पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दो चरण पूरे हो चुके हैं। इसके साथ ही ममता बनर्जी और उनके परिवार पर लग रहे आरोप थमने का नाम नहीं ले रहें है। तृणमूल कांग्रेस की सरकार भ्रष्टाचार में लिपटी हुई है। अभी तक जो रिपोर्ट्स सामने आई हैं उनके मुताबिक भ्रष्टाचार का मुख्य करता -धरता ममता का परिवार ही है। हाल में ही एक ऑडियो वायरल हुई है, जिसमें अभिषेक बनर्जी को कथित तौर पर 35 करोड़ रुपये पहुंचाने की बात की जा रही है।
अभिषेक बनर्जी ममता बनर्जी के भतीजे होने के साथ- साथ लोकसभा सांसद भी है, जिसका उन्होंने भरपूर फायदा उठाया है। लीक हुई ऑडियो में एक शख्स को यह कहते सुना जा रहा है कि पहले अभिषेक 15-20 करोड़ की मांग किया करते थे, लेकिन अब उनकी मांग बढ़कर 40 करोड़ तक पहुंच गई है। यह भी माना जा रहा है कि अभिषेक कथित तौर पर पश्चिम बंगाल के वसूली सिंडिकेट चलाते हैं, जिसमें कोयला तस्करी करने वालों से cut-money के जारिए से 40 करोड़ रुपए तक की वसूली की जाती है।
लीक हुई ऑडियो में गणेश बागड़िया की आवाज सुनाई देने का दावा किया जा रहा है। गौरतलब है कि गणेश बागड़िया कोयला तस्करी मामले में मुख्य आरोपी अनूप मांझी के करीबी हैं। ऑडियो में गणेश किसी सरकारी अफ़सर से बात कर रहा है, जिसमें यह कहते हुए सुना गया है कि पहले वो अभिषेक बनर्जी को 15-20 करोड़ दिया करते थे, लेकिन अब उसकी मांग 40 करोड़ तक पहुंच गई है। अभिषेक बनर्जी को पैसे विनय मिश्रा के माध्यम से दिया जाता है। आपको बता दें कि, विनय मिश्रा तृणमूल कांग्रेस का नेता है और कोयला तस्करी मामले में मुख्य आरोपी भी है।
एक अन्य ऑडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है कि पश्चिम बंगाल का कोयला माफिया विनय मिश्रा अभिषेक को 35 करोड़ रुपए भेज रहा था। एक अन्य ऑडियो में आरोप लगाया गया है कि ममता बनर्जी धृतराष्ट्र की तरह बैठी हुई है और तृणमूल की राजनीति अब अभिषेक संभाल रहा है। ऑडियो में यह भी कहा गया है कि, अभिषेक की वजह से आज कई नेता पार्टी को छोड़कर जा चुके हैं या फिर जाने की तैयारी में हैं।
अगर हम अभिषेक बनर्जी और उनके परिवार की करतूतों पर नज़र डालें तो अभिषेक और उनकी पत्नी रुजीरा बनर्जी का नाम कोयला तस्करी मामले से सीधा जुड़ा हुआ है, जिसे लेकर CBI ने रुजीरा से पूछताछ भी की थी। अभिषेक की पत्नी के साथ- साथ उनकी भाभी के पति अंकुश अरोड़ा और उनके पिता पवन अरोड़ा का नाम भी सामने आया था। तस्करी मामले को लेकर CBI ने इन सब से भी पूछताछ की है।
अभी तो बात सिर्फ ममता बनर्जी के परिवार की हो रही है। ममता के परिवार के अलावा तृणमूल के बाकी नेताओं ने जितना भ्रष्टाचार किया होगा, उसका अनुमान लगाना भी मुश्किल है। बीते शनिवार को ED ने शारदा घोटाले मामलें में TMC सांसद शताब्दी रॉय समेत कई नेताओं की करोड़ों की संपत्ति कुर्क की है।
ममता बनर्जी के 10 सालों के कार्यकाल में शारदा चिट फ़ंड घोटाला, रोज वैली ग्रुप घोटाला,अवैध कोयला खनन घोटाला और कोयला तस्करी के मामले सामने आए हैं। जब 2011 में ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल को वामपंथियों से छुटकरा दिलाया था, तब सभी को उम्मीद थी कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल को नई ऊंचाइयों पर लेकर जाएंगी, लेकिन उम्मीद के बिल्कुल विपरीत ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल को और ज्यादा बर्बादी की ओर धकेल दिया है।
पश्चिम बंगाल की जनता को अब ज्यादा चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। उन्हें सिर्फ अब 2 मई का इंतजार करना है। कई रिपोर्ट्स के अनुसार, बंगाल में हुए विधानसभा चुनाव के दोनों चरणों में भाजपा को बढ़त मिलती हुई दिखाई दे रही है। अगर भाजपा की सरकार आती है, तो पश्चिम बंगाल से भ्रष्टाचारियों के ऊपर लगाम लगना तय है। अमित शाह ने अपने एक रैली में कहा था कि, भतीजा एंड कंपनी ने पश्चिम बंगाल के 10,000 करोड़ रुपये लूट लिए हैं। जब भाजपा की सरकार आएगी तो भतीजा एंड कंपनी जेल में बंद किए जाएंगे।