भारत के नए IT नियमों का अनुपालन ना करना ट्विटर और उसके भारतीय अधिकारियों के गले की फांस बनता जा रहा है। नियमों को ना मानने की वजह से यह अमेरिकी कंपनी पहले ही भारत में Intermediary का स्टेटस खो चुकी है। इसका अर्थ यह है कि अब ट्विटर पर पब्लिश होने वाले किसी भी कंटेन्ट के लिए ट्विटर कानूनी तौर पर जिम्मेदार होगा। इसके बाद अब देशभर में ट्विटर के खिलाफ मामले दर्ज किए जा रहे हैं। UP के गाज़ियाबाद में ट्विटर के खिलाफ शिकायत दर्ज होने के बाद अब दिल्ली पुलिस ने भी वकील अमित आचार्य की शिकायत पर ट्विटर के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। ऐसे में ट्विटर India के MD मनीष माहेश्वरी की घबराहट साफ़ देखी जा सकती है।
दरअसल, अब मनीष माहेश्वरी ने अपने ट्विटर Bio में बदलाव किया है और वहाँ से “ट्विटर MD” टाइटल को हटा दिया है। इसकी जगह उन्होंने लिखा है “Trying to run business @TwitterIndia” यानि वे भारत में रहकर एक व्यवसाय चलाने की कोशिश कर रहे हैं। साफ है कि ट्विटर के कारनामों से अब भारतीय कानून के हाथ ट्विटर India के MD के गले तक पहुँच गए हैं।
बता दें कि मीडिया के सूत्रों के मुताबिक दिल्ली पुलिस की एक विशेष टीम ने हाल ही में बंगलुरु जाकर ट्विटर MD मनीष माहेश्वरी से पूछताछ भी की थी। इसके अलावा दिल्ली पुलिस अब लोनी मामले में भी ट्विटर के खिलाफ जांच बैठा चुकी है। इसमें भी ट्विटर MD मनीष माहेश्वरी कर कार्रवाई होने के पूरे-पूरे अनुमान है।
A complaint in the Loni Fake Video Case filed against Actor & Activist Swara Bhaskar & Twitter India MD Manish Maheshwari.@shankar_news18 & @Arunima24 share details with @ridhimb pic.twitter.com/GisHVytckk
— News18 (@CNNnews18) June 17, 2021
इससे पहले UP पुलिस भी ट्विटर के खिलाफ मामला दर्ज कर चुकी है। गाज़ियाबाद पुलिस ने लोनी मामले में ही 17 जून को माहेश्वरी के नाम एक नोटिस भेजा था। उन्हें 17 जून को एक हफ्ते के अंदर-अंदर UP पुलिस के सामने पेश होने का आदेश सुनाया गया था। ट्विटर MD मनीष माहेश्वरी के साथ-साथ UP पुलिस ने तब Alt News के सह-संस्थापक मुहम्मद ज़ुबैर, एजेंडावादी पत्रकार राणा अय्यूब, सबा नक़वी और कांग्रेस नेता सलमान निजामी के खिलाफ भी FIR दर्ज की थी। इन सब पर एक “Muted” वीडियो के सहारे देशभर में सांप्रदायिक सौहार्द खराब करने की कोशिश करने के तहत मामला दर्ज किया गया है। लोनी मामले में जहां कुछ मुस्लिम युवकों ने एक मुस्लिम वृद्ध की पिटाई की थी तो वहीं इन सब ने इसे हिन्दू-मुस्लिम का एंगल देकर यह झूठ फैलाया कि कुछ हिन्दू बदमाश इस मुस्लिम वृद्ध से “जय श्री राम” का नारा लगवाने की कोशिश कर रहे थे।
भारत के नए IT नियमों की अवहेलना कर ट्विटर ने खुद अपनी शामत को बुलावा दिया है। Facebook और Google जैसी अन्य कंपनियाँ पहले ही भारत के नियमों के तहत अपने अधिकारी नियुक्त कर चुके हैं, लेकिन ट्विटर द्वारा भारत के नियमों की धज्जियां उड़ाना उनके वामपंथी और भारत-विरोधी एजेंडे को और पुख्ता करता है।
इसी हफ्ते भारत की एक संसदीय समिति ने भी ट्विटर को खरी-खरी सुनाई है और उसे अपनी निजी नीतियों की बजाय भारतीय क़ानूनों को प्राथमिकता देने की नसीहत दी गयी है। अगर ट्विटर को लगता है कि वह अपने अड़ियल रवैये से भारत सरकार को झुका सकता है, तो उसे तुरंत इस गलतगहमी को त्याग देना चाहिए। यह भारत है और उसे यहाँ अपना व्यवसाय चलाने के लिए भारत के नियमों का अनुपालन करना ही होगा! अन्यथा वह दिन दूर नहीं जब ट्विटर MD मनीष माहेश्वरी की “भारत में व्यवसाय चलाने की सभी कोशिशें” धरी की धरी रह जाएंगी।