लद्दाख में भारतीय सेना का मुक़ाबला करने के लिए क्या अब चीनी सैनिक पाकिस्तानी सेना की सहायता मांग रहे हैं। इंटरनेट पर वायरल हो रही एक विडियो से संबन्धित खबरों को सही मान लिया जाये तो यही लगता है। हाल ही में एक चीनी पत्रकार ने ट्विटर पर एक विडियो को पोस्ट किया था, जिसके बाद ये अटकलें लगाई जा रही हैं कि पर्वतारोहण के गुण सीखने के लिए अब चीनी सेना पाकिस्तानी सेना से मदद मांग रही है। दरअसल, चीनी पत्रकार द्वारा पोस्ट की गयी 52 सेकंड की वीडियो में कुछ चीनी सैनिक राष्ट्रगान गाते हुए दिखाई दे रहे हैं, लेकिन शुरुआती 5 seconds के बाद ही स्क्रीन पर एक ऐसा शख्स दिखाई देता है जिसकी शक्ल चीनी सैनिकों से एकदम अलग है और कद-काठी से भी वह वहाँ मौजूद अन्य सैनिकों से ताकतवर दिखाई पड़ता है। इसी के बाद एक्स्पर्ट्स यह दावा कर रहे हैं कि पाकिस्तानी सैनिक LAC पार चीनी सैनिकों की सहायता के लिए तैनात किए गए हैं।
Here, we met with Chinese #PLA warriors along #China #India LAC.
Maybe some of them were standing at the #GalwanValley. pic.twitter.com/KYMMWYD5KI— Shen Shiwei 沈诗伟 (@shen_shiwei) October 3, 2020
बता दें कि ऊंची जगहों और पर्वतीय इलाकों में तैनाती के लिए चीनी सेना के पास कोई खास अनुभव नहीं है। यहाँ तक कि इस मामले में पाकिस्तानी सेना भी चीनी सेना से कई गुणा बेहतर है। यही कारण है कि चीनी सेना ने अब भारतीयों का मुक़ाबला करने के लिए पाकिस्तानी सेना की शरण में जाने का फैसला लिया है। हालांकि, यह शायद ही चीनी सेना को कोई फायदा पहुंचाएँ, क्योंकि भारत के बलशाली और पेशेवर पर्वतारोही सैनिकों के सामने चीन के नौसिखिये सैनिक टिक ही नहीं पाएंगे।
लद्दाख में ठंड का मौसम शुरू हो चुका है और अभी से वहां तैनात कम अनुभवी चीनी सैनिकों के लिए ढेरों मुश्किलें खड़ी हो गयी हैं। Hindustan Times की एक रिपोर्ट के मुताबिक लद्दाख में ऊंची चोटियों पर तैनात चीनी सैनिकों की हालत खराब होने के कारण उन्हें stretcher पर लादकर नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि ना सिर्फ चीनी सेना की Logistics supply की गुणवत्ता बेहद खराब है, बल्कि चीनी सैनिकों के पास ऐसी जगहों पर तैनाती का कोई अनुभव ही नहीं है।
दूसरी ओर भारतीय पर्वतीय सेना दुनिया में पर्वतारोहण की champion समझी जाती है। भारतीय सैनिकों के पास दुनिया के सबसे ऊंचे और ठंडे युद्दक्षेत्र सियाचिन में तैनाती का अनुभव है, और यह खुद चीनी एक्स्पर्ट्स मान चुके हैं। जून महीने में चीन की Modern Weaponry magazine के वरिष्ठ पत्रकार और सुरक्षा विशेषज्ञ “हुआंग गुओज़ी” ने चीनी न्यूज़ पोर्टल “thepaper.cn” में एक लेख लिखते हुए इस बात पर प्रकाश डाला था कि किस प्रकार दुनिया की सबसे प्रभावशाली और अनुभवी पर्वतीय सेना किसी पश्चिमी देश के पास नहीं, बल्कि भारत के पास है!
हुआंग गुओज़ी ने अपने लेख में लिखा था “वर्तमान में, पठार और पर्वतीय सैनिकों के मामले में दुनिया का सबसे बड़ा और अनुभवी देश अमेरिका या रूस या कोई और यूरोपीय पावरहाउस नहीं है, बल्कि भारत है”। चीनी सुरक्षा विशेषज्ञ ने आगे लिखा था “भारतीय सेना की पर्वतीय टुकड़ियों में लगभग सभी सदस्यों के लिए पर्वतारोहण की निपुणता अनिवार्य है। इसके लिए भारत ने बड़ी संख्या में निजी क्षेत्र से पेशेवर और शौकिया पर्वतारोहियों की भी भर्ती की है। 12 खंडों में दो लाख से ज्यादा सैनिकों के साथ भारत की पर्वतीय सेना दुनिया का सबसे बड़ा पर्वतीय युद्ध बल है”।
स्पष्ट है कि खुद चीन भी भारतीय सैनिकों के साहस और अनुभव से परिचित है और ज़मीन पर भारतीय सेना के साथ मुक़ाबला कर उसे इस बात का आभास भी हो चुका है। ऐसे में उसके पास अपनी इज्ज़त बचाने का एक ही उपाय है, और वह है कि अपने “all weather friend” पाकिस्तान के सैनिकों की सहायता लेकर ही भारत को मुक़ाबला देने की कोशिश की जाये। हालांकि, यह भी एक बड़ा सवाल है कि जो पाकिस्तानी सेना खुद LoC पर हर दिन भारतीय सेना से पटखनी खाती हो, वह LAC के पार जाकर भारत के लिए क्या ही मुश्किलें खड़ी करेगी।