाध आपूर्ति नहीं मिल पाएगी।

Caspian क्षेत्र तेल और गैस के भंडारों से सम्पन्न है, और यहां की क्षेत्रीय शक्तियां इन संसाधनों को पूरे यूरोपीय महाद्वीप में वितरित करना चाहती हैं। लेकिन Caspian क्षेत्र से ऊर्जा को निर्यात करने के केवल दो ही मार्ग हैं। एक रूस के रास्ते उत्तर पश्चिम दिशा से होते हुए जाता है, और दूसरा दक्षिण पश्चिमी दिशा से Caucasus क्षेत्र के रास्ते होते हुए जाता है। ऐसे में यदि आर्मीनिया और अज़रबैजान के बीच तनातनी युद्ध में परिवर्तित होती है, तो रूस पर अपने तेल और गैस की आवश्यकता के लिए निर्भरता को कम करने में जुटे बाकी यूरोपीय देशों के लिए किसी आपदा से कम नहीं होगा।

पर तेल और गैस की आपूर्ति तो इस समस्या का केवल एक ही पहलू है। चूंकि दक्षिण Caucasus अंतर्राष्ट्रीय चौराहे पर स्थित है, इसलिए यह एशिया को यूरोप से भी जोड़ सकता है।  ऐसे में चीन के प्रभाव को भी नहीं नकारा जा सकता है। अज़रबैजान जैसे देशों की लोकेशन चीन के तथाकथित BRI परियोजना के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।

चीन भली भांति जानता है कि वह तब तक यूरोप नहीं पहुंच सकता, जब तक वह दक्षिण Caucasus में निवेश नहीं करता, और इसीलिए चीन एक ट्रांस कैस्पियन इंटरनेशनल ट्रांजिट रूट का निर्माण कर रहा है, जिसका एक महत्वपूर्ण हिस्सा बाकू, तुलसी और कार्स को पार करने वाला रेल मार्ग है। यह रेल लाइन चीनी सामान को तुर्की तक पहुँचने का सबसे छोटा और सबसे सरल रूट माना जा रहा है, लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि इस रूट के कारण चीन को यूरोप पहुँचने में एक महीने के बजाए अब केवल 15 दिन लगते हैं।

चीन विवादित Nagorno Karabakh क्षेत्र से गुजरने वाले तेल और गैस आपूर्ति मार्गों के महत्व को भी समझता है। चीनी राज्य मीडिया आउटलेट CGTN ने यहां तक ​​बताया है कि, “Nagorno Karabakh क्षेत्र भौगोलिक रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि यह यूरोप और क्षेत्र के अन्य देशों के लिए एक महत्वपूर्ण पाइपलाइन और ऊर्जा का द्वार है।”

वहीं, रूस और तुर्की के लिए भी आर्मेनिया और अजरबैजान न केवल भौगोलिक स्थिति के कारण महत्वपूर्ण हैं, बल्कि इसलिए क्योंकि दक्षिण Caucasus इस्लामी और रूढ़िवादी ईसाई के बीच टकराव का एक बड़ा कारण है।

तुर्की के लिए वर्तमान लड़ाई के पीछे मध्य एशिया का लिंक भी है। तुर्की मध्य एशिया तक प्रत्यक्ष रूप से नहीं पहुँच पाता, और उसके सपने के बीच में आर्मीनिया और Nagorno Karabakh के क्षेत्र आते हैं। आर्मीनिया पर हमला कर Nagorno Karabakh क्षेत्र पर कब्जा जमाना एर्दोगन के खलीफा बनने के प्लान का ही हिस्सा है। ऐसा इसलिए है क्योंकि तुर्की और मध्य एशिया को जोड़ने के लिए कोई स्पष्ट लिंक नहीं है, और दोनों क्षेत्रों में संबंध स्थापित करने में कथित रूप से आर्मीनिया और Nagorno Karabakh क्षेत्र के आड़े आ रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ पुतिन यह इसलिए नहीं होने देंगे क्योंकि मध्य एशिया पर पारंपरिक रूप से मॉस्को का प्रभाव रहा है। इसलिए यदि तुर्की ने अज़रबैजान का पक्ष लिया है, तो रूस को हर हाल ही में आर्मीनिया का बचाव करना होगा। ऐसे में यदि आर्मीनिया और अज़रबैजान के बीच युद्ध छिड़ा, तो रूस, यूरोप, चीन और तुर्की को इस युद्ध का हिस्सा बनने में ज़्यादा समय नहीं लगेगा।

Tags: अज़रबैजानआर्मीनियातुर्कीरूस
शेयर51ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

भारत में जब भी कोई बड़ी घटना होती है, ये मीडिया हर बार नीचता की हद क्यों पार कर जाती है?

अगली पोस्ट

तुर्की जल्द ही NATO से धक्के मारकर बाहर निकाला जाएगा, संकेत तो यही कहते हैं

संबंधित पोस्ट

सैटेलाइट तस्वीरों में हमले से पहले परमाणु साइट्स के पास नज़र आए थे ट्रक (Photo-Medium)
विश्व

बेअसर रहा अमेरिकी हमला?: CNN की रिपोर्ट में दावा कहा- ईरान में नहीं नष्ट हुआ ऐनरिच यूरेनियम; ट्रंप ने दी प्रतिक्रिया

25 June 2025

ईरान के तीन सबसे कड़ी सुरक्षा वाले परमाणु ठिकानों पर अमेरिका द्वारा की गई बमबारी को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। अमेरिकी के...

‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!
विश्व

‘मुस्लिम एकता’ की बात करने वाले पाकिस्तान के रास्ते गिराए गए इस्लामी मुल्क ईरान पर बम!

23 June 2025

अमेरिका ने ईरान में परमाणु ठिकानों को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए हैं। ये हमले ‘ऑपरेशन मिडनाइट हैमर’ के तहत किया गया था, जिसमें...

सोनिया गांधी और इज़रायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू
भारत

ईरान के समर्थन में लिखे गए सोनिया गांधी के लेख पर भड़का इज़रायल

23 June 2025

भारत में इज़रायल के राजदूत रूवेन अजार ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी द्वारा ईरान के पक्ष में लिखे गए एक लेख पर तीखी प्रतिक्रिया...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Right time for release? Sardar ji 3 drops amid tragedy

Right time for release? Sardar ji 3 drops amid tragedy

00:05:33

India' s oil and ethanol market at risk? Rural industries dear US flood

00:04:14

Amarnath yatra 2025 explained: history, logistics and security

00:06:47

when the God leaves the temple to be with his devotees.

00:05:31

R.P. Singh Exposes AAP: Following Indira's Model of Separatist Appeasement?

00:11:04
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited