अमेरिका की मीडिया ने Joe Biden को अमेरिका का राष्ट्रपति घोषित कर दिया है। यानि अब लगभग तय हो गया है कि ट्रम्प को White House छोड़ना पड़ेगा और उनकी जगह Joe Biden दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश को lead करेंगे। भारत में ट्रम्प के समर्थक थोड़े नाराज़ ज़रूर हैं, लेकिन पाकिस्तान में अचानक एक नयी उम्मीद देखने को मिल रही है। पाकिस्तान शुरू से ही Democrats का प्यारा रहा है और इस बार Biden की जीत के बाद पाकिस्तान को लग रहा है कि उसे एक ज़्यादा अमीर मालिक मिलने वाला है, जो पाकिस्तान की रणनीतिक और आर्थिक समस्याओं को सुलझा सकता है। लेकिन क्या वाकई ऐसा है?
पाकिस्तान और अमेरिका में रह रहे पाकिस्तानी मूल के लोगों के पास ट्रम्प से नफरत करने और Biden से प्यार करने की वजहें कुछ कम नहीं हैं। ओबामा-Biden प्रशासन के समय जहां अमेरिका पाकिस्तान को अरबों डोलर्स की सहायता प्रदान करता था, तो वहीं ट्रम्प ने आते ही मुस्लिमों पर प्रतिबंध लगाने से लेकर पाकिस्तान की आर्थिक सहायता रोकने तक, कई ऐसे कदम उठाए जिसने पाकिस्तानियों के मन में डर का माहौल पैदा कर दिया!
Biden के राष्ट्रपति बनने से कुछ पाकिस्तानी इसलिए भी खुश हैं क्योंकि पूर्व में पाकिस्तान और Biden के बीच अच्छी केमिस्ट्री देखने को मिलती रही है। वर्ष 2008 में पाकिस्तानी सरकार ने Biden को अपने दूसरे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार “हिलाल-ए-पाकिस्तान” से नवाजा था, वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि Biden ने पाकिस्तान को 1.5 बिलियन डॉलर की आर्थिक सहायता दिलवाने में अहम भूमिका निभाई थी।
लेकिन क्या अब भी Biden और पाकिस्तान के बीच वही पुराने वाला रोमांस देखने को मिलेगा? इसकी उम्मीद बेहद कम ही है। ऐसा इसलिए क्योंकि पिछले चार सालों में भारत और अमेरिका के रिश्ते बेहद मजबूत हुए हैं। भारत और अमेरिका, दोनों बेहद करीबी सुरक्षा और रणनीतिक साझेदार हैं। दोनों देशों के बीच LEMUA, COMCASA और BECA जैसे सुरक्षा समझौते हो चुके हैं, जो इन दो देशों के रिश्तों को सबसे अलग बनाता है। दूसरी ओर पाकिस्तान धीरे-धीरे चीन का गुलाम बनता जा रहा है।
पाकिस्तान आधिकारिक तौर पर चीन की colony बनने के मुहाने पर खड़ा है। चीन अमेरिका का सबसे बड़ा खतरा है और ऐसे में अमेरिका द्वारा पाकिस्तान को दी गयी कोई भी मदद सीधा चीन को ही फायदा पहुंचाएगी। इसके साथ ही अमेरिका पाकिस्तान की कीमत पर भारत के साथ रिश्ते खराब करने का रिस्क कभी नहीं लेना चाहेगा। भारत और अमेरिका का सहयोग, अमेरिका की Indo-Pacific रणनीति के लिए काफी अहम है। अमेरिका को अगर अपनी Indo-Pacific नीति को सफल करना है तो उसे भारत के साथ सहयोग करना ही होगा। ऐसी स्थिति में बाइडन कभी चाहकर भी पाकिस्तान की तरफदारी नहीं कर सकेंगे!
वर्ष 2016 और 2020 के बीच दुनिया में अहम बदलाव देखने को मिले हैं। चीन global villain बनकर उभरा है और खुद अमेरिका के लोग चीन और पाकिस्तान जैसे देशों से नफरत करने लगे हैं। कल को बाइडन अगर पाकिस्तान की कोई सहायता करना भी चाहेंगे, तो इसके बाद अपने ही देश में उनकी लोकप्रियता में कमी देखने को मिल सकती है। कहते हैं कि उम्मीद पर ही दुनिया टिकी है, लेकिन पाकिस्तान की दुनिया असल में चीनी युआन और अरबी दिनार पर टिकी है, बेहतर होगा पाकिस्तान Biden से ज़्यादा इन देशों से भीख मांगने पर फोकस करे!