मनजिंदर सिंह सिरसा ने जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून पारित करने की भी मांग की
कश्मीर में कथित तौर पर दो सिख लड़कियों का अपहरण कर उन्हें इस्लाम में परिवर्तित करने का मामला सामने आया है। इनमें से एक लड़की की शादी मुस्लिम लड़के से कर दी गई थी जो अभी भी लापता है। इन दोनों मामले के सामने आने के बाद सिख नेता जबरन धर्मांतरण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और जल्द से जल्द जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून लाने की बात कर है।
हैरानी की बात यह है जिन नेताओं ने उत्तर प्रदेश में लागू हुए Anti-Conversion law (जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून ) का मजाक उड़ाया था और हिन्दू धर्म को कमजोर धर्म कह कर संबोधित किया था, अब वो भी Anti-Conversion law की मांग कर रहे हैं प्रदर्शन में सबसे आगे हैं।
After Kidnapping and Alleged Conversion of 2 Sikh Girls to Is|am in Kashmir; Sikh Leaders Urge Govt to Enact Anti-Conversion Law like UP&MP in UT j&k which was Earlier apposed by them.
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) June 28, 2021
दरअसल, बडगाम जिले की एक 18 वर्षीय सिख लड़की को बहला-फुसलाकर जबरन इस्लाम में परिवर्तित कर दिया गया था। वहीं एक अन्य मामला श्रीनगर के महजूर नगर की एक लड़की का है जो अपने मुस्लिम दोस्त के एक समारोह में शामिल हुई थी। रिपोर्ट के अनुसार, उसकी शादी एक मुस्लिम लड़के से हुई थी जो समारोह में शामिल हुआ था। हालांकि, लड़की नाबालिग नहीं थी, पर वह अभी भी लापता है।
2 Sikh girls kidnapped at gunpoint & forcibly converted & wedded to elderly men of a different religion. Appeal to Centre to take action: Manjinder S Sirsa, SAD leader in Srinagar y'day
He led a protest against the alleged forced conversion & wedding of Sikh girls in Kashmir. pic.twitter.com/vm5Z0hw330
— ANI (@ANI) June 28, 2021
इसी पर शिरोमणि अकाली दल के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट कर मुफ्ती सहित कश्मीर के स्थानीय राजनीतिक नेताओं से सिख समुदाय के समर्थन में आने का अनुरोध किया है। साथ ही उन्होंने उत्तर प्रदेश का उदाहरण देते हुए जम्मू-कश्मीर में जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून पारित करने की भी मांग की।
सिरसा ने सरकार से कानून लागु करने की लगाई गुहार
घाटी में चल रहे विरोध प्रदर्शनों में शामिल होते हुए सिरसा ने कहा, “मैं श्रीनगर में स्थानीय सिख समुदाय के साथ जबरन निकाह और सिख बेटियों के धर्मांतरण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल हो रहा हूं, जो अलग-अलग धर्म के बुजुर्गों से शादी करने के लिए मजबूर हैं। मैं भारत सरकार से घाटी में इस तरह के निकाह के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।“
यहाँ ध्यान देने वाली बात है उन्होंने इस्लाम शब्द का इस्तेमाल न कर “अलग-अलग धर्म के बुजुर्गों” का किया।
I am at Srinagar joining the protest with local Sikh community against forced Nikah and conversions of Sikh daughters who are forced to marry elderly of different religion
I urge Govt of India to take stern action against such kind of Nikah happening in the valley@ANi @HMOIndia pic.twitter.com/BLu3QBT9ir— Manjinder Singh Sirsa (मोदी का परिवार) (@mssirsa) June 27, 2021
जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों के वीडियो को साझा करते हुए, सिरसा ने ट्वीट किया, “जम्मू और कश्मीर के स्थानीय सिख समुदाय ने अमित शाह से जम्मू-कश्मीर में भी एक मजबूत कानून (उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की तरह) लाने की मांग की जिसमें सिख अल्पसंख्यक लड़कियों के इन जबरन निकाहों को रोकने के लिए माता-पिता की अनुमति आवश्यक होगी।”
The local Sikh community of Jammu and Kashmir urges @AmitShah Ji to get a strong law implemented in Jammu & Kashmir (Just like Uttar Pradesh & Madhya Pradesh) mandating Permission of parents in inter-religion marriages to stop these forced Nikahs of Sikh minority girls@ANI pic.twitter.com/Tk6suVnYyu
— Manjinder Singh Sirsa (मोदी का परिवार) (@mssirsa) June 27, 2021
कुछ दिनों पहले जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून का उड़ाया था मजाक
सिरसा ने एक मीडिया से बातचीत के दौरान यह भी कहा कि सिख समुदाय को इस बात का अंदाजा नहीं था कि इस तरह से उनके भाईचारे का बदला लिया जाएगा जहां उनकी बेटियों का अपहरण किया जा रहा है और अन्य धर्मों के बुजुर्ग पुरुषों से जबरन शादी कराई जा रही है।
बता दें कि जब योगी आदित्यनाथ सरकार ने उत्तर प्रदेश में जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून लागू किया था तब सिरसा ने उसी जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून का मजाक उड़ाया था। इस साल जनवरी में, सिरसा ने कृषि कानूनों के खिलाफ ‘किसान’ विरोध प्रदर्शन में भाग लेते हुए, कहा था, “आपका धर्म (हिंदू धर्म) इतना कमजोर कैसे है कि वे अपने धर्म को बचाने के लिए कानून की मदद चाहिए?”
So.. now Anti Conversion Bill is not out of syllabus .. Et Tu, Sirsa ?! pic.twitter.com/vh0Pb6WHJW
— Yo Yo Funny Singh (@moronhumor) June 27, 2021
सिरसा ने कहा था कि, “इस तरह का धर्म होना ही अपने आप में एक पाप है। इसका मतलब है कि आपके धर्म में खामियां हैं। आपको अपने धर्म के इन दोषों को दूर करना चाहिए। जो धर्मगुरु हैं, उनमें खामियां हैं, उन्हें दूर करें।” यह विडम्बना ही है कि आज सिरसा स्वयं इसकी मांग कर रहे हैं। जिस तरह से प्रदर्शन जोर पकड़ता जा रहा है, उसे देखते हुए यह समझा जा सकता है कि “लव जिहाद” एक खतरनाक समस्या बन चुका है। इसके लिए अब केन्द्रीय स्तर पर एक कानून की आवश्यकता है।