सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने खुलासा किया है कि किस प्रकार से उन्हें और उनके परिवार को चंद स्वार्थी लोगों के कारण धमकियों का सामना करना पड़ रहा है और क्यों उन्हें भारत छोड़ने पर विवश होना पड़ा है। ये धमकियां तब ज्यादा बढ़ गईं, जब मोदी सरकार ने टीकाकरण अभियान का दायरा बढ़ाते हुए उसे 18 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों के लिए भी कर दिया।
लेकिन पत्रकार राहुल कंवल ने जो खुलासा किया, वो अपने आप में हैरान कर देने वाला था। चुनावी परिणाम कवर करने के दौरान राहुल कंवल ने अनजाने में ये खुलासा किया कि कैसे उनकी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के पुणे वाली फैक्ट्री का शिवसेना के गुंडों ने घेराव किया है। राहुल कंवल ने कहा, “मैंने सच में इसे देखा है। अदार पूनावाला ने मुझे कुछ वीडियो भेजे, जिसमें साफ साफ दिखाई दे रहा था कि शिवसेना के कुछ स्थानीय नेता पुणे की फैक्टरी को घेर के खड़े थे, और भर भरके गालियां देते हुए कह रहे थे कि हमको पहले दो, जो काफी चिंताजनक है”।
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यही नहीं, द टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में पूनावाला ने ये भी बताया कि उन्हे किस प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इंटरव्यू के अंश अनुसार, “धमकियाँ तो बहुत छोटी बात हुई। जिस प्रकार की आक्रामकता ये लोग दिखा रहे हैं, वो अकल्पनीय है। सब को लगता है कि उन्हें पहले वैक्सीन मिलनी चाहिए। वो कह रहे हैं कि अगर हमें वैक्सीन पहले नहीं मिली तो अच्छा नहीं होगा। बात गलत भाषा की नहीं है, बात है टोन की। बात है कंट्रोल लेने की”।
TFI ने पहले बताया था कि कैसे इन्हीं कारणों से अदार पूनावाला के लिए गृह मंत्रालय को वाई श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करनी पड़ी थी। अदार पूनावाला को वामपंथियों के कोपभाजन का सोशल मीडिया पर शिकार भी होना पड़ा है, जिनके कारण उन्हे राज्य सरकारों को अपने दर से कम कीमत पर वैक्सीन प्रदान करनी पड़ी है।
अब चूंकि ये सामने आ चुका है कि किस प्रकार से शिवसेना के गुंडे अदार पूनावाला को परेशान करने में जुटे हुए हैं, तो शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे की जनता के प्रति जवाबदेही बनती है। यदि उनकी पार्टी के कारण अदार पूनावाला को भारत छोड़ने पर विवश होना पड़ा है, तो शिवसेना के विरुद्ध केंद्र सरकार को हर हाल में कार्रवाई करनी ही पड़ेगी। ऐसा इसलिए भी आवश्यक है क्योंकि शिवसेना न सिर्फ महाराष्ट्र को निवेश के लिए अलोकप्रिय बना रहा है, बल्कि भारत के टीकाकरण अभियान को भी नुकसान पहुंचा रहा है।