कांग्रेस की समस्या दिन दूनी रात चौगुनी बढती जा रही है। सिर्फ दिल्ली ही नहीं अब यह समस्याओं की पोटली केरल तक पहुँच चुकी है। वरिष्ठ नेता पी सी चाको के बाद अब विजयन थॉमस भी कांग्रेस छोड़ चुके हैं। शुक्रवार को नई दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में विजयन थॉमस ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। केरल विधान सभा में कांग्रेस के कुल २१ विधायक हैं लेकिन अब ऐसा लगता है कि कई नेता कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं।
थॉमस का भाजपा नेताओं ने स्वागत किया और पार्टी ने जोर देकर कहा कि केरल में कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता क्षेत्र में पार्टी को मजबूत करेंगे। हैरानी की बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में शामिल होते ही थॉमस ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि वह लंबे समय से अपनी पूर्व पार्टी को “बर्दाश्त” कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सभी जानते हैं कि कांग्रेस में क्या हो रहा है, लेकिन यह नहीं पता कि “वास्तव में उनके साथ क्या हो रहा है।” केरल कांग्रेस के पूर्व महासचिव विजयन थॉमस ने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले केरल कांग्रेस में गुटबाजी हो रही थी। यहां ‘ए’ और ‘आई’ ग्रुप चल रहा है। एक का नेतृत्व ओमान चांडी करते हैं। वहीं, दूसरा खेमा रमेश चेनीताला का है। इन दोनों समूहों के नेताओं को साथ रहना होगा, तभी आपकी पूछ होगी।”
थॉमस ने कहा, “यह एक शुरुआत है। आने वाले समय में कई और नेता पार्टी छोड़ सकते हैं. सभी राज्यों में पार्टी को परेशानी हो रही है। पार्टी के कई नेता परेशान हैं,लेकिन खुले तौर पर यह नहीं कह रहे हैं।“
थॉमस ने यह भी बताया कि “कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता परेशान हैं” लेकिन वे इस मामले को सार्वजनिक नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “वे खुलकर नहीं कह रहे हैं … जो उनके साथ भी हुआ है, उसके कारण वे बहुत दबाव है।”
पूर्व कांग्रेस नेता ने पिछले सप्ताह पार्टी से इस्तीफा दे दिया और अपने महीनों पुराने रुख को दोहराया कि बीजेपी में शामिल होना “सीट या कुछ भी हासिल करने के बारे में नहीं था।”
यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है कि थॉमस केरल के शक्तिशाली लैटिन कैथोलिक समुदाय से है जो कि राज्य की राजधानी के तटीय इसाई बेल्ट में अधिक हैं। 2009 में जब शशि थरूर ने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा था, उस समय पहले थॉमस के नाम के ऊपर ही चर्चा हुई थी।
बता दें कि थॉमस से पहले केरल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता पीसी चाको ने भी इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने भी कहा था कि, “केवल ओमान चांडी और रमेश चेनीताला द्वारा उम्मीदवारों के नाम तय किए गए। उम्मीदवारों का नाम समिति को बिल्कुल नहीं दिया जा रहा है। नाम केवल ओमन चांडी और रमेश चेनिताला द्वारा तय किए जाते हैं।“
दो बड़े कांग्रसी नेताओं का कांग्रेस छोड़ना और इस तरह से कांग्रेस के अन्दर गुटबाजी पर बयान देना दिखता है कि केरल में कांग्रेस टूटने के कगार पर है और कई कांग्रेसी नेता भाजपा का रुख करने वाले हैं।