दुनियाभर में जासूसी के लिए बदनाम चीन और उसकी कंपनियों को लेकर आए दिन बड़े खुलासे होते जा रहे हैं। Mobile Apps और handsets के बाद अब अमेरिकी सरकार ने इस बात की आशंका जताई है कि चीन में बने Smart Televisions के जरिये भी अमेरिका के आम नागरिकों के डेटा की चोरी और उनपर अवैध जासूसी रखी जा सकती है। आरोपों के घेरे में जिस चीनी कंपनी का नाम सामने आया है, वह TCL है, जो ना सिर्फ अमेरिका में, बल्कि भारत में भी काफी लोकप्रिय हो रही है।
आरोपों के मुताबिक विशेषज्ञों द्वारा TCL के TVs में मौजूद software में कुछ ऐसी खामियों को पकड़ा गया है, जिसके माध्यम से चीन में मौजूद सर्वर्स में TV स्क्रीन के स्क्रीनशॉट भेजे जा सकते हैं। इसके साथ ही TCL के TVs में बिना पासवर्ड भरे file system को browse करने से जुड़ी खामी के सामने आने के बात भी कही गयी है। कुल मिलाकर, TCL पर आरोप यह लगे हैं कि चीन में बैठा कोई शख्स बिना पासवर्ड की सहायता से ही इन TVs में मौजूद डेटा को access कर सकता है, वो भी बिना पासवर्ड की ज़रूरत के!
चूंकि इन Smart TVs में Camera और Mic की सुविधा भी मौजूद होती है, ऐसे में इन TVs के जरिये जासूसी की संभावना और ज़्यादा बढ़ जाती है। Gadgets के जरिये चीनी कंपनियों पर जासूसी और डेटा चोरी करने के आरोप लगते रहते हैं। उदाहरण के लिए कुछ hackers ने हाल ही में यह दावा किया था कि चीन की मोबाइल कंपनी Xiaomi के phones मोबाइल ब्राउज़र के डेटा को अवैध रूप से चीन में मौजूद सर्वर्स में पहुंचा सकते हैं। कुछ शोधकर्ताओं ने यह दावा किया था कि Incognito Mode में browser की कार्यशैली में कोई प्रभाव नहीं पड़ता है और वह सामान्य रूप से लोगों के डेटा को चीन के सर्वर्स में भेजता रहता है। बाद में Xiaomi कंपनी ने अपनी इस गलती को स्वीकार भी किया था और इस गलती के लिए लोगों से माफी मांगी थी।
इस बात में कोई दो राय नहीं है कि चीन की सरकार बड़े पैमाने पर चीन में TV और mobile निर्माताओं को सब्सिडीज़ देती है और इन्हें वित्तीय सहायता प्रदान करती है। शायद इसलिए चीन के मोबाइल phones और TV दुनियाभर की बाकी कंपनियों के मुक़ाबले इतने सस्ते भी होते हैं। हालांकि, हमें यह नहीं भूलना चाहिए की चीनी कानून के अंतर्गत ये चीनी कंपनियाँ अपने सारे डेटा को चीनी सरकार के साथ साझा करने के लिए बाध्य होती हैं। ऐसे में इन चीनी उत्पादों के यूजर्स बनकर आप आसानी से CCP के जासूसी चक्र में फंस सकते हैं।
पिछले कुछ समय में भारत और अमेरिका जैसे देशों ने चीन के इस जासूसी-चक्र को तोड़ने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं। अमेरिका ने जहां एक तरफ अपने यहाँ हुवावे जैसी कंपनी को प्रतिबंधित कर दिया है, तो वहीं भारत सरकार भी सैकड़ों चीनी एप्स बैन कर चुकी है। इससे दुनियाभर के देशों में एक बड़ा संदेश गया है कि चीन ना सिर्फ अपनी जासूस-एजेंसियों के जरिये जासूसी करता है, बल्कि वह Mobile apps, handsets और अब तो TV के जरिये भी लोगों के bedrooms तक अपनी पहुँच बनाने में सफल हो गया है। भारत सरकार को भी भारत में आयात किए जा रहे इन TV उत्पादों पर नकेल कस इस मामले में विस्तृत जांच कर सच्चाई को सामने लाने की आवश्यकता है।