TFIPOST English
TFIPOST Global
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है

    चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
tfipost.in
  • राजनीति
    • सभी
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • सभी
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    हिमाचल में वेतन कटौती का संकट: सरकार की नीतियां और जनता की तकलीफ़

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    भारत–अमेरिका रिश्ते : ट्रंप की ‘हमेशा दोस्त’ वाली बात पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब

    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • सभी
    • आयुध
    • रणनीति
    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत का नया खेल: जानें ग्रेट निकोबार प्रोजेक्ट पर क्यों पैसे लगा रही सरकार

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    भारत की सेना होगी और भी धारदार, थिएटर कमांड से घटेगा युद्ध का रिस्पॉन्स टाइम

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    उत्तराखंड में मोबाइल टावरों पर इस्लामिक झंडे: राष्ट्रीय अस्मिता और सुरक्षा पर बड़ा सवाल

    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • सभी
    • AMERIKA
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    नेपाल और विदेशी साज़िश: भारत विरोधी नैरेटिव का सच

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    अब आया ऊंट पहाड़ के नीचे: मोदी की रणनीति, अमेरिका की बेचैनी और भारत का संतुलन

    चीन दुनिया के सामने खुद को शक्तिशाली दिखाता है, जबकि अपने ही देशवासियों से असुरक्षित महसूस करता है

    चीन भले ही दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शक्ति हो- लेकिन ड्रैगन के इस ‘शक्ति प्रदर्शन’ के पीछे  नागरिकों के उत्पीड़न की अंतहीन कहानियां छिपी हैं

    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • सभी
    • इतिहास
    • संस्कृति
    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    ‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    पीएम मोदी का मास्टरस्ट्रोक: भागवत को बधाई, विपक्ष को ‘बाय-बाय’

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    मोहनजोदड़ो में मिले ‘प्रीस्ट किंग’ एक बार फिर चर्चा में क्यों है? और 4 हजार वर्ष पुरानी प्रतिमा का प्रधानमंत्री मोदी से क्या है ‘कनेक्शन’ ?

    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • सभी
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    दिव्य और भव्य होगा हरिद्वार कुंभ 2027: सीएम धामी ने दिये ये निर्देश

    “रक्षा साझेदारी की नई उड़ान: भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57, रूस ने दिखाया भरोसा”

    भारत में ही बनेगा सुखोई Su-57 ! अमेरिका से तनाव के बीच रूस से आई ये खबर इतनी महत्वपूर्ण क्यों है?

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    “सेमीकॉन इंडिया 2025 में बोले पीएम मोदी, इनोवेशन और निवेश से भारत बनेगा टेक्नोलॉजी सुपरपावर

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    भविष्य की झलक: पीएम मोदी ने की टोक्यो से सेंदाई तक बुलेट ट्रेन की सवारी

    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
tfipost.in
tfipost.in
कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
  • अर्थव्यवस्था
  • रक्षा
  • विश्व
  • ज्ञान
  • बैठक
  • प्रीमियम

बद्रीनाथ धाम को भी बदरुद्दीन शाह स्थल बता रहे हैं मौलवी, इसलिए उत्तराखंड में जरूरी है भू कानून

मौलवी का ये वीडियो पुराना है लेकिन इससे एक बात साफ है कि एक विशेष समुदाय के लोगों के टारगेट पर अब पहाड़ हैं।

Abhinav Kumar द्वारा Abhinav Kumar
26 July 2021
in समीक्षा
बद्रीनाथ धाम
Share on FacebookShare on X

बद्रीनाथ धाम का वास्तविक इतिहास

हिंदुस्तान में वैसे तो सनातन धर्म के कई पवित्र स्थान हैं। कई धार्मिक स्थान हैं जोकि बहुत महत्वपूर्ण हैं लेकिन चार धाम सबसे महत्वपूर्ण माना जाता है। चार धाम हैं- बद्रीनाथ धाम, द्वारका धाम, जगन्नाथ पुरी धाम, रामेश्वरम धाम। बद्रीनाथ धाम उत्तराखंड में स्थित है। बद्रीनाथ धाम, सनातन धर्म में आस्था रखने वाले हर भक्त के लिए बहुत पवित्र स्थल है। अब कुछ मौलवी इस पर भी अपना दावा जता रहे हैं। मौलवियों का कहना है कि बद्रीनाथ धाम दरअसल मुसलमानों की पवित्र जगह है।

मौलवी इसे बदरुद्दीन शाह बता रहे हैं। इतिहास पलट कर देखा जाए तो सनातन धर्म के महाकाव्यों जैसे महाभारत और दूसरे धर्म ग्रंथों में बद्रीनाथ धाम का उल्लेख मिलता है। बेर के घने वन होने के कारण इस क्षेत्र का नाम बदरी वन पड़ा। बद्रीनाथ धाम अथवा बद्रीनारायण मन्दिर उत्तराखण्ड के चमोली जिले में अलकनन्दा नदी के तट पर स्थित है। मान्यता है कि जब गंगा मां, पृथ्वी पर अवतरित हुईं तो पृथ्वी उनका प्रबल वेग सहन न कर सकी।

संबंधितपोस्ट

‘इतिहास’ का अनुवाद ‘हिस्ट्री’ नहीं होता

गुरुग्राम से हिंद महासागर तक: आईएनएस अरावली की दास्तान

बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

और लोड करें

गंगा मां की धारा बारह जल मार्गों में विभक्त हुई। उसमें से एक है अलकनंदा का उद्गम। भगवान विष्णु जब अपने ध्यान-योग हेतु उचित स्थान खोज रहे थे, तब उन्हें अलकनन्दा के समीप यह स्थान बहुत भा गया। इसके बाद उन्होंने माता पार्वती से यही स्थान अपने लिए मांग लिया तथा यही भगवान विष्णु का निवास स्थान बना और बद्रीनाथ धाम कहलाया। मान्यता यह भी है कि यहीं किसी गुफा में महर्षि वेदव्यास ने महाभारत की रचना की और पांडवों के स्वर्ग जाने से पहले यही उनका अंतिम पड़ाव था। यही नहीं इस मंदिर को दोबारा अपने स्वरुप में लाने में आदि शंकराचार्य और रानी अहिल्याबाई का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

अब पढ़िए मौलवी द्वारा गढ़ा गया काल्पनिक इतिहास

सनातन धर्म के इस पवित्र स्थल पर कुछ मौलवियों ने बेवजह विवाद खड़ा कर दिया है। कुछ मौलवियों का कहना है कि यह बद्रीनाथ धाम मंदिर नहीं बदरुद्दीन शाह धार्मिक स्थल है और इसे मुसलमानों को सौंप देना चाहिए। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें यह दावा किया गया। हालाँकि यह वीडियो पुरानी है लेकिन इस तथ्य से इनकार नहीं किया जा सकता है कि पहले बद्रीनाथ मंदिर की आरती को एक मुसलमान द्वारा लिखे जाने के बाद अब इस मंदिर को ही उनका बताया जा रहा है। यह सबकुछ अचानक नहीं हुआ है बल्कि उत्तराखंड में एक खास वर्ग के बढती जनसंख्या के कारण हुआ है।

आज सोशल मीडिया के दौर में किसी भी व्यक्ति या वर्ग की सच्चाई अधिक दिनों तक छद्म नहीं रह सकती है। किसी न किसी स्वरुप में वह बाहर आ ही जाती है। यही हाल मौलवियों का हो रहा है। एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक स्कल कैप के साथ मौलवी यह दावा करता नजर आ रहा है कि “हिन्दुओं को इतिहास का ज्ञान नहीं है। वह बद्रीनाथ धाम नहीं बदरुद्दीन शाह के नाम पर है। नाम के अंत में ‘नाथ’ जोड़ने मात्र से यह स्थान हिंदुओं के धार्मिक स्थल के रूप में परिवर्तित नहीं होगा। मुसलमानों का पवित्र स्थान है। वह हमारा धार्मिक स्थल है, हम उस पर जाकर कब्ज़ा कर लेंगे।“

https://twitter.com/TejpalRawat14/status/1418951452412743685

यही नहीं कुछ दिनों पहले ही बद्रीनाथ धाम से कुछ दूरी पर नमाज़ भी पढने का दावा किया गया था जिसे पुलिस ने जांच में नकार दिया था। इसी विवाद के बाद यह वीडियो पुनः वायरल हुआ।

सदियों पुराने पवित्र बद्रीनाथ धाम पर कब्ज़ा करने की मंशा से झूठा इतिहास परोसा गया 

हालाँकि यह वीडियो कुछ वर्ष पुरानी है और पुलिस संज्ञान ले रही है। परन्तु प्रयोजन स्पष्ट है कि सदियों पुराने इस पवित्र बद्रीनाथ धाम पर कब्ज़ा। यह सर्वविदित है कि जहां भी यह संप्रदाय बहुसंख्यक है, वहाँ यह अपनी इच्छा दूसरे धर्मों के अनुयायियों पर थोप देते हैं। उत्तराखंड के कुछ जिलों में भी यही हो रहा है और ये संप्रदाय धीरे-धीरे अपनी संख्या कई गुने की रफ़्तार से बढ़ा रहा है।

Old video, nevertheless this represents the threat that our hills in particular and entire north in general face – onus to counter this and deal with it lies with us citizens- govt will help but demand has to come from society https://t.co/3FpIaVA8Li

— Alok Bhatt (Modi Ka Parivar) (@alok_bhatt) July 25, 2021

वर्ष 2015 में आई एक रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में मुस्लिम समुदाय की दशकीय वृद्धि दर हिंदुओं की तुलना में करीब ढाई गुनी थी। तब उत्तराखंड में मुस्लिम समुदाय की दशकीय वृद्धि दर करीब 39 प्रतिशत थी। वहीं हिंदुओं की यह दर करीब 16 प्रतिशत ही थी। अब जिस तरह की हिमाकत मौलवी ने वीडियो में दिखाई है उससे तो यह प्रतीत होता है कि यह आंकडे और भी अधिक हो सकते हैं।

और पढ़े: बदरुद्दीन या वर्तवाल किसने लिखी थी भगवान बद्रीनाथ की आरती?

इस वीडियो के सामने आने के बाद उत्तराखंड में कठोर भू-कानून की मांग तेज़

इसी पर आलोक भट्ट नामक एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “यह पुराना वीडियो है, फिर भी यह उस खतरे को स्पष्ट करता है जो पूरे उत्तर और विशेष रूप से हमारी पहाड़ियों के सामने आने वाला है। इसका मुकाबला करने और इससे निपटने के लिए हम नागरिकों को सामने आना होगा और मांग करनी होगी।” यह सच भी है जब तह उत्तराखंड के युवा स्वयं इस आन्दोलन का हिस्सा नहीं बनेंगे, उनके इतिहास पर इसी तरह कोई और दावा कर चढ़ाई कर देगा। उसके बाद न तो उनकी संस्कृति बचेगी और न ही जीवन पद्धति। पहले मंदिर की आरती और फिर अब बद्रीनाथ धाम मंदिर पर ही दावा एक विशेष वर्ग के आक्रान्ता की मानसिकता को दर्शाता है

इस वीडियो के सामने आने के बाद उत्तराखंड में ‘भू कानून’ लाने की उनकी मांग और तेज़ हो गई है। बता दें कि उत्तराखंड की जनता एक लंबे समय से राज्य में भू कानूनों यानी डोमिसाइल कानून की माँग कर रही है। इस कानून के आने के बाद ही उत्तराखंड की भूमि एवं पहाड़ी सभ्यता की रक्षा की जा सकेगी। भू-अध्यादेश अधिनियम अभियान  के तहत उत्तराखंड के लोगों ने प्रदेश सरकार से हिमाचल की तर्ज पर उत्तराखंड में कठोर भू-कानून बनाने की मांग की है।

उनका कहना है कि यदि उत्तराखंड को भू-माफियाओं से बचाना है तो दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इस ओर कार्य करना होगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जनसंख्या नियंत्रण, पलायन व भू-कानून को लेकर जल्द ही सरकार व पार्टी आपस में विचार-विमर्श करेगी। यानी अब यह देखना है कि राज्य सरकार कब इस बेहद महत्वपूर्ण विषय पर संज्ञान लेते हुए एक ठोस कानून बनाती है।

शेयर123ट्वीटभेजिए
पिछली पोस्ट

पायलट को BJP में शामिल हो जाना चाहिए या अपने भाग्य के आगे आत्मसमर्पण कर देना चाहिए

अगली पोस्ट

PM मोदी के विरोध में दैनिक भास्कर और कांग्रेस ने ओलंपिक रजत विजेता मीराबाई चानू का किया अपमान

संबंधित पोस्ट

बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव
चर्चित

बिहार चुनाव से पहले कांग्रेस का आत्मघाती दांव

12 September 2025

भारतीय राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप आम हैं, लेकिन उसकी भी एक सीमा होती है। विरोध का स्वर तेज हो सकता है, भाषा तल्ख हो सकती है,...

बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना
क्राइम

बिहार का जंगलराज और सत्येंद्र दुबे की शहादत: एक आईना

12 September 2025

2003 की सर्दियों की एक रात, गया-वाराणसी मार्ग पर गोलियों की आवाज़ गूंजी। सुबह जब पुलिस ने सड़क किनारे एक शव बरामद किया तो खबर...

प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न
चर्चित

प्रशांत पोळ की ‘खजाने की शोधयात्रा’ पुस्तक में छिपे ‘भारतीय ज्ञान परंपरा’ के अनमोल रत्न

12 September 2025

पुस्तक का नाम: खजाने की शोधयात्रा लेखक: प्रशांत पोल प्रकाशक: प्रभात प्रकाशन, दिल्ली पृष्ठ: 221 क्या आप जानते हैं कि विश्व का सबसे प्राचीन स्टेडियम...

और लोड करें

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

I agree to the Terms of use and Privacy Policy.
This site is protected by reCAPTCHA and the Google Privacy Policy and Terms of Service apply.

इस समय चल रहा है

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

Why PM Modi Is Compared to The Indus Valley Priest King! Amid uncertainty in India’s Neighbourhood!

00:06:42

‘The Bengal Files’ Exposing Bengal’s Darkest Chapter – What Mamata Won’t Show!

00:05:37

Why Periyar Is No Hero: The Anti-Hindu Legacy That Stalin & DMK Ecosystem Want You To Forget

00:06:26

Why Hindus Should Reclaim The Forgotten Truth of Onam | Sanatan Roots vs Secular Lies

00:07:03

Suhana Khan in Trouble? Alleged Fake Farmer Claim and the ₹22 Crore Land Deal

00:05:55
फेसबुक एक्स (ट्विटर) इन्स्टाग्राम यूट्यूब
टीऍफ़आईपोस्टtfipost.in
हिंदी खबर - आज के मुख्य समाचार - Hindi Khabar News - Aaj ke Mukhya Samachar
  • About us
  • Careers
  • Brand Partnerships
  • उपयोग की शर्तें
  • निजता नीति
  • साइटमैप

©2025 TFI Media Private Limited

कोई परिणाम नहीं मिला
सभी परिणाम देखें
  • राजनीति
    • चर्चित
    • मत
    • समीक्षा
  • अर्थव्यवस्था
    • वाणिज्य
    • व्यवसाय
  • रक्षा
    • आयुध
    • रणनीति
  • विश्व
    • अफ्रीका
    • अमेरिकाज़
    • एशिया पैसिफिक
    • यूरोप
    • वेस्ट एशिया
    • साउथ एशिया
  • ज्ञान
    • इतिहास
    • संस्कृति
  • बैठक
    • खेल
    • चलचित्र
    • तकनीक
    • भोजन
    • व्यंग
    • स्वास्थ्य
  • प्रीमियम
TFIPOST English
TFIPOST Global

©2025 TFI Media Private Limited