TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता

    बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    तेजस्वी यादव का नौकरी वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    तेजस्वी यादव का नौकरी का वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तान

    भारत इज़राइल रणनीतिक साझेदारी

    बदलते वैश्विक समीकरणों और क्षेत्रीय संघर्षों के बीच कैसे बदल रही है भारत-इज़राइल के बीच रणनीतिक साझेदारी ?

    जोरावर टैंक से नाग मिसाइल का सटीक वार, भारत की स्वदेशी शक्ति का उदय, दुश्मनों के होश उड़ना तय

    जोरावर टैंक से नाग मिसाइल का सटीक वार, भारत की स्वदेशी शक्ति का उदय, दुश्मनों के होश उड़ना तय

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तान

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    बांग्लादेश के जन्म की कहानी

    Explainer : पाकिस्तान का आतंकी शासन और भारत का जवाब—पूर्वी बंगाल के दमन और बांग्लादेश के जन्म की कहानी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • बिहार डायरी
    • मत
    • समीक्षा
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता

    बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    बिहार में 12 रैलियों से हुंकार भरेंगे पीएम मोदी: राष्ट्रनिर्माण की पुकार बन जाएगा चुनावी अभियान

    आर्थिक शक्ति, राष्ट्रीय अस्मिता और आत्मनिर्भर भारत: पीएम मोदी के भाषण का राष्ट्रवादी अर्थ

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    भारत और अफगानिस्तान: बदलती भू-राजनीतिक परिदृश्य में मजबूत रणनीतिक साझेदार

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    अमेरिका के सहयोगी ब्रिटेन को क्यों है भारत से उम्मीद? क्या खालिस्तान पर लगाम कसेंगे स्टार्मर ?

    तेजस्वी यादव का नौकरी वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    तेजस्वी यादव का नौकरी का वादा: सपने की उड़ान या बिहार की आर्थिक हकीकत से टकराता भ्रम?

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तान

    भारत इज़राइल रणनीतिक साझेदारी

    बदलते वैश्विक समीकरणों और क्षेत्रीय संघर्षों के बीच कैसे बदल रही है भारत-इज़राइल के बीच रणनीतिक साझेदारी ?

    जोरावर टैंक से नाग मिसाइल का सटीक वार, भारत की स्वदेशी शक्ति का उदय, दुश्मनों के होश उड़ना तय

    जोरावर टैंक से नाग मिसाइल का सटीक वार, भारत की स्वदेशी शक्ति का उदय, दुश्मनों के होश उड़ना तय

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल

    भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तान

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    आज़ाद हिंद फौज: भारत की वह बंदूक जिसने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    शनिवार वाड़ा की मर्यादा भंग: मराठा गौरव के प्रतीक स्थल पर नमाज, हिंदू अस्मिता के अपमान की कहानी

    बांग्लादेश के जन्म की कहानी

    Explainer : पाकिस्तान का आतंकी शासन और भारत का जवाब—पूर्वी बंगाल के दमन और बांग्लादेश के जन्म की कहानी

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    आत्मनिर्भर भारत की वैज्ञानिक विजय: ‘नैफिथ्रोमाइसिन’, कैंसर और डायबिटीज के मरीजों के उम्मीदों को मिली नई रोशनी, जानें क्यों महत्वपूर्ण है ये दवा

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    PariPesa के सर्वश्रेष्ठ भारतीय ऑनलाइन गेम्स

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    एशिया कप हारने के बाद पाकिस्तान के लोगों ने ही पाकिस्तान टीम को सोशल मीडिया पर धो डाला! उड़ाया मजाक

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

एक निष्पक्ष चुनाव आयोग क्षेत्रीय नेताओं पर भारी पड़ेगा, इसीलिए अब ये सब मिलकर EC को बदनाम करने में जुटे हैं

चुनाव आयोग को निशाना बना कर राजनीति कर रहा है विपक्ष

Krishna Bajpai द्वारा Krishna Bajpai
6 May 2021
in मत
चुनाव

TV9 Bharatvarsh

Share on FacebookShare on X

भारतीय चुनावी व्यवस्था को सबसे सुदृढ़ माना जाता रहा है। आम चुनावों के दौरान आयोग की व्यवस्था और कार्यशैली का अध्ययन करने विदेशी पत्रकार तक भारत में आते हैं, लेकिन इस चुनावी प्रक्रिया पर पिछले चार सालों में खूब सवाल खड़े किए गए है। राजनीतिक पार्टियां ने पहले ईवीएम की विश्वसनीयता को मुद्दा बनाया और जब ईवीएम का मामला बेतुका निकला तो अब चुनाव की विश्वसनीयता को लेकर भारतीय निर्वाचन आयोग पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसा किस लिए हो रहा है ये सभी जानते हैं, क्योंकि मुद्दा रहित राजनीति करने वाले विपक्षी दलों को जनता नकारने लगी है। इससे इतर ये गंभीर स्थिति भी है कि जिस चुनवी प्रक्रिया के तहत ममता बनर्जी जैसी नेता 200 से अधिक सीटों से जीतती हैं, वो भी चुनाव आयोग पर सवाल उठाती हैं, क्यों ? क्योंकि उन्हें बीजेपी के नेता ने उनकी सीट से परास्त कर दिया।

इस देश में विपक्ष का चलन बन गया है, फैसला गलत हो तो न्यायपालिका की तटस्थतता पर सवाल उठा दो। बात अगर अपने हित की न हो तो मीडिया को बिका हुआ घोषित कर दो और अब उसी तरह चुनाव हारने पर चुनावी प्रक्रिया पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। निर्वाचन आयोग को पूर्णतः स्वतंत्र संस्था माना जाता है, जो देश‌ में बिना किसी डर के माहौल के बिना चुनाव करवाती है, लेकिन पश्चिम बंगाल समेत देश के पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में इस बार कुछ अलग देखने को मिला क्योंकि कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने बीजेपी से ज़्यादा निशाना तो निर्वाचन आयोग पर साधा है, लेकिन इनका रवैया भी एकतरफा है और यही कारण है कि जनता के बीच इनकी विश्वसनीयता को सिरे से खारिज करती है।

संबंधितपोस्ट

भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

भारत की बढ़ी ताकत: जल्द ही सेना में शामिल होगी 800 किलोमीटर मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल, अब कांपेंगे चीन और पाकिस्तान

और लोड करें

और पढ़ें- CBI जांच की मांग के साथ ही SC पहुँचा बंगाल हिंसा मामला, ममता की बढ़ सकती है मुश्किलें

जब असम में मुश्किल वक्त में एक पोलिंग अधिकारी ईवीएम के साथ बीजेपी प्रत्याशी की गाड़ी से मिला तो पूरा विपक्ष चुनाव आयोग पर सवाल करने लगा, जबकि चुनाव आयोग का नियम है कि अगर ऐसी कोई परिस्थिति आती है, तो उस ईवीएम से संबंधित क्षेत्र के चुनाव रद्द किए जाएंगे और ऐसा हुआ भी। इसके बावजूद असम कांग्रेस ने चुनाव आयोग से पूरा चुनाव रद्द करने की बेहूदा मांग की, लेकिन कांग्रेस का ही दोगला चरित्र देखिए कि जब बंगाल में चार-पांच ईवीएम के साथ टीएमसी प्रत्याशी के घर से एक पोलिंग अधिकारी पकड़ा गया तब इसी कांग्रेस के नेताओं ने अपने होंठ सिल लिए हालांकि, आयोग ने अपनी प्रक्रिया का पालन पहले की तरह ही किया।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी जो तीसरी बार 200 सीटें ईवीएम की वोटिंग के जरिए जीतकर सीएम पद की शपथ ले चुकी हैं, वो अपनी सीट नंदीग्राम से मिली हार के लिए सारा ठीकरा ईवीएम पर फोड़ रही है। ये दिखाता है कि जो जहां जीत जाए वहां सब बेहतरीन, लेकिन जहां हार जाए वहां चुनाव आयोग द्वारा पक्षपात का आरोप लगा दो। ममता जैसी नेता को इस तरह की बेतुकी बात तनिक भी शोभा नहीं देती हैं, लेकिन मजबूरी है वो करें भी क्या, क्योंंकि नंदीग्राम में बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी से मिली हार वो पचा नहीं पा रही हैं। इसलिए बंगाल में टीएमसी के गुंडे हिंसा का तांडव कर रहे हैं। वहीं इस मुद्दे पर जब ममता से राज्यपाल ने सवाल किया तो ममता ने सारा प्रशासन चुनाव आयोग के हाथ में होने का हवाला देकर अपना और अपने कार्यकर्ताओं का बचाव कर लिया। वहीं चुनाव आयोग अपने अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर भी भय में है, इसलिए नंदीग्राम के रिटर्निंग अधिकारी की सुरक्षा बढ़ाई गई है।

और पढ़ें- लूटपाट, हिंसा, घरों में तोड़-फोड़, पश्चिम बंगाल में ममता सरकार अपने पुराने रिकार्ड्स तोड़ रही है

 ममता बनर्जी के पूरे चुनाव प्रचार को देखें तो उनका निशाना बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ज्यादा चुनाव में आयोग पर था। ममता आयोग के अंतर्गत काम कर रही अर्धसैनिक बलों की टीमों पर पक्षपात का आरोप लगाने के साथ उन पर बीजेपी समर्थक होने का ठप्पा लगा रही थीं। बीजेपी नेताओं की गलत बयानबाजी के बाद जब चुनाव आयोग उन पर कार्रवाई करता तो बीजेपी को कोई एतराज़ नहीं होता, लेकिन मुस्लिम वोटों को लेकर उनके बयान पर जब आयोग ने उन्हें चुनाव प्रचार से रोका तो ममता बिफर गईं। उनका ये रवैया दिखाता है कि उन्होंने इन चुनावों में अराजकता की पराकाष्ठा पार की है और हर वो संभव प्रयास किया है, जिससे चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर बट्टा लगाया जा सके।

पहले बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान विपक्षी दल आरजेडी ने आयोग पर सवाल खड़े किए और फिर वही पैटर्न ममता ने फॉलो किया और कांग्रेस जैसी 55 साल शासन कर चुकी देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी तो 2014 से ही हार के बाद चुनाव आयोग पर सवाल खड़ी करती रही है। आयोग पर निशाना साधने के लिए सबसे पहले ईवीएम को निशाना बनाया गया था। दावा किया गया कि ईवीएम हैक हो जाता है, लेकिन जब ईवीएम हैकिंग को लेकर चुनाव आयोग ने हैकोथॉन चलाया तो किसी भी पार्टी की हिम्मत नहीं हुई कि वो उसमे जा सके। यहां तक कि विधानसभा में ईवीएम हैकिंग का ज्ञान बांटने वाली नई नवेली आप आदमी पार्टी ने भी अपनी जुबान बंद कर ली।

और पढ़ें- हिंसा और हत्याओं के बीच, बंगाल को जगमोहन मल्होत्रा जैसे राज्यपाल की आवश्यकता है

वीवीपैट की सत्यापन प्रणाली के बाद ईवीएम की विश्वसनीयता पर कोई शक नहीं रहा। इसके चलते अब देश में विपक्ष के पास आयोग के विरोध में बोलने को कोई मुद्दा नहीं था, तो उन्होंने चुनाव आयोग के अधिकारियों को ही पक्षपाती बनाने का नया ट्रेंड शुरू किया है। चुनाव की तारीखों के ऐलान से लेकर एक-एक चीज़ के मैनेजमेंट के लिए विपक्ष हवा बनाता रहा है कि सबकुछ आयोग बीजेपी के इशारे पर करता है, जो कि सरासर बेबुनियाद है। बंगाल चुनाव के बाद अब अन्य पांच राज्यों में भी चुनाव हैं जिसमें उत्तर प्रदेश भी शामिल है। ऐसे में ममता से सीख लेकर संभवतः उत्तर प्रदेश की क्षेत्रीय विपक्षी पार्टियां भी चुनाव आयोग को कटघरे में खड़ा करेगीं, क्योंकि लगातार मिल रही हार के बाद इनका मुख्य मकसद आयोग की विश्वसनीयता को शून्य करने का ही रह गया है।

देश की ये सभी राजनीतिक पार्टियां निर्वाचन आयोग को कटघरे में खड़ा कर एक तरह से चुनावी प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करती जा रही हैं, ऐसे में एक ऐसी स्थिति भी आ सकती है जब देश में स्वतंत्र और सहज रूप से चुनाव संपन्न कराने में मुश्किलें आएंगी और इसकी जिम्मेदार जनता द्वारा नकारी गई विपक्षी राजनीतिक पार्टियां ही होंगी।

शेयर46ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

पंचायत चुनाव के आधार पर असेंबली चुनावों का विश्लेषण, बंगाल की जीत में लिबरल पगला गए हैं

अगली पोस्ट

परमबीर सिंह कई बड़े खुलासे करने वाले हैं, इसी कारण शक्तिशाली लोग उन्हें चुप कराना चाहते हैं

संबंधित पोस्ट

भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत
आयुध

भारतीय वायुसेना को दुनिया की तीसरी वायुसेना का खिताब, तकनीक से ज़्यादा यह है राजनीतिक इच्छाशक्ति की जीत

21 October 2025

भारत जब दुनिया की तीसरी सबसे ताकतवर वायुसेना के रूप में उभरा, तो यह किसी एक वर्ष की उपलब्धि नहीं थी। यह उस राजनीतिक इच्छाशक्ति...

डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया
इतिहास

डॉ. मुखर्जी से मोदी तक: भारतीय जनसंघ का विचार भारत का स्वरूप कैसे गढ़ गया

21 October 2025

भारत के राजनीतिक इतिहास में कुछ तारीखें ऐसी होती हैं जो केवल संगठन की नहीं, बल्कि एक विचार की जन्मतिथि होती हैं। 21 अक्टूबर 1951...

बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता
चर्चित

बिहार में महागठबंधन नहीं, महालठबंधन, सत्ता की चाह में आपस में ही भिड़ रहे नेता

21 October 2025

बिहार की राजनीति हमेशा से नाटकीय रही है, लेकिन इस बार महागठबंधन ने जो तमाशा पेश किया है, उसने राजनीति को मज़ाक बना दिया है।...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

The Congress Party’s War on India’s Soldiers: A History of Betrayal and Fear

The Congress Party’s War on India’s Soldiers: A History of Betrayal and Fear

00:07:39

How Bursting Firecrackers on Deepavali Is an Ancient Hindu Tradition & Not a Foreign Import

00:09:12

This is How Malabar Gold Betrayed Indians and Preferred a Pakistani

00:07:16

What Really Happened To the Sabarimala Temple Gold Under Left Government?

00:07:21

How Stalin is planning to divide the nation through a poisonous agenda?

00:06:44
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited