स्वयं को अत्यधिक चतुर समझने वाला अक्सर सबसे बड़ा बेवकूफ बनता है; और TMC की लोकसभा सांसद नुसरत जहां ने ये कहावत एक बार फिर सही साबित कर दी है। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने TMC की हिन्दू विरोधी छवि बदलने के लिए चालाकी के साथ नुसरत जहां और निखिल जैन की शादी करवाई और अब चुनावी लाभ के बाद निखिल जैन को छोड़ नुसरत ने अपने नाटक का पर्दाफाश कर दिया है। इस केस में नुसरत पर निखिल जैन ने भी धोखाधड़ी के संगीन आरोप लगा दिए हैं। संसद में दस्तावेजों में झूठ बोलने और एक व्यक्ति के साथ धोखाधड़ी करने वाली नुसरत के खिलाफ अब मजबूत केस बन गया है जिसमें उन पर कार्रवाई होना भी तय है। वहीं, इस पूरे केस से TMC यक़ीनन खुद को अलग कर सकती है, जिससे नुसरत का शेष जीवन सलाखों के पीछे कट सकता है।
जब नुसरत जहां ने निखिल जैन से शादी की थी, TFI ने रिपोर्ट में तब ही बता दिया था कि ये TMC की केवल एक राजनीतिक साज़िश है, जिसके पीछे असल खेल चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर का है। वो सारी बातें अब सच साबित होती दिख रही हैं, क्योंकि नुसरत ने विदेश में हुई शादी को भारतीय मान्यता न होने की बात कहकर उस शादी को एक लिव-इन रिलेशनशिप बता दिया है। इसके बाद अब पति निखिल जैन ने भी उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। निखिल ने बताया कि वर्ष 2020 में एक फिल्म की शूटिंग के बाद से नुसरत का रवैया बदलना शुरू हो गया था, और उन्होंने खुद को धोखा-धड़ी का शिकार बताया है।
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नुसरत जहां के रवैये को लेकर निखिल ने कहा कि नवंबर 2020 को ही नुसरत उनके घर से सारा जरूरी और ग़ैर-जरूरी सामान और डॉक्यूमेंट लेकर चली गईं थीं, जिसके बाद वो दोनों कभी साथ नहीं रहे। वहीं पैसे के आरोपों पर खुलासा करते हुए निखिल ने कहा, “नुसरत ने शादी से पहले होम लोन लिया था। शादी के बाद उन पर बोझ कम करने के लिए उन्होंने नुसरत को आर्थिक तौर पर मदद की थी। दोनों के बीच समझौता हुआ था कि जैसे-जैसे नुसरत के पास पैसा आता जाएगा वो उधार दिए गए पैसे को लौटा देंगी।” निखिल का कहना है कि उनके बैंक अकाउंट में आए पैसे वहीं उधार दिए पैसे हैं।
नुसरत के रवैये से परेशान निखिल ने मीडिया रिपोर्ट्स के बाद नुसरत के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी थी, क्योंकि उन्हें एहसास हो गया था कि उनके साथ धोखा हुआ है। उन्होंने कहा “मैं उनके घूमने के बारे में सामने आईं तमाम मीडिया रिपोर्ट्स को देखने के बाद काफी परेशान हो गया था। मैं ऐसा महसूस कर रहा था कि मेरे साथ धोखा हुआ है। इसी बीच 8 मार्च 2021 को मैंने नुसरत के खिलाफ अलीपोर कोर्ट में एक सिविल सूट फाइल कराया। इसमें कहा गया था कि हमारी शादी को रद्द किया जाए।”
इन सबसे इतर नुसरत जहां ने सारी मर्यादाएं तोड़ते हुए अजीबो-गरीब बयान दिए हैं। उन्होंने कहा, “विदेशी धरती पर शादी होने के कारण और तुर्की मैरेज रेग्युलेशन के मुताबिक, शादी अमान्य है। यह दो अलग धर्म के लोगों के बीच हुई शादी है, इसलिए इसे भारत में वैधानिक मान्यता देने की जरूरत थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।” वहीं नुसरत के पति निखिल जैन ने साफ तौर पर कहा है कि नुसरत कभी भी भारत में शादी को रजिस्टर नहीं कराना चाहती थीं। इसका मतलब साफ है कि नुसरत जहां शुरू से ही शादी को गंभीरता से नहीं ले रही थीं।
नुसरत जहां ने इस फर्जी शादी को लेकर अपने चुनावी हलफनामे में भी झूठ बोला, और खुद को निखिल जैन की विवाहिता करार दिया। यही नहीं, उन्होंने लोकसभा की शपथ से लेकर सभी राजनीतिक दस्तावेजों में पति निखिल जैन के नाम का इस्तेमाल किया। नुसरत ने TMC के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की प्लानिंग के तहत संसदीय राजनीति तक में झूठ बोल दिया, जिसके चलते अब नुसरत जहां का न केवल संसदीय राजनीति से पत्ता साफ हो सकता है, बल्कि अब उनके कथित पति निखिल जैन भी धोखाधड़ी का केस ठोककर उनकी मुसीबतों को बढ़ा सकते हैं।
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TMC की प्लानिंग नुसरत के जरिए खुद को हिंदू हितैषी दिखाने की थी, और वो उसमें सफल रही है। ऐसे में अब नुसरत जहां विवादों में घिर चुकी हैं। उन पर गलत जानकारी देने के आरोप में निर्वाचन आयोग और लोकसभा की कमेटी कानूनी कार्रवाई कर सकती है।
नुसरत जहां निखिल जैन से शादी का नाटक कर अपनी पार्टी के लिए तो थोड़ा फायदा हासिल कर चुकीं हैं, लेकिन अगर वो खुद को मास्टरमाइंड समझती हैं तो ये उनकी अब तक की सबसे बड़ी भूल है। नुसरत से जुड़े इस केस में सारे सबूत और परसेप्शन उनके खिलाफ जा चुके हैं। ऐसे में कानूनी कार्रवाई के चलते TMC उनसे अपना समर्थन वापस ले सकती है, जिससे उनका राजनीतिक और सामाजिक करियर पूरी तरह से खत्म हो सकता है और इस बर्बादी की वजह केवल नुसरत जहां की बेवकूफियां ही होंगी।