ब्रिटेन की संसद में 14 नवंबर को हाउस ऑफ लॉर्ड के सदस्य नजीर अहमद ने एक समिति के निष्कर्ष के बाद अपना इस्तीफा दे दिया। इस समिति द्वारा कहा गया कि भारत विरोधी इस शख्स ने एक महिला का यौन शोषण किया था जो कि मानसिक रूप से सही स्थिति में नहीं थी। निष्कर्ष में ये सामने आया कि इस राजनेता की अपराध में सक्रिय भूमिका थी इसलिए उसका निष्कासित होना तय था, लेकिन उसने पहले ही इस्तीफा दे दिया। इस 63 वर्षीय राजनेता के पाक अधिकृत कश्मीर से गहरे संबंध हैं। ये वहां लंदन में बैठकर भारत के खिलाफ एजेंडा चलाता था। ये अकेला मुस्लिम शख्स था जो कि हाउस ऑफ लॉर्ड्स में पहुंचा था।
एक मामले में आईएसआई के मोहरे को ब्रिटिश ससंदीय आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी पाया गया था। अहमद ने लार्ड्स की समिति के स्वतंत्र बेंच में मानक निष्कर्षों के खिलाफ अपील की थी लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ। लॉर्ड जानथन की अध्यक्षता वाली 9 सदस्यीय कमेटी के चार सदस्यों ने तो उनकी इस अपील को खारिज कर दिया है और उसे इस आचार संहिता के उल्लंघन का दोषी बताया है। कमिश्नर ने संज्ञान लेते हुए कहा, “मुझे पता है कि अहमद ने ज़मीन नाम की महिला का शारीरिक और मानसिक रूप से शोषण और उत्पीड़न किया है जबकि वो अवसाद से पीड़ित थीं।”
ब्रिटेन की संसद की आधिकारिक वेबसाइट पर इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अहमद ने अपने पद का गलत तरीके से प्रयोग किया है और संसदीय गतिविधियों के निर्वाहन में निजी तौर पर संसदीय आचार संहिता का उल्लंघन किया है। उन्होंने शिकायतकर्ता के साथ यौन उत्पीड़न किया जो कि घिनौना था। उन्होंने मदद के नाम पर शिकायतकर्ता को प्रताड़ित किया है। जबकि वो मानसिक रूप से पहले ही काफी कमजोर और अवसाद की स्थिति में थी फिर भी अहमद ने मदद के नाम पर महिला के साथ धोखा किया।
ऐसा पहली बार नहीं है कि नजीर अहमद ने किसी लड़की या महिला को यौन रुप से प्रताड़ित किया हो। वो आए दिन इस तरह की हरकतें महिलाओं के साथ करता ही रहता था। एक मामले में बीबीसी न्यूजनाइट को दिए इंटरव्यू में एक महिला ने बताया था कि अहमद से जब वो मदद मांगने गई थीं तो उन्हें अहमद ने लंदन वाले घर में रात में आने को कहा था, उन्होंने इस प्रस्ताव को आपत्तिजनक माना था और अहमद के इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। उन पर 2018 में एक लड़के के साथ भी यौन उत्पीड़न करने के आरोप लगाए गए थे।
गौरतलब है कि नजीर अहमद एक भारत विरोधी शख्स है जो कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का पालतू माना जाता है। यह भारत विरोधी एजेंडे के तहत लंदन में भारत विरोधी प्रदर्शन की प्लानिंग करता रहता है। भारत में अनुच्छेद-370 हटने के बाद इस शख्स ने भाजपा और आरएसएस के खिलाफ भारत विरोधी एजेंडा चलाया था। इसका कहना है कि भारत में कश्मीरियों के मानवाधिकारों का हनन होता है जबकि ये शख्स इतना दोगला है कि महिलाओं का ही यौन शोषण करता है। ऐसे में इस शख्स का निष्कासन या इस्तीफा इसके लिए तो अपमानित करने वाला है ही, लेकिन पाक प्रेमी इस शख्स का ब्रिटेन में लज्जित होना पाकिस्तान के लिए भी शर्मिंदगी की बात है।