सचिन तेंदुलकर ने देश हित में बयान क्या दिया… विपक्षी दल तो नफरत की सारी हदें ही पार कर गए।
देश की वर्तमान राजनीतिक स्थिति ये है कि विपक्षी दल हर उस शख्स की आलोचना करने लगते हैं जिनका बयान देश हित में हो। देश के राष्ट्रपति से लेकर सुप्रीम कोर्ट के न्याय़ाधीशों के फैसलों और आम जनता के बीच से उठने वाली आवाजों तक में ये विपक्षी दल राजनीति खोज लेते हैं। क्रिकेट के भगवान की संज्ञा से सुशोभित भारत रत्न सचिन तेंदुलकर के साथ भी विपक्षी दलों का रुख ऐसा ही हो गया है। सचिन ने देश के खिलाफ बयानबाजी करने वाले कई अंतरराष्ट्रीय सेलिब्रिटीज को खरी-खोटी क्या सुना दी, अंतरराष्ट्रीय लोगों से ज्यादा तो देश के विपक्षी दल सचिन के विरोध में खड़े हो गए। इन विपक्षी दलों में कांग्रेस, एनसीपी और आरजेडी जैसी पार्टियों के नेता भी शामिल हैं।
किसान आंदोलन को लेकर देश में वामपंथी और विपक्षी पार्टियां सत्ताधारी बीजेपी के खिलाफ आए दिन कोई-न-कोई नया प्रोपेगैंडा चला रहे हैं। इस दुष्प्रचार को फैलाने में कुछ अंतरराष्ट्रीय सैलिब्रिटीज भी शामिल हो गए, जिससे देश की छवि पर लगातार धब्बा लग रहा था। इसको देखते हुए भारत का विदेश मंत्रालय तो अपने स्तर पर सभी को लताड़ ही रहा था, लेकिन एक नागरिक के प्रति देश के खिलाफ बोलने वालों को सबक सिखाने के लिए देश के सेलिब्रिटीज भी उतर आए। इस मामले में विश्व क्रिकेट के सबसे बड़े नाम और पूर्व भारतीय क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने भी उन सभी विदेशी सेलिब्रिटीज की आलोचना करते हुए कहा कि उन सभी को भारत के आंतरिक मामलों में टिप्पणी नहीं करनी चाहिए।
सचिन तेंदुलकर ने जब इस मुद्दे पर बोला तो भारत की आवाम में भी सकारात्मकता आई लेकिन ये सकारात्मकता देश के कुछ वामपंथियों और विपक्षी दलों को परेशान कर गई और वो सचिन को ही सोच समझकर बोलने की सीख देने लगे हैं। कांग्रेस नेता और लोकसभा सांसद जसबीर गिल ने इस मुद्दे पर कहा, “मैं तो पहले ही कह चुका हूं कि ये सचिन तेंदुलकर ने सिर्फ अपने बेटे को आईपीएल में जगह दिलाने के लिए सरकार की लाइन को आगे बढ़ाया है… मैं ये फैसला जनता पर छोड़ देता हूं क्या ये आदमी भारत रत्न के लायक है. मैं समझता हूं कि ये उसके लायक नहीं है।”
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वहीं इस मुद्दे पर एनसीपी नेता शरद पवार भी सचिन के खिलाफ बयान देने लगे हैं। उनके जैसे वरिष्ठ नेता से ये उम्मीद नहीं की जाती है कि वो भी इस मुद्दे पर ओछे बयान देंगे लेकिन फिर भी उन्होंने कहा, “देश के सेलेब्रिटीज जो स्टैंड लेते हैं, उस पर बहुत से लोग तेजी से रिएक्ट करते हैं। इसलिए मैं सचिन तेंदुलकर को सलाह दूंगा कि उन्हें किसी दूसरी फील्ड के बारे में बोलने से पहले सतर्क रहना चाहिए।”
सचिन तेंदुलकर पर हमला करने वालों में आरजेडी ने भी अपना नाम दर्ज कर दिया है। आरजेडी नेता शिवानंद तिवारी ने इस मुद्दे पर अब सचिन को मॉडल तक बता दिया है। उन्होंने कहा, “उन्हें भारत रत्न से नवाजा गया है, लेकिन वे विज्ञापन करते रहते हैं। वह एक मॉडल हैं। यह भारत रत्न का अपमान है कि सचिन तेंदुलकर जैसे लोगों को इस तरह के प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है।”
सचिन रमेश तेंदुलकर एक ऐसा नाम है जिसने हजारों बार देश को गर्व करने के मौके दिए हैं। क्रिकेट एक ऐसा मंच है जो राजनीति से परे माना जाता है। सचिन ने मैदान पर जितनी बार कदम रखा उतनी बार भारतीय क्रिकेट का विश्व में डंका बजा। उनकी इन्हीं उपलब्धियों के कारण उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान यानी ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया था लेकिन किसान आंदोलन पर बोलने वाले सेलिब्रिटीज के खिलाफ अब जब सचिन ने अपनी आवाज मुखर की, तो अब उस कांग्रेस को भी बुरा लग रहा है जिसने अपने कार्यकाल में सचिन को राज्य सभा में मनोनीत किया था
साफ है कि जब सचिन देशहित को ऊपर रखते हुए बयान दे रहे हैं तो ये कहीं न कहीं बीजेपी के पक्ष में जा रहा हैं। हालांकि उनका ऐसा कोई इरादा नहीं रहा होगा। बीजेपी और मोदी सरकार को जाने वाला ये फायदा अब देश की कांग्रेस, एनसीपी और आरजेडी समेत सभी विपक्षी पार्टियों को चुभ रहा है। इसीलिए अब वो सचिन तेंदुलकर से सर्वाधिक नफरत करने लगे हैं।