आज भारत में तेजी से कोरोना संक्रमण के मामलों में बढ़त होने की वजह से राज्यों के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी और मेडिकल स्टोर पर दवाइयों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे हालात में सोशल मीडिया पर धोखेबाजों ने ऑक्सीजन और दवाइयां मुहैया कराने के नाम पर झांसा देकर मरीजों के परिवार वालों से हजारों रुपए ऐंठ रहे हैं।
हाल ही में हिंदुस्तान टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, ठग पहले सोशल मीडिया पर पहले ज़रूरी सूचना के तौर पर न्यूज फैलाते हैं जैसे कि हम पुष्टि करते है कि दिए गए नंबर पर कॉल करने से ऑक्सीजन का इंतजाम हो सकता है। ऐसी खबर देखकर जरूरतमंद झांसे में आ जा रहे हैं। जरूरतमंदों से ऑनलाइन पेमेंट लेने के बाद फ्रॉड अपना नंबर बंद कर देते हैं और रफूचक्कर हो जाते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली की रश्मि मेहरा को एक व्हाट्सएप ग्रुप पर एक नंबर मिला। वह नंबर ट्विटर के माध्यम से मिला था। नंबर के साथ दावा किया गया था कि इस नंबर कॉल करने से ऑक्सीजन का इंतजाम हो सकता है। हालांकि, रश्मि की दोस्त के घर में ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत थी तो रश्मि ने अपने दोस्त के साथ मिलकर 10,000 में सौदा तय कर लिया। रश्मि की दोस्त से ऑनलाइन एडवांस पेमेंट करने के लिए शर्त रखी गई। बता दें कि पेमेंट ऑनलाइन होने के बाद से उस नंबर से कोई संपर्क नहीं हो रहा है। ऐसे घटाना सिर्फ रश्मि के साथ नहीं हुआ है, बल्कि उसके जैसे दर्जनों अन्य लोगों के साथ हुआ है।
इस मामले के बारे में हिंदुस्तान टाइम्स ने डेप्युटी पुलिस कमिश्नर (साइबर सेल) अन्येश राय कहा कि “यदि आपको अग्रिम भुगतान करने के लिए कहा जाता है तो आपको एक बार विक्रेता से मिलना चाहिए। फिजिकल लोकेशन पता करने पर जोर दें। यह एक बुनियादी सावधानी है। लोगों को अनौपचारिक साधनों के बजाय अस्पतालों जैसे उचित माध्यमों के पास जाना चाहिए।”
डेप्युटी पुलिस कमिश्नर (साइबर सेल) ने आगे कहा कि “अब दवाएं औपचारिक चैनलों के माध्यम से उपलब्ध हो रही है, जिसका मतलब यह है कि अभी भी इन दवाओं को बेचने का दावा करने वाला कोई भी व्यक्ति धोखेबाज हो सकता है।”
हिंदुस्तान टाइम्स के साथ ही Quartz India ने भी इस पर रिपोर्ट किया है कि कैसे लोगों की मजबूरी का फायदा उठा कर सोशल मीडिया के माध्यम पर ठगी की जा रही है। रिपोर्ट्स के अनुसार ऑक्सीजन सिलेंडर ही नहीं कोरोना की जरूरी दवाइयां जैसे remdesivir इंजेक्शन की भी धांधली हो रही है।
सोशल मीडिया के इस युग में अच्छे और बुरें दोनों प्रकार के लोग मिलते हैं। ऐसे में सोशल मीडिया यूजर्स को मिल रहे हैं जानकारी को अच्छी तरह से जांच परख कर आगे बढ़ना चाहिए और अगर किसी के मन धोखाधड़ी का शंका है तो पुलिस को जल्द से जल्द खबर दें।