कल तक तो यह लग रहा था कि जूही चावला को पर्यावरण संरक्षण अथवा इंसानों की बड़ी फिक्र है, जिसकी वजह से वह 5G तकनीक को लेकर उंगली उठा रही थीं। भले ही वो चिंता आधारहीन हो, लेकिन आज जब जूही चावला के इस तथ्यहीन एक्टिविज्म का सच सामने आया तो, एक बात समझ आई कि ये हस्तियां अपने निजी एजेंडा या निजी फायदे के लिए पर्यावरणविद् से लेकर मनुवाद का झंडा बड़ी आसानी से बिना किसी शर्म के फहरा सकते है।
तो पूरा मामला क्या है? जिससे जानकर आप दंग रह जाएंगे। दरअसल, जूही चावला को पर्यावरण संरक्षण की चिंता नहीं बल्कि अपने पति जय मेहता के निजी निवेश या निजी फायदे के बारे में चिंता है।
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कहानी यह है कि, Wilcom वायरलेस कम्युनिकेशन एक कंपनी है, जिसके मालिक विवादों में रहने वाले प्रॉफ. एवं एक्टिविस्ट गिरीश कुमार है और Wilcom कम्युनिकेशन की डायरेक्टर उनकी बेटी नेहा कुमार हैं। इस कहानी में दूसरा किरादार है Salora इंटरनेशनल का, Salora अमेरिका एक बड़ी टेलीकम्युनिकेशन कंपनी है, जो यह दावा करती है कि उसके प्रोडक्ट्स से कम रेडिएशन निलकते है। जो कि इंसान, पशु, पक्षी और पर्यावरण के लिए अच्छा है। बता दें कि Salora इंटरनेशनल के अंतर्गत 9 कंपनिया है। जिसमें से एक है Lusaka Properties Pvt Ltd. बता दें कि Lusaka Properties ने प्रोफ. गिरीश कुमार की कंपनी Wilcom वायरलेस कम्युनिकेशन में भारी निवेश किया है।
उम्मीद है कि, आपको Salora और Wilcom के बीच का संबंध समझ आ गया होगा। Salora और Wilcom के तार Lusaka Properties से जुड़े हुए है। अब सवाल उठता है कि इन सब से जूही चावला या उनके पति जय मेहता का क्या लेना देना है। दरअसल, जय मेहता और Salora के बेहद करीबी माने जाते है। अर्थात जय मेहता Lusaka Properties के भी करीबी हुए। कुल मिलाकर जय मेहता के तार सीधे Wilcom कम्यूनिकेशन से भी जुड़े हैं।
आपको बता दें कि चुकी Wilcom कम्यूनिकेशन के मालिक प्रोफ़ गिरीश और और उनकी बेटी नेहा कुमार कई दिनों से 5G तकनीक के रेडिएशन के खिलाफ प्रोपगंडा चला रहे थे। जिससे उनकी और उनके निवेशी कंपनी Salora इंटरनेशनल जो कि दावा करता है उसके प्रोडक्ट्स में Low रेडिएशन उत्सर्जक होते है, उसकी बिक्री बढ़ सके और मार्केट में अपनी जगह बना सके। लेकिन हाल ही में इस खेल का सच सामने आ गया और गिरीश कुमार और नेहा कुमार के झूठे और बेबुनियाद दावों की वजह से भारत सरकार उनके ऊपर निगरानी रखने लगी। दूसरे शब्दों में कहें तो दोनों ( गिरीश और नेहा) भारत सरकार के रडार पर आ गए। इससे उनका यह प्रोपेगेंडा पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है।
इसलिए अपने मुसीबत के समय में Wilcom ने Lusaka को याद किया और Lusaka Properties ने Salora इंटरनेशनल, जिसके बाद Salora ने जूही चावला को सामने आने के लिए कहा कारण, जूही चावला की अभिनेत्री के तौर पर उनकी लोकप्रियता। साथ ही में जूही चावला के सामने आने से इस प्रोपेगेंडा को नया बल मिलेगा और वहीं Wilcom कम्यूनिकेशन और Salora इंटरनेशनल की दुकान चल पड़ेगी।
तो यह है जूही चावला के अंदर अचानक जगे पर्यावरण एक्टिविज्म का सच। जूही चावला को Wilcom कम्यूनिकेशन और Salora इंटिनेशनल ने अपना एजेंडा चलाने के लिए इतना ज्यादा प्रेरित कर दिया कि वो दिल्ली हाई कोर्ट जाने की गलती कर दी। ऐसे में हम यह उम्मीद कर रहे है कि दिल्ली उच्च न्यायालय जूही चावला के याचिका को तथ्य के आधार पर बारीकी से देखे और उसे खारिज कर दे।