कासगंज मामला: UP पुलिस ने एक पुलिसकर्मी को मारने वाले शराब माफिया को मार गिराया

पुलिस

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार राज्य में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर हद से ज्यादा सख्त है, और ये बात किसी से छिपी नहीं है। कानपुर का विकास दुबे कांड तो सभी को याद ही होगा क्योंकि योगी सरकार में अपराधियों को जेल में रखकर सरकारी रोटी नहीं खिलाई जाती।। कुछ ऐसा ही एक हाल का प्रकरण है कासगंज का, जहां एक शराब माफिया ने कुछ दिनों पहले एक पुलिस टीम पर हमला किया था जिसमें एक पुलिसकर्मी को शहीद हो गया था, जिसके बाद अब योगी की पुलिस ने उसके पूरे आपराधिक साम्राज्य सहित उसे भी एनकाउंटर में मार गिराया है।

उत्तर प्रदेश को लेकर सभी को पता है कि यहां की कानून व्यवस्था बेहद ही लचर थी लेकिन जब से प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली बीजेपी की सरकार बनी है, तब से राज्य में अपराध का ग्राफ नीचे ही जा रहा है। लेकिन कुछ अपराधियों के पंख आए दिन फड़फड़ाते ही रहते हैं जिसके चलते उन्हें एनकाउंटर के जरिए निपटाने का काम जारी है। कुछ दिनों पहले कासगंज के ही एक शराब माफिया ने पुलिस टीम पर हमला किया था जब पुलिस उसके ठिकाने पर दबिश डालने के लिए गई थी। इस मुठभेड़ में यूपी पुलिस के एक कॉन्सटेबल की मौत भी हो गई थी, जिसके बाद से वो शख्स फरार चल रहा था।

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फरार चल रहे इस शराब माफिया पर पुलिस ने एक लाख का ईनाम भी घोषित कर दिया था, लेकिन अब ये शख्स मौत के मुंह में जा चुका है क्योंकि उत्तर प्रदेश पुलिस ने इसे इसके गुनाहों की सजा दे दी है। पुलिस के मुताबिक लगातार छिप कर रह रहे इस शख्स को एनकाउंटर में  मार गिराया गया है। जिसकी जानकरी कासगंज पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ही दी है। ट्वीट में लिखा गया, जनपद में पुलिसकर्मी की हुई सनसनीखेज हत्या का मुख्य अभियुक्त एक लाख का इनामियां मोती पुलिस मुठभेड में ढेर, कब्जे से लूटी गई सरकारी पिस्टल, खोखा व जिंदा कारतूस .9mm, 01 अवैध तमन्चा 315 बोर मय खोखा व जिन्दा कारतूस के बरामद।

https://twitter.com/kasganjpolice/status/1363289860350509059?s=20

कासगंज पुलिस के मुताबिक ये एक शातिर अपराधी था, जो कि शराब के गोरखधंधें में लिप्त था। ऐसे में इसने खुद को बचाने के लिए पुलिस की टीम पर हमला किया था जो कि इसके शातिर रवैए को दर्शाता है। वहीं ये एक माफिया का रैकेट चलाकर इलाके में गुंडागर्दी को ही बढ़ावा दे रही था, इसीलिए इसे एनकाउंटर में ही मारा गया । इस पूरे प्रकरण के बाद एक बार फिर उत्तर प्रदेश की पुलिस की सराहना हो रही है कि राज्य में अपराधियों पर लगाम लगाने में योगी की पुलिस नंबर वन रही हैं।

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उत्तर प्रदेश पुलिस का ये रवैया एक नजीर है कि किस तरह से अपराधियों के बीच कानून व्यवस्था को लेकर खौफ की स्थिति बन गई हैं और इसी फड़फड़ाहट में ये अपराधी अपनी सीमाएं लांघ रहे हैं, जिन्हें बाद में पुलिस आईना दिखा रही है जो कि आज के कानून व्यवस्था की सबसे बड़ी आवश्यकता भी है। UP पुलिस जिस तरह से कार्रवाई कर रही है वो अन्य राज्यों के लिए एक मिसाल है।

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