Players Unknown Battleground यानि (PUBG) एक नए शैली में भारत में वापसी करने के लिए पूरी तरह तैयार है, जो कई मायनों में भारतीयता का मान भी रखेगा। इनसाइड स्पोर्ट्स के अनुसार, PUBG Corporation ने निर्णय लिया है की वह भारतीय बाजार में पुनः आगमन हेतु एक भारतीय सब्सिडीएरी का गठन करेगी। इससे न केवल PUBG को भारत में अपने आप को पुनर्स्थापित करने में आसानी होगी, अपितु चीन का प्रभाव भी कम होगा, क्योंकि पबजी ने भारतीय फ्रैन्चाइज़ का लाइसेंस चीन के Tencent गेम्स को देने से ही मना कर दिया है ।
6 crores first prize for pubg tournament! Surprised?! Min salary 40k-2L for tier 1 teams to huge prizepools which increases every season. “ESPORTS” the beginning of a new era. This is the perfect time to try your hand in esports #GamersUnite
— Abhijeet Andhare (@GHATAK_official) November 20, 2020
बता दें की गलवान घाटी में हुए चीनी सेना द्वारा हमले के बाद केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाते हुए चीन के विरुद्ध आर्थिक मोर्चा खोल दिया था। इसके अंतर्गत कई चीनी एप अथवा चीनी निवेश वाले मोबाइल एप पर प्रतिबंध लगाया गया, जिसमें पबजी मोबाइल एप भी शामिल था। यूं तो पबजी का मूल वर्जन दक्षिण कोरिया स्थित पबजी कॉर्पोरेशन द्वारा निर्मित है, परंतु मोबाइल वर्जन पूरी तरह से चीन के Tencent Games द्वारा निर्मित है, जिसके कारण केंद्र सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगाने में जरा भी हिचकिचाहट नहीं दिखाई। इसके पीछे प्रमुख कारण यह है की Tencent द्वारा इस खेल से प्राप्त भारतीय यूजर्स के डेटा को चुराकर CCP यानि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी को सौंपने के आरोप लगे हैं।
प्रतिबंध लगने से पहले पबजी को इस बात का आभास हो चुका था। इसीलिए उसने कुछ प्रयास किए थे, ताकि उनपर प्रतिबंध की आंच न आने पाए, जैसे की प्राइवेसी पॉलिसी में संशोधन करना, परंतु तब तक बहुत देर हो चुकी थी, और एप पर प्रतिबंध लग चुका था।
ऐसे में जब पबजी पर प्रतिबंध लगा, तो मूल कंपनी ने Tencent से सभी नाते तोड़ दिए, और उन्होंने अपने गेम के प्रकाशन और प्रसारण की सभी जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली। अब इसी दिशा में एक अहम कदम बढ़ाते हुए पबजी कॉर्पोरेशन ने सुनिश्चित किया है कि, भारतीय संस्करण के लिए Tencent की सेवाएँ नहीं लेगा।
अब कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार पबजी का प्रबंधन संभालने वाली कंपनी Krafton Inc ने माइक्रोसॉफ्ट के साथ करार किया है, जिससे पबजी को माइक्रोसॉफ्ट के क्लाउड प्लेटफॉर्म पर सक्रिय होने की भी छूट मिलेगी। इससे न सिर्फ राजस्व बढ़ेगा, बल्कि क्राफ्टॉन Inc को किसी भी प्लेटफॉर्म पर पबजी प्रकाशित करने की आज्ञा मिल पाएगी।
Ministry of Electronics and Information Technology के निर्णयों ने जिस प्रकार से पबजी को अपना अस्तित्व बचाने के लिए मजबूर किया है, वह अपने आप में एक अनोखा उदाहरण है। इसके साथ ही यह भी संदेश जाता है कि भारत ऐसे किसी भी कंपनी को स्वीकार नहीं करेगी, जो भारत में काम करने के बहाने भारत के राष्ट्रीय हितों के साथ समझौता करे। इसके अलावा जिस प्रकार से पबजी ने अपने तेवर बदले हैं, उससे यह भी स्पष्ट हो गया है की अगर भारत में काम करना है, तो भारत के नियमानुसार चलना होगा।
चूंकि पबजी की इस नई योजना में किसी प्रकार का विदेशी प्रभाव नहीं होगा, इसलिए इस नई कंपनी से भारतीयों के लिए रोजगार के अनेक अवसर उपलब्ध होंगे। कई रिपोर्टस के अनुसार PUBG अपने भारतीय कर्मचारियों को 40 हजार से 2 लाख तक का वेतन देगा l इसके अलावा अपने पुराने यूजर बेस को पुनः आकर्षित करने हेतु कंपनी ने एक विशेष प्राइज़ पूल की भी रचना की है, जिसका कुल मूल्य 4 से 6 करोड़ रुपये के बीच में होगा।