कभी-कभी कुछ आपराधिक केस इतने पेचीदा हो जाते हैं कि उनका एक सिरा दूसरे से मिलता ही नहीं। तहलका पत्रिका के पूर्व संपादक तरुण तेजपाल पर दर्ज हुआ रेप केस और अब 8 साल बाद उनका बरी होना कुछ ऐसे ही संदेहास्पद केस की तरफ इशारा करता है। कोर्ट के फैसले पर सवाल उठाना संभव नहीं है लेकिन पिछले 7-8 सालों के दौरान जो कुछ भी हुआ, उसमें तरुण तेजपाल ने पीड़ित से माफी भी मांगी, तो वहीं पीड़िता ने गवाही भी दी। इसके बाद अब तेजपाल का रेप केस से बरी होना और उनके देश के वामपंथी धड़े से खास संबंध होना कई सवाल खड़े करता है। सबसे बड़ा सवाल है कि संगीन धाराओं के तहत चल रहे मुकदमे के बावजूद और पूर्व में माफी मांगने के बावजूद अब ऐसा क्या हुआ कि तेजपाल को अब कोर्ट ने निर्दोष पाया है।
बता दें कि तहलका पत्रिका के संपादक और पत्रकार तरुण तेजपाल पर वर्ष 2013 में एक महिला पत्रकार ने आरोप लगाया था कि उनके साथ फाइव स्टार होटल की लिफ्ट में तेजपाल द्वारा रेप किया गया था। उनकी गिरफ्तारी और गोवा पुलिस की चार्जशीट दायर होने के बाद तेजपाल को जमानत तो मिल गई थी, लेकिन इन सबके विपरीत इस मामले के सामने आने के कारण देश का वामपंथी धड़ा काफी नाराज था। उस समय तेजपाल की गिरफ्तारी का कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने विरोध भी किया था। स्पष्ट है कि तेजपाल की कांग्रेस और विपक्षी दलों के साथ काफी नजदीकियां थी।
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8 साल पुराने केस में अब तेजपाल की मुसीबतें खत्म हो गईं हैं क्योंकि उन्हें रेप के आरोपों से बरी कर दिया गया है। तरुण तेजपाल पर पुलिस ने आईपीसी की धारा धारा 342, 354, 354-ए, 376 (2) (महिला पर अधिकार की स्थिति रखने वाले व्यक्ति द्वारा बलात्कार) के तहत केस दर्ज किया था, जो कि काफी संगीन आरोपों की श्रेणी में आता है। उनके खिलाफ अब ये सब मामले खत्म हो चुके हैं, क्योंकि गोवा की जिला अदालत उन्हें बरी कर चुकी है।
यह इसलिए आश्चर्यजनक है क्योंकि इससे पहले कोर्ट की कार्यवाही के दौरान ही पीड़ित महिला ने तरुण तेजपाल के खिलाफ बयान दिया था,और उन पर रेप के आरोपों की पुष्टि की थी। इतना ही नहीं तेजपाल द्वारा पीड़िता को माफीनामा भी भेजा गया था। इसके बाद कोर्ट ने खुद ये सवाल उठाया था कि यदि तेजपाल गलत नहीं हैं तो फिर उन्होंने किस उद्देश्य से माफीनामा भेजा था। कोर्ट की यह आब्जर्वेशन काफी महत्वपूर्ण थी।
इस 7-8 साल की पूरी अदालती कार्यवाही के बाद अब जब कोर्ट ने उन्हें बरी किया है तो इसपर संदेह अवश्य खड़ा होता है। वहीं, अपने बरी होने के ऐलान के बाद अब तेजपाल ने अपने सभी वकीलों को शुक्रिया अदा किया है, जिसमें कपिल सिब्बल और सलमान खुर्शीद जैसे कांग्रेसी नेता भी शामिल हैं। लेफ्ट और कांग्रेस फ्रंट के एक शख्स पर रेप केस चलना, उसका बरी होना ओर फिर कांग्रेस नेताओं के प्रति प्रेम जाहिर करना कुछ संदेहास्पद लगता है, जिसका खुलासा संभवतः भविष्य के गर्भ में है।