जब वुहान वायरस के प्रकोप के कारण भारत को लॉकडाउन से गुजरना पड़ा था, तब देशवासियों के मनोरंजन के लिए प्रसार भारती सेवा ने लोगों की भारी मांग पर दूरदर्शन के सदाबहार शो, जैसे रामायण, महाभारत इत्यादि का प्रसारण किया। ये निर्णय बहुत सफल रहा और इनकी TRP रेटिंग्स ने इतिहास रच दिया। अब ऐसा प्रतीत होता है कि दूरदर्शन के वो सुहाने दिन फिर से लौट सकते हैं।
हाल ही में प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर वेमपति ने अपने विचार साझा करते हुए ट्वीट किया, “अपनी बोर्ड मीटिंग में कई मुद्दों पर बात करते हुए प्रसार भारती ने इस बात पर भी सहमति जताई कि भारत के स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में एक ऐतिहासिक टेलिविज़न सीरीज का भी निर्माण करेंगे, जिसके लिए हम आने वाले हफ्तों में समय समय पर श्रोताओं को सूचित भी करते रहेंगे” –
Among other matters the @prasarbharati board gave its approval to the production of a new historical television series on Doordarshan in the run up to the 75th Year of Indian Independence. Stay tuned for further details in the coming weeks. https://t.co/0nuDjBU4xp
— Shashi Shekhar Vempati शशि शेखर (@shashidigital) February 18, 2021
इसका मतलब स्पष्ट है कि आने वाले दिनों में दूरदर्शन के पुराने दिन फिर से लौटने वाले हैं। 80 के दशक में जब दूरदर्शन ने रामायण और महाभारत सीरियल का प्रसारण किया था, तो उन धारावाहिकों में काम करने वाले लोग अपने काम को लेकर इतने समर्पित थे कि उनके नाम देशभर में प्रचलित हो गए, और घर घर में इन पात्रों की चर्चा होने लगी।
2000 के दशक से पहले दूरदर्शन के धारावाहिकों की चर्चा पूरे देश भर में होती थी। चाहे रामायण और महाभारत हो, या फिर आरोहण, करमचंद, मालगुड़ी डेज़, नुक्कड़ इत्यादि जैसे शो, दूरदर्शन अपनी उच्चतम क्वालिटी के लिए जाना जाता था, जो जनता के पसंद के दमदार शो तैयार करता था। लेकिन टीवी के commercialization और TRP के होड़ के चक्कर में DD कहीं पिछड़ सा गया और आज वह उतना लोकप्रिय नहीं है, जितना पहले था।
लेकिन चीन द्वारा उत्पन्न वुहान वायरस ने मानो दूरदर्शन को पुनः वापसी का एक सुनहरा अवसर दिया। लॉकडाउन के दौरान रामायण और महाभारत के पुराने शो प्रसारित करने से दूरदर्शन को इतनी प्रसिद्धि मिली, जो कुछ उम्दा विदेशी वेब शो को भी प्रसारण पे नहीं मिली होगी। ऐसे में प्रसार भारती के सीईओ द्वारा ऐतिहासिक सीरीज में निवेश करना इस बात का सूचक है कि अब दूरदर्शन भी OTT प्लेटफॉर्म और भारतीय चैनल से दो दो हाथ करने के लिए कमर कस चुका है।