पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री और TMC नेता ममता बनर्जी को विधानसभा चुनाव में मुश्किल वक्त में धकेल कर अब प्रशांत किशोर ने लीक्ड ऑडियो में दावा कर दिया है कि बीजेपी ही बंगाल में जीतेगी। ऐसे में अब पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के सलाहकार नियुक्त हुए पीके की सलाहों पर पंजाब कांग्रेस के विधायकों में असंतोष सामने आ गया है। ऐसे में पार्टी नेताओं के बिखरने की स्थिति को संभालने के लिए अब कैप्टन अमरिंदर सिंह ने साफ कर दिया है कि प्रशांत किशोर की टिकट बंटवारे में तनिक भी भूमिका नहीं होगी, और ये पीके के लिए बड़ा झटका है।
बंगाल में प्रशांत किशोर के TMC के चुनावी रणनीतिकार बनने और फिर TMC नेताओं का पार्टी छोड़कर प्रशांत किशोर पर हमला बोलना, और फिर पीके द्वारा ही बीजेपी की जीत की बात का लीक होना, अब कांग्रेस को भी डराने लगा है। इसी बीच पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्य सलाहकार बने पीके ने अमरिंदर को कई विधायकों के टिकट काटने का सुझाव दिया, और पंजाब कांग्रेस में एक सियासी बम फट गया।
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पंजाब कांग्रेस विधायकों द्वारा प्रशांत किशोर का विरोध और कैप्टन की आलोचना से कांग्रेस और कैप्टन दोनों ही बैकफुट पर चले गए हैं। ऐसे में कैप्टन ने अब डेमेज कंट्रोल करने के साथ ही पीके के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए उन्हें लताड़ दिया है। कैप्टन ने अपने बयान में साफ कह दिया है कि प्रशांत किशोर सलाह दे सकते हैं लेकिन टिकट बंटवारे के अधिकार उनके पास नहीं हैं। आनन-फानन में एक प्रेसवार्ता कर कैप्टन ने कहा, “टिकटों के मसले पर विचार करने और फ़ैसला लेने का काम किशोर का नहीं, कांग्रेस का है। प्रशांत किशोर का रोल मेरे प्रमुख सलाहकार तक सीमित है। यह पद केवल सलाहकारी के लिए है, जिसमें फ़ैसला लेने का अधिकार नहीं होता।”
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने टिकट बंटवारे से जुड़ी खबरों को लेकर भड़के कांग्रेस नेताओं को शांत रखने के लिए कहा, “कांग्रेस में टिकट वितरण के लिए नियम और मापदंड निर्धारित हैं, जो सभी राज्यों में सभी चुनावों में अपनाए जाते हैं। किसी भी विधानसभा चुनाव से पहले हाईकमान द्वारा राज्य स्तरीय चयन समिति का गठन किया जाता है, जो सभी नामों पर विचार करती है और चुनाव मैदान में उतारे जाने वाले उम्मीदवारों के बारे में फ़ैसला करती है।”
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कैप्टन द्वारा ये बयान अचानक नहीं दिया गया है। दरअसल, कांग्रेस नेताओं को खबर लगी कि पीके ने कैप्टन को 30 विधायकों के टिकट काटने के साथ ही उनके निर्वाचन क्षेत्र बदलने की सलाह दी है। इसके बाद कैप्टन विरोधी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आलाकमान से मामले की शिकायत कर दी। ऐसे में कैप्टन को ये समझ आ गया कि अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर य़दि कोई भी फ़ैसला पीके की सलाह पर होता है तो पंजाब में पार्टी में अन्दर खाने ही विरोध होगा और कांग्रेस को तगड़ी हार का सामना भी करना पड़ेगा।
इसके अलावा कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पश्चिम बंगाल में प्रशांत किशोर के प्रदर्शन को भी देख लिया है। प्रशांत किशोर खुद ही लीक्ड ऑडियो में बीजेपी की जीत सुनिश्चित कर चुके हैं। ऐसे में कैप्टन एक मंझे हुए राजनेता हैं। वो अच्छे से जानते हैं कि प्रशांत किशोर पार्टी के लिए टूट की वजह बन सकते हैं। इसीलिए प्रशांत किशोर को कैप्टन ने साफ संदेश दिया है कि कांग्रेस में उनकी कोई खास हैसियत नहीं होगी।