लगता है ट्विटर को भारत से पंगे लेना बहुत भारी पड़ सकता है। ट्विटर भारत में पहले ही Intermediary का स्टेटस खो चुका है, यानि अब उसपर कानूनी कार्रवाई संभव है। इसीलिए अब राष्ट्रीय बाल्य अधिकार सुरक्षा कमीशन यानि NCPCR ने दिल्ली पुलिस को ट्विटर द्वारा चाइल्ड पॉर्न को कथित तौर पर बढ़ावा देने के लिए उसपर मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया है, और साथ ही दिल्ली पुलिस के अधिकारी को उसके समक्ष पेश होना का फैसला भी सुनाया है।
दिल्ली पुलिस के साइबर सेल के डीसीपी अन्येश रॉय को ये समन इसलिए भेजे गए हैं, क्योंकि NCPCR द्वारा ट्विटर इंडिया के विरुद्ध कार्रवाई के निर्देश देने के बावजूद एक महीने तक इस विषय पर कोई बात ही नहीं बढ़ी, कार्रवाई तो बहुत दूर की बात रही। ये बात तब है जब कमीशन ने पाया कि ट्विटर पर चाइल्ड पॉर्न जैसे आपत्तिजनक कंटेन्ट को कथित तौर पर बढ़ावा दिया गया है। अब NCPCR ने ट्विटर पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए दिल्ली पुलिस को संदेश देने का मन बनाया है।
NCPCR summons DCP of Delhi Police Cyber Cell asking him to appear before it via video conferencing on 29th June with action taken report in connection with availability of pornographic material to children on Twitter, with a request to register an FIR against Twitter & TCIPL.
— ANI (@ANI) June 26, 2021
बता दें कि 29 मई को NCPCR ने इस विषय पर दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया था कि ट्विटर पर POCSO की धारा 11/15/19 , आईपीसी की धारा 199 /292 के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया जाए। लेकिन इस विषय पर दिल्ली पुलिस ने कोई संतोषजनक कार्रवाई नहीं की है। इसके बाद NCPCR ने आईटी मंत्रालय को भी पत्र लिखा था, जिसमें एक हफ्ते के अंदर इस प्लेटफ़ॉर्म पर बढ़ रही इस घटिया प्रवृत्ति पर लगाम लगाए जाने का आह्वान किया गया था। दरअसल, ट्विटर बे-रोकटोक वॉट्सएप लिंक्स को शेयर करने की इजाजत देता है, जिसे चाइल्ड पॉर्न शेयर करने वालों को भी बढ़ावा मिलता है।
NCPCR के प्रमुख प्रियांक कानूनगो का कहना है कि ये बहुत ही दुख की बात कि ट्विटर जैसा संगठन खुलेआम भारत के कानूनों की धज्जियां उड़ा रहा है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, “जब हमने ट्विटर इंडिया को नोटिस भेजा, तो उन्होंने यह कहकर मामला टरका दिया कि यह सब ट्विटर इंक [ट्विटर मुख्यालय] के अंतर्गत आता है, जबकि ऐसा कुछ नहीं है”।
वैसे भी इन दिनों ट्विटर जानबूझकर भारतीय कानूनों का उल्लंघन कर रहा है। हाल ही में अमेरिकी कानूनों का हवाला देकर उसने भारत के आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद के ट्विटर अकाउंट को एक घंटे के लिए ब्लॉक कर दिया था। इसी प्रकार से संसदीय कमेटी के अध्यक्ष शशि थरूर के अकाउंट को भी एक घंटे के लिए लॉक कर दिया गया। लेकिन अब ट्विटर की कमजोर कड़ी भी सामने आने लगी है, जिससे ये समझ में आने लगा है कि वह अभेद्य नहीं है, उसे भी हराया जा सकता है।