यूक्रेन पर भड़के पुतिन करेंगे जंग का ऐलान- बाइडन गलत आदमी से पंगा ले रहे हैं

यूक्रेन पर गोलों की वर्षा करने वाला है रूस?

रूस और यूक्रेन के बीच का विवाद फिर बढ़ गया है और इसका कारण है यूक्रेन के पूर्वी इलाके में स्थित Donetsk में रूस समर्थक अलगाववादी संगठनों और यूक्रेन की सेना के बीच बढ़ा तनाव! पिछले शुक्रवार को एक मोर्टार हमले में यूक्रेन के 4 सैनिक मारे गए थे, जिसके साथ ही पिछले वर्ष जून में घोषित सीज़फायर का सबसे बड़ा उल्लंघन रिपोर्ट किया गया।

मीडिया रिपोर्ट्स इस ओर इशारा कर रही हैं कि रूस अब यूक्रेन से सटे बॉर्डर पर बड़ी संख्या में युद्ध सामाग्री इकट्ठा करने में लगा है। इसके बाद अब अंदेशा लगाया जा रहा है कि आने वाले दिनों में रूस यूक्रेन के खिलाफ एक और आक्रामक अभियान छेड़ सकता है रूस के लिए ऐसे वक्त में आक्रामकता दिखाना कोई अच्छा विकल्प नहीं होगा, क्योंकि ऐसा करना रूस पर और ज़्यादा प्रतिबंधों को निमंत्रण दे सकता है।

हालांकि, बाइडन को इस तनाव से सबसे ज़्यादा फायदा होगा, क्योंकि इसकी आड़ में वे NATO को पुनर्जीवित करने के सपने को साकार कर सकेंगे। इसके साथ ही वे Cold War के समय के हालातों को दोबारा पैदा कर सकते हैं। स्पष्ट है कि इस चल रहे विवाद के पीछे रूस का नहीं, अमेरिकी Deep state का हाथ हो सकता है।

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ट्रम्प के समय यूक्रेन का मुद्दा ठंडे बस्ते में जा चुका था और इस क्षेत्र में जंग जैसे कोई हालात ही नहीं थे। हालांकि, बाइडन के आने के बाद दोबारा यहाँ युद्ध की चिंगारी लग गयी है। ट्रम्प के समय हुए सीज़फायर के कारण ना तो NATO खुश था और ना ही रूस के खतरे को बढ़ा चढ़ाकर दिखाने वाले यूरोप के कुछ देश!

ऐसे में अब यूक्रेन के राष्ट्रपति Volodymyr Zelensky ने बाइडन के आने के बाद रूस को उकसाने वाले कई कदम उठाए हैं, जिसके पीछे कहीं न कहीं बाइडन प्रशासन का ही हाथ दिखाई दे रहा है। यूक्रेन प्रशासन ने 2 फरवरी को एक के बाद देश में रूस के समर्थक मीडिया outlets के साथ-साथ पुतिन के नजदीकी अलगाववादी नेता Viktor Medvedchuk के खिलाफ भी देशद्रोह का मुकदमा दायर कर दिया।

ज़ाहिर है, इस सब के बाद रूस को चुप बैठने वाला नहीं था। रूस के समर्थन वाले संगठनों ने अब यूक्रेन में तनाव बढ़ा दिया है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर यूक्रेन की ओर तेजी से बढ़ते रूसी सेना के टैंक, तोप और सैनिकों का वीडियो भी वायरल हो रहा है। किसी अनहोनी की आशंका से डरे NATO के नॉर्थ अटलांटिक काउंसिल ने तत्काल एक आपात बैठक को आयोजित भी किया। इसके साथ ही रूस को संदेश देने के लिए NATO ने रूसी एयरस्पेस के नजदीक 10 बार अपने फाइटर जेट्स को उड़ाया।

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इस बीच अमेरिका ने यूक्रेन को भरपूर मदद प्रदान करने का फैसला लिया है। बाइडन ने आते ही यूक्रेन को 125 मिलियन डॉलर के सुरक्षा उपकरण प्रदान करने का ऐलान किया है। इस सहायता के तहत यूक्रेन को 2 पेट्रोलिंग बोट्स और एंटी- आर्टिलरी रडार प्रदान करने का किया था। स्टेट डिपार्टमेन्ट के बयान के मुताबिक “हम रूस द्वारा यूक्रेन को धमकाए जाने की घटना की निंदा करते हैं।”

रूस और यूक्रेन के बीच विवाद ऐसे समय में बढ़ रहा है, जब रूस और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ा है। बाइडन ना सिर्फ पुतिन को एक “किलर” बोल चुके हैं, बल्कि वे पुतिन को अंजाम भुगतने की धमकी भी दे चुके हैं। बाइडन रूस पर Texas की कंपनी Solarwinds Corp के सॉफ्टवेयर को हैक करने और Navalny को जहर देने के मुद्दे पर कार्रवाई करने की धमकी दे चुके हैं। ऐसे में आने वाले समय में यूक्रेन और रूस के बीच हमें और तनाव देखने को मिल सकता है और इसका कारण होगें बाइडन!

 

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