लगता है तांडव के कास्ट और क्रू इस बार बुरा फंसने वाले हैं। योगी सरकार ने पहले ही धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने और शांति भंग करने के आरोपों के अंतर्गत वेब सीरीज के निर्माताओं और अन्य सदस्यों की गिरफ़्तारी का प्रबंध कर लिया है। इस मामले में 6 शहरों में FIR दर्ज होने के बाद UP पुलिस मेकर्स से पूछताछ करने के लिए मुंबई पहुंच गई है। अब योगी सरकार में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी स्पष्ट कर है दिया कि सरकार तांडव के निर्माताओं को किसी भी स्थिति में नहीं छोड़ने वाली।
अपने ट्वीट में केशव प्रसाद मौर्य ने स्पष्ट लिखा है, “तांडव के निर्माताओं, निर्देशक और कलाकारों ने जानबूझकर इस सीरीज के जरिये सांप्रदायिकता बढ़ाने का प्रयास किया है। उन्होंने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने और जानबूझकर हिन्दू धर्म में विश्वास करने वालों की आस्था को चोट पहुंचाने का प्रयास किया है। इनके विरुद्ध सख्त से सख्त कदम उठाए जाएंगे”।
बता दें कि Amazon Prime पर स्ट्रीम हो रही वेब सीरीज तांडव कई कारणों से विवादों के घेरे में है। एक तो JNU के टुकड़े-टुकड़े गैंग का महिमामंडन किया गया है, तो दूसरी ओर इन्हीं सदस्यों के कृत्यों को उचित और सरकार की कार्रवाई, विशेषकर UAPA को तानाशाही करार दिया गया है। इतना ही नहीं, इस सीरीज में शिवजी का अपमान भी किया गया है। या यूं कहें कि हिंदू देवी-देवताओं को अमर्यादित ढंग से प्रस्तुत करने के साथ ही उन्हें घटिया संवाद करते हुए दिखाया गया है। दूसरी ओर ऊपर से आदेश मिलने पर निर्दोष मुसलमानों को सरकार द्वारा निशाना बनाते हुए भी दिखाया गया है और तो और इसमें महिलाओं को अपमानित करने वाले सीन भी हैं।
इस मामले में CM योगी आदित्यनाथ ने अपने बयान में कहा भी था, “तांडव के मेकर्स और अमेजन इंडिया के कंटेंट हेड को धार्मिक भावनाएं आहत करने की कीमत चुकानी होगी।” स्पष्ट है कि हिंदू धर्म और देवी-देवताओं का अपमान करने वाले इस वेब सीरीज को लेकर योगी सरकार कोई नरमी नहीं बरतने वाली।
इस सीरीज के विरुद्ध बहुत तगड़ा आक्रोश उमड़ पड़ा, जिसके चलते अब मध्य प्रदेश ने भी इस सीरीज के निर्माताओं के विरुद्ध ताबड़तोड़ कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने वेब सीरीज बनाने वालों के खिलाफ आईपीसी व आईटी एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर चुकी है। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस की टीम तो पूछताछ के पंहुच गई है। यह टीम तांडव के निर्माताओं, निर्देशक अली अब्बास ज़फ़र और सीरीज के अभिनेताओं से पूछताछ भी करेगी। महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख तक ने कहा है कि OTT प्रोडक्ट को लेकर अब केंद्र सरकार को कुछ गाइडलाइंस जारी करनी चाहिए, ताकि इस तरह का काम दोबारा न हो।
ऐसे में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि वह किसी भी स्थिति में सनातन संस्कृति का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी। इसी सिलसिले में अभी हाल ही में उन्होंने कथित कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी की कस्टडी मध्य प्रदेश सरकार से अपने हाथ में ली है, और उसे प्रयागराज स्थानांतरित किया जा रहा है।