ट्विटर की हिमाकत दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। हाल ही में केंद्रीय IT मंत्री रवि शंकर प्रसाद के ट्विटर अकाउंट को 1 घंटे तक लॉक कर दिया गया था। उसके बाद खबर आई कि केवल रवि शंकर प्रसाद ही नहीं, बल्कि कांग्रेस नेता शशि थरूर, बीजेपी सांसद वरुण गांधी के अलावा अन्य लोगों के भी ट्विटर अकाउंट को ट्विटर द्वारा लॉक किया गया था।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने इस बात की जानकारी ट्वीट के माध्यम से दी। थरूर ने लिखा कि, “रवि शंकर प्रसाद जी, मेरे साथ भी आप ही के जैसे घटना घटी है।” थरूर ने आगे लिखा कि “सूचना प्रौद्योगिकी पर संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में, मैं सूचित करता हूं कि हम @TwitterIndia से @rsprasads और मेरे अकाउंट को बंद करने और भारत में संचालन के दौरान उनके द्वारा पालन किए जाने वाले नियमों और प्रक्रियाओं के लिए स्पष्टीकरण मांगेंगे।”
As Chairman of the Parliamentary Standing Committee on Information Technology, I can state that we will be seeking an explanation from @TwitterIndia for the locking of @rsprasad's & my accounts & the rules & procedures they follow while operating in India.
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) June 25, 2021
वहीं सुल्तानपुर से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि, “ट्विटर स्वतंत्र अभिव्यक्ति की वकालत करता है, लेकिन खुद उसका अनुपालन करने में विफल रहता है। मुझे यकीन है कि मैंने किसी कानून का उल्लंघन नहीं किया है और किसी भी कानूनी एजेंसी ने मेरे ट्वीट में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं पाया होगा। मैं उनके व्यवहार से स्तब्ध हूं।”
https://twitter.com/varungandhi80/status/1407951303800545287?s=20
आपको बता दें कि ट्विटर केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए नए IT नियमों का अनुपालन करने में आनाकानी दिखा रहा है। ट्विटर को नए IT नियमों का अनुपालन करने के लिए 26 मई तक का समय दिया गया था, जिसे गुजरे आज एक महीना हो गया है। फिर भी आज तक ट्विटर ने सारे नियमों का पालन नहीं किया है। जैसे कि ट्विटर ने अभी तक नोडल कॉन्टैक्ट अधिकारी और रेजिडेंट ग्रीवेंस अधिकारी को नियुक्त नहीं किया है।
ऐसे में यह हैरानी की बात है कि इतने नोटिस दिए जाने के बाद भी नियमों का पालन तो दूर, भारत जैसे लोकतान्त्रिक देश के सूचना और प्रद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद के ट्विटर अकाउंट को लॉक किया जा रहा है। ट्विटर ने सरकार द्वारा भेजे गए नोटिस और नए कानून की कई बार धज्जियाँ उड़ाई हैं। कुछ दिनों पहले ही ट्विटर ने उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, RSS प्रमुख मोहन भागवत के अकाउंट से बिना किसी कारण ही ब्लू टिक हटा दिया था। यह विडम्बना ही है कि मंत्री जी भी कोई एक्शन लेने की बजाय सिर्फ ट्विटर की शिकायत कर रहे हैं।
आज आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद के अकाउंट को कुछ अमेरिकी कानूनों का हवाला देते हुए ट्विटर द्वारा ब्लॉक कर दिया गया है। कल ट्विटर के निशाने पर प्रधानमंत्री मोदी भी हो सकते हैं। Twitter का एक्शन यह दर्शाता हैं कि वह जो चाहता है उसे पाने के लिए सभी हदें पार कर सकता है।
ऐसे में आज भारत सरकार को साम, दाम, दंड, भेद की नीति में से दंड और भेद की नीति को अपनाने की जरूरत है। भारत सरकार को जल्द से जल्द ट्विटर के खिलाफ कोई बड़ा एक्शन लेना होगा।