MOVID Pandemic : PM मोदी को बदनाम करने हेतु राहुल का शर्मनाक प्रयास
एक तरफ जहां कांग्रेस विवादित टूलकिट से पल्ला झाड़ने का प्रयास कर रही है, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस उसी टूलकिट का अनुसरण करती भी दिखाई दे रही है। 8 मई को राहुल गांधी ने एक ग्राफिक representation ट्विटर पर शेयर करते हुए ये जताने का प्रयास किया था कि कैसे वुहान वायरस की दूसरी लहर केवल और केवल पीएम मोदी की देन है, और जनाब ने महामारी के लिए Covid की जगह ‘Movid Pandemic’ शब्दावली का इस्तेमाल किया था।
लेकिन ये तो कुछ भी नहीं है। राहुल गांधी का ट्वीट न केवल कांग्रेस की लीक हुई टूलकिट के कार्यक्रम से पूरी तरह मेल खाता है, अपितु पीएम मोदी को नीचा दिखाने के नाम पर भारत की अंतर्राष्ट्रीय छवि को भी तार-तार करने का एक प्रयास-मात्र दिखाई देता है। वुहान वायरस की आड़ में कांग्रेस ने भारत की मिट्टी पलीद करने की कसम खा ली है। उदाहरण के लिए जिस प्रकार से वुहान वायरस के नए वेरियंट को भारतीय स्ट्रेन अथवा मोदी स्ट्रेन (MOVID Pandemic) ठहराने का प्रयास किया जा रहा है, वो कांग्रेस टूलकिट के ब्लूप्रिंट से पूरी तरह मेल खाता है।
The Movid pandemic. pic.twitter.com/oRSm7DJRpX
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 8, 2021
लेकिन ये काँग्रेस टूलकिट है क्या? दरअसल अभी दो दिन पहले भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सम्बित पात्रा ने एक डॉक्यूमेंट साझा किया, जिसमें उन्होंने ये आरोप लगाया कि इस टूलकिट के जरिए कांग्रेस कुछ राज्यों के अस्पतालों में जमाखोरी और कब्जे को बढ़ावा दे रही थी ताकि कृत्रिम शॉर्टेज उत्पन्न हो, और भाजपा को घेरा जा सके। इतना ही नहीं टूलकिट में ये भी निर्देश था कि सोशल मीडिया पर कांग्रेस को tag कर सहायता मांगने वालों को ही पार्टी बेड मुहैया कराएगी ताकि पार्टी की छवि चमकाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा सके।
स्वयं सम्बित के शब्दों में, “जो भी राहुल गांधी बोलते थे, आज वो डॉक्यूमेंट हमारे हाथ में आया है, जिसके सहारे राहुल गांधी ये सब करते थे। आप देखिए ये लोग क्या क्या यूज करते थे। Missing Amit Shah, Quarantine Jaishankar, MOVID Pandemic इत्यादि जैसे शब्दों का प्रयोग, साप्ताहिक पत्रिकाओं में सरकार की छवि को नीचा दिखाने वाले लेख का प्रयोग इत्यादि। ये सब यूं ही नहीं हुआ, ये सब एक सुनियोजित योजना का हिस्सा था, जिसका प्रमुख उद्देश्य था मोदी सरकार को नीचा दिखाने के नाम पर भारत की छवि पर कीचड़ उछालना”।
इस पर काँग्रेस की चुटकी लेते हुए भाजपा सोशल मीडिया प्रभारी अमित मालवीय ने कहा, “कांग्रेस अपनी ही टूलकिट को नकली सिद्ध करने का चाहे जितना प्रयास कर ले, परंतु क्या वे राहुल गांधी के उन बयानों को नकली करार दे सकते हैं, जहां वे कोविड महामारी को ‘Movid Pandemic’, ‘Modi Strain’ जैसे नाम देने पर तुले हुए हैं? हमने तो अभी शशि थरूर पर मुंह भी नहीं खोला है”
The Congress may be desperate to call their toolkit fake and disown but can they disown Rahul Gandhi who has been repeatedly calling this a “Movid” pandemic, referring to the “Indian” variant of the strain.
We are not even looking at the likes of Shashi Tharoor, Sonia Faleiro… pic.twitter.com/Zr5bdNGIZU
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) May 19, 2021
हालांकि अपने अंध विरोध में कांग्रेस ने एक बात तो स्वीकारी कि उनके लाख प्रपंचों के बाद भी पीएम मोदी की लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है, जिसके लिए उन्हे ये पैंतरा अपनाना पड़ा। हालांकि जिस प्रकार से इनकी असलियत उजागर हुई है, उसे देखते हुए ये कहना गलत नहीं होगा कि कांग्रेस की पोल बुरी तरह खुल चुकी है। अब वो चाहे जितना पल्ला झाड़ने का प्रयास करे, उन्हे अब जनता के प्रकोप से कोई नहीं बचा सकता।