हिंदू विरोधी कृपाशंकर सिंह अब भाजपा में शामिल
कभी-कभी भाजपा कुछ ऐसे काम करती है, जो स्वयं शत्रु का काम आसान कर दे। विपक्षी खेमे से लोगों को चुनना और उनपर प्रभाव डालकर अपने खेमे में लाना कोई अस्वाभाविक बात नहीं परंतु इस परिप्रेक्ष्य में कभी-कभी ऐसे लोग चुन लिए जाते हैं, जिनका इतिहास इतना खराब होता है कि उनके आने से ही पार्टी की छवि खराब हो जाए। ऐसे ही एक व्यक्ति हैं कृपाशंकर सिंह।
आज ही इन्होने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की है। इससे न सिर्फ सोशल मीडिया पर बवाल मचा हुआ है, बल्कि लोग भाजपा नेतृत्व को जमकर कोस रहे हैं। परंतु यह कृपाशंकर सिंह है कौन? ऐसा भी क्या किया है इन्होंने, जो इनके पीछे लोग हाथ-धोकर पड़े हुए हैं?
दरअसल, कृपाशंकर सिंह एक वामपंथी नेता है, जो काँग्रेस से जुड़े हुए थे। इन्होंने हिन्दू आतंकवाद के झूठे सिद्धांत को जमकर बढ़ावा भी दिया था। इतना ही नहीं, जब 26/11 के पश्चात महेश भट्ट और दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में ’26/11: RSS की साज़िश’ पुस्तक का विमोचन किया गया था, जिसके अंतर्गत ये सिद्ध करने का प्रयास किया गया था कि कैसे 26/11 को RSS ने अंजाम दिया था, तो कृपाशंकर सिंह भी विमोचन करने वालों में शामिल थे।
Kripashankar Singh, the thug on the right who launched ‘9/11, RSS Ki Saazish’ is now in BJP! Well done @Dev_Fadnavis @Sunil_Deodhar @JPNadda @BJP4India @BJP4Maharashtra @ChDadaPatil @SidShirole. Who next? @digvijaya_28? Project Congress Yukt BJP is doing well! pic.twitter.com/7aM6wScQPn
— Shefali Vaidya. 🇮🇳 (@ShefVaidya) July 7, 2021
इसके अलावा कृपाशंकर सिंह पर निजी तौर पर भ्रष्टाचार के भी आरोप लग चुके हैं। ऐसे में महाराष्ट्र भाजपा में उनकी नियुक्ति सिर्फ एक त्रासदी है जो भाजपा की हिन्दूवादी छवि को भी जबरदस्त नुकसान पहुंचाएगी।
पिछले कुछ समय से भाजपा की ओर से ऐसे निर्णय लिए जा रहे थे, जो उन्हें वामपंथियों के निकट ला रहे थे, परंतु उनमें वामपंथी नौकरशाहों की भूमिका अधिक थी। लेकिन यहाँ तो स्पष्ट तौर पर भाजपा के नेतृत्व पर ही सवाल उठेंगे। अगर आप कृपाशंकर सिंह जैसे एक व्यक्ति को भाजपा में शामिल करेंगे, जिसने हिन्दू आतंकवाद के सिद्धांत को बढ़ावा देने से पहले एक बार भी नहीं सोचा, तो तालियाँ तो बजेंगी नहीं। महाराष्ट्र भाजपा को यदि वापिस सत्ता में आना है, तो उन्हें फिर से इस निर्णय पर विचार करना चाहिए।