पिछले करीब 9 सालों से सऊदी अरब की जेल में बंद मशहूर ब्लॉगर रैफ बदावी को नागरिकता प्रदान करने के मामले पर अब कनाडाई सरकार और विपक्ष के बीच विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, 27 जनवरी को कनाडाई संसद में रैफ बदावी को नागरिकता प्रदान करने को लेकर एक प्रस्ताव लाया गया था, जिसे सभी सांसदों ने एकमत से पारित भी कर दिया।
हालांकि, संसद के एकमत फैसले के बावजूद कनाडाई सरकार और immigration मंत्री Marco Mendicino फाइल को आगे बढ़ने ही नहीं दे रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक कनाडाई सरकार को इस बात का ड़र है की अगर कनाडा रैफ बदावी को नागरिकता प्रदान करता है तो इसके बाद सऊदी-कनाडा के रिश्तों में तनाव अपनी नई सीमा पर पहुंच सकता है।
विपक्षी सांसद Brunelle-Duceppe ने इसपर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा “27 तारीख को जब वह प्रस्ताव संसद में लाया गया था, तब तो Marco Mendicino कुछ नहीं बोले लेकिन अब वे फाइल दबाकर बैठ गए हैं। मैंने 16 फ़रवरी को उनसे यह सवाल पूछा था कि आखिर क्यों सरकार ने प्रस्ताव पारित होने के बाद कोई कदम क्यों नहीं उठाया लेकिन अब एक महीने बाद भी मंत्री ने उसपर कोई जवाब नहीं दिया है।”
Brunelle-Duceppe का कहना है कि अब अगर कनाडा सरकार बदावी को नागरिकता प्रदान करती है तो उसके बाद बदावी सऊदी में कनाडाई दूतावास की सेवाओं को फायदा उठा सकेंगे। Duceppe के अनुसार, एक वर्ष बाद जेल से छूटने के बाद रैफ बदावी को सकुशल कनाडा लाने के लिए उन्हें नागरिकता प्रदान किया जाना अतिआवश्यक है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री और बदावी की लीगल टीम का हिस्सा Irwin Cotler के अनुसार “अगर कनाडा सरकार बदावी को नागरिकता देती है तो हम उस मामले में एक कनाडाई नागरिक के हितों की रक्षा की आवाज़ को उठा रहे होंगे।”
हालांकि, जस्टिन ट्रूडो सरकार को इस मुद्दे पर संसद के मत से कोई प्रभाव पड़ता नहीं दिखाई दे रहा है। सरकार के सूत्रों के मुताबिक “सऊदी अरब दोहरी नागरिकता को स्वीकार नहीं करता है। ऐसे में कनाडा द्वारा बदावी को कनाडा की नागरिकता दिये जाने के बाद भी वे बदावी के साथ सऊदी के नागरिक की तरह ही बर्ताव करेंगे।”
इसके साथ ही सूत्रों का यह भी कहना है कि अगर कनाडा बदावी को नागरिकता देता है तो इससे सऊदी-कनाडा के रिश्तों में और ज़्यादा तनाव पैदा हो जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि वर्ष 2018 में जब सऊदी अरब ने रैफ की बहन और महिला अधिकारों की वकील समर बदावी को गिरफ्तार किया था तो कनाडा की विदेश मंत्री Chrystia Freeland ने सऊदी की निंदा की थी, जिसके बाद गुस्साए सऊदी अरब ने कनाडा के राजदूत को अपने देश से निकाल दिया था और दोनों देशों के बीच की फ्लाइट्स को रद्द भी कर दिया था।अब कनाडा को ड़र है कि अगर वह दोबारा रैफ का मुद्दा उठाता है तो इससे सऊदी-कनाडा के रिश्तों में और ज़्यादा तनाव बढ़ सकता है।
बता दें कि आज से करीब 9 वर्षों पहले सऊदी अरब के ब्लॉगर रैफ बदावी को “देश के खिलाफ संग्राम छेड़ने” के लिए 10 सालों के लिए जेल में ड़ाल दिया था। एक साल बाद उन्हें जेल से रिहा किया जाना है, लेकिन अब सऊदी अरब सरकार उनपर नए आरोप लगाकर उनकी सज़ा को बढ़ा भी सकती है।
इसी कारण से कनाडा के विपक्षी सांसद अब चाहते हैं कि जल्द से जल्द कनाडा सरकार रैफ को नागरिकता प्रदान कर उन्हें कनाडा लाने का प्रबंध करे ताकि उन्हें कनाडा में रह रहे उनके परिवार से मिलाया जा सके। हालांकि, कमजोर ट्रूडो सरकार सऊदी से पंगा लेने से बचने के लिए अपनी संसद द्वारा पारित किए एक प्रस्ताव पर आँख मूंदने को तैयार है।