भारतीय बिजनेस मैन गौतम अडानी ने इस वर्ष पैसे कमाने के मामले में जेफ बेजोस और एलन मस्क को भी पछाड़ दिया है। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स के अनुसार, अडानी की कुल संपत्ति 2021 में 16.2 बिलियन डॉलर की बढ़त के साथ 50 बिलियन डॉलर हो गई।
इसी के साथ भारतीय बिजनेस मैन गौतम अडानी इस साल सबसे अधिक लाभ पाने वाले व्यक्ति बन गए हैं जिन्होंने दुनिया के अन्य आमिर व्यक्तियों की तुलना में अधिक कमाई की है। 2021 में जहां एक ओर अमेजन के जेफ बेजोस और टेस्ला के एलन मस्क के बीच रेस लगी रही, वहीं गौतम अडानी ने इस साल पैसे कमाने के मामले में दोनों को पछाड़ दिया है। यहां तक कि भारत के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी भी उनसे काफी पीछे रह गए हैं।
जेफ बेजोस ने अपनी संपत्ति में 7.59 बिलियन जोड़े जबकि मस्क ने इस साल अब तक अपने नेट वर्थ में 10.3 बिलियन डॉलर जोड़े हैं। मुकेश अंबानी ने भी इस साल सिर्फ 8.1 अरब डॉलर ही कमाए हैं, जो अडानी द्वारा इस वर्ष कमाए गए धन की तुलना में आधी है।
रिपोर्ट के अनुसार एक शेयर को छोड़कर, इस साल अडानी समूह के सभी शेयर कम से कम 50% बढ़ गए हैं।
इस साल अडानी ने तेजी से पोर्ट्स, एयरपोर्ट, डेटा सेंटर और कोयले की खादानों तक अपना बिजनस फैलाया है, जिससे उनकी दौलत को तेजी मिली है। इस साल में अडानी गैस लिमिटेड के शेयर करीब 96 फीसदी तक चढ़ गए हैं, जबकि अडानी एंटरप्राइज के शेयर लगभग 90 फीसदी तक चढ़े हैं। अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड के शेयर भी करीब 79 फीसदी ऊपर हैं। अडानी पावर लिमिटेड और अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन्स लिमिटेड के शेयर 52 फीसदी से अधिक चढ़े हैं। पिछले ही महीने अडानी एंटरप्राइज लिमिटेड ने भारत में 1 गिगावॉट की क्षमता वाले डेटा सेंटर बनाने को लेकर डील की है। ऑस्ट्रेलिया में अपने विवादास्पद कारमाइकल कोयला परियोजना के साथ आगे बढ़ रहा है।गूगल के सह-संस्थापक लैरी पेज को 14.3 बिलियन डॉलर की वृद्धि के साथ धन में सर्वाधिक लाभ के मामले में दूसरे स्थान पर रखा गया है।
बता दें कि 1993 में गुजरात सरकार ने मुद्रा पोर्ट की देखरेख की व्यवस्था आउटोसोर्सिंग के जरिए कराने का ऐलान किया। इसका कंट्रैक्ट 1995 में गौतम अडानी को मिला। इस तरह से अडाणी पोर्ट्स एंड सेज लिमिटेड की स्थापना हुई। 18 वर्ष की उम्र में अडानी ने अपने स्कूल को छोड़कर मुंबई के लिए ट्रेन पकड़ी, जहां उन्होंने हीरा व्यापारी के तौर पर अपनी यात्रा की शुरुआत की। इस उद्योग में उन्होंने कम समय में ही सफलता पा ली और तीन सालों के अंदर ही वे एक खुद से बने एक सफल स्थापित उद्योगपति बन गए।
हमारे देश में शीर्ष अंबानी साम्राज्य के जनक आज के उद्योगपति मुकेश अंबानी और अनिल अंबानी नहीं, बल्कि उनके पिता धीरू भाई अंबानी रहे हैं। इसी तरह टाटा-बिड़ला का साम्राज्य भी उनके पुरखों का बनाया हुआ है, लेकिन गौतम अडानी अपने बल पर वहां पहुंचे हैं जहां वे आज खड़े हैं। बुनियादी ढांचे के विकास की ज़रूरत को महसूस करते हुए उन्होंने इसे तरजीह दी।
मुकेश अंबानी से हटकर अडानी ने देश से बाहर निवेश करने पर भी ज़ोर दिया है। ऑस्ट्रेलिया में खदान प्रोजेक्ट पर वे 10 बिलियन डॉलर रुपए निवेश कर चुके हैं। पिछले एक दशक में जिस तरह गौतम अडानी ने फर्श से अर्श तक का सफर तय किया है, और अपने बूते अपना नाम कमाया है। आज वह 2021 में 16.2 बिलियन डॉलर की बढ़त के साथ जेफ़ बेजोस जैसे अरबपति को भी पीछे छोड़ चुके हैं। यही सफलता उन्हें इस दशक का सबसे सफल उद्योगपति बनाती है।