भारत-चीन विवाद के दौरान एक अच्छी बात यह निकल कर आई कि देश की जनता को भारत के बाज़ार पर चीन के अत्यधिक प्रभाव का एहसास भली-भांति हो गया। उदाहरण के लिए Mobile market ही ले लीजिये। आज देश के करीब 70 फीसदी mobile market पर चीनी मोबाइल कंपनियों का कब्जा है। ऐसे में जब देश में Vocal for local मुहिम को शुरू किया गया तो भारत की देसी मोबाइल कंपनियों को दोबारा अपना परचम लहराने का अवसर मिल गया। Micromax और Lava जैसी कंपनियों ने यह ऐलान किया कि वे बाज़ार में अपने नए handsets को लॉन्च करेंगे। हुआ भी ठीक ऐसा ही! Micromax ने भारत में अपनी IN series के mobile handsets को लॉन्च कर दिया है, जिसे लोगों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है। हालांकि, कोई Micromax के इस उदय से परेशान है तो वह है चीन!
शायद यही कारण है कि जैसे ही भारत में Micromax ने अपने नए उत्पाद को जारी किया, ठीक उसी दिन मीडिया के एक वर्ग ने मीडिया और सोशल मीडिया पर Micromax के खिलाफ दुष्प्रचार करना शुरू कर दिया। उदाहरण के लिए 27 नवंबर को ही Mensxp.com नामक एक website ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसमें दावा किया गया कि लोग Micromax IN series से बिलकुल भी खुश नहीं हैं, और वे ट्विटर पर अपनी शिकायतों को tweet कर रहे हैं।
इस रिपोर्ट में कुछ YouTubers के tweets को भी डाला गया। उदाहरण के लिए एक YouTuber निमित ने फोन को लेकर दावा किया कि फोन का डिस्प्ले पैनल मोबाइल फोन के फ्रेम के साथ align नहीं हो रहा है।
Was just checking out my IN Note from the edges and as you can see, the display panel is not aligned with the frame. Showing you a close up of the right bottom side and the left one. There’s a gap with glue visible here. A pic.twitter.com/PUZP0jN1Xa
— Nimit (@gizmoddict) November 26, 2020
इसी प्रकार एक और YouTuber साकिब नियाज़ी ने Micromax की घटिया quality control policy का हवाला देते हुए कहा कि फोन के फ्रेम में बहुत बड़ी गड़बड़ है और यह फोन के साथ फिट ही नहीं बैठता है। इतना ही नहीं नियाज़ी साहब ने अपनी एक video में यह तक कहा कि सिर्फ देशभक्ति साबित करने के लिए इस मोबाइल को अच्छा बताया जा रहा है।
Well @Micromax__India
you need to look after your quality control. And this thing is going on YouTube soon!! The phone coming out from the frame lol Smiling face with open mouth and tightly-closed eyes #MicromaxIsBack #MicromaxInNote1 pic.twitter.com/EVgslT0b5Q— Saaquib Neyazi (@saaquib_neyazi) November 25, 2020
आपने देखा किस प्रकार इस फोन के बाहर आते ही इस फोन के आलोचक सबसे पहले बाहर आ गए और लोगों से यह अपील करने लगे कि वे इस फोन को सिर्फ देशभक्ति के नाम पर ना खरीदें, क्योंकि इस फोन को खरीदने के बाद उन्हें सिर्फ निराशा ही हाथ लगेगी।
हालांकि, इनकी बात में सच्चाई कितनी है, यह पता लगाने के लिए हमने बाकी जगहों पर इस फोन के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश की! सबसे पहले हमें Zee News की यह रिपोर्ट मिली, जिसमें यह दावा किया गया था कि IN series भारत में एकदम हिट साबित हुई है, और इसके mobile phones “out of stock” हो गए हैं।
रिपोर्ट के अनुसार “Micromax ने जलवा दिखाना शुरू कर दिया है। माइक्रोमैक्स In सीरीज के Micromax In Note 1 हाथों हाथ बिक रहा है। मंगलवार को शुरू हुए दूसरी सेल में मात्र कुछ ही घंटों में ये नया स्मार्टफोन Sold Out हो गया।” इस संबंध में खुद Micromax की ओर से भी एक ट्वीट किया गया है और जल्द ही फोन की दोबारा उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही गयी है।
India ne phir se dikhaya apna pyaar! Thank you for making our second sale of the IN note 1 dhamakedaar. We will be back soon with more stocks. #INForIndia #INMobiles #MicromaxIsBack pic.twitter.com/MlP2ebsQxm
— IN by Micromax (@Micromax__India) December 1, 2020
साथ ही साथ Flipkart पर भी Users द्वारा इसे 4.4 stars की रेटिंग दी गयी है, जो दिखाता है कि अधिकतर यूजर्स फोन के प्रदर्शन से बेहद खुश हैं।
ऐसे में कुछ Influencers का सामने आकर Micromax की IN series को एकदम बकवास घोषित करना और लोगों को इसे नहीं खरीदने की सलाह देना अटपटा लगता है। ऐसा कैसे हो सकता है कि लोगों को तो यह फोन पसंद आ रहा है, लेकिन इन influencers को नहीं!
Micromax के उदय से अगर किसी को सबसे बड़ा नुकसान होगा तो वह है चीन और उसकी कंपनियाँ जैसे Xiaomi, Vivo और Oppo! ऐसे में जब Micromax के फोन के लॉन्च होते ही उसपर इस प्रकार के निराधार झूठे आरोप लगाए जा रहे हों, तो इससे यह शक भी पैदा होता है कि क्या ये सब reviews paid हैं, या इन्हें ऐसा review देने के लिए कोई प्रभावित तो नहीं कर रहा! हालांकि, जिस प्रकार भारत के लोग और phone users बड़ी संख्या में इस फोन को खरीद रहे हैं, उससे तो यही स्पष्ट होता है कि भारतीय लोगों पर इस दुष्प्रचार का कोई प्रभाव नहीं पड़ा है और वे इस भारतीय उत्पाद को अपना पूरा समर्थन दे रहे हैं।