नरेंद्र मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार के बाद सभी मंत्रीगण अपने अपने कार्यकाल में कार्यभार संभाल चुके हैं। नए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुरुवार को अपना कार्यभार संभाला। कार्यभार संभालते ही उन्होंने सबसे पहले अपने स्टाफ के काम करने का समय ही बदल दिया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने कार्यालय में अधिकारियों और कर्मचारियों को उनके साथ तालमेल रखने के लिए दो शिफ्ट में काम करने का आदेश दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के स्टाफ अब 2 शिफ्ट में काम करेंगे।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने कार्यालय में नौ घंटे की शिफ्ट को औपचारिक रूप देते हुए आदेश में कहा गया है कि, “माननीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने निर्देश दिया है कि एमआर सेल के सभी अधिकारी और कर्मचारी तत्काल प्रभाव से दो शिफ्ट यानी 7:00 बजे से 16:00 बजे और 15:00 बजे से 12:00 मध्यरात्रि में काम करेंगे।
ओडिशा के 50 वर्षीय नौकरशाह से राजनेता बने, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव आधी रात तक कम करने के लिए जाने जाते हैं। अब ऐसा लगता है कि वैष्णव रेल मंत्रालय, संचार मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को भी अपने कार्यविधि के अनुसार ढालने जा रहे हैं।
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हालांकि, रेल मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि अभी यह आदेश सिर्फ रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए हैं, परंतु इसका विस्तार हो सकता है। मंत्रालय के एडीजी (PR) डीजे नारायण के मुताबिक, यह आदेश सिर्फ MR Cell (मंत्री कार्यालय) के लिए जारी किया गया है न कि प्राइवेट या रेलवे स्टाफ के लिए।
नारायण ने कहा कि, ” रेल मंत्री ने निर्देश दिया है कि उनके दफ्तर के सभी कार्यालय और कर्मचारी तत्काल प्रभाव से दो शिफ्ट में काम करेंगे। ऑर्डर में कहा गया है कि रेलवे को मिशन मोड पर काम करना है। अभी बहुत काम बाकी है और यहां हर मिनट बहुत कीमती है।” गुरुवार को कार्यभार संभालने के बाद नए मंत्री ने कहा था कि रेलवे पीएम मोदी के विजन का अहम हिस्सा है और वह इस विजन को हकीकत में बदलने के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि “रेलवे के जरिये लोगों के जीवन को बदलना है ताकि आम आदमी, किसान, गरीबों को इसका लाभ मिले।”
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कार्यभार संभालने के दौरान संवाददाताओं से कहा, “तीनों मंत्रालय में बहुत तालमेल वाला काम हैं और मैं यह सुनिश्चित करने के लिए काम करूंगा कि उनके (पीएम मोदी के) दृष्टिकोण को लागू किया जाए।”
वैष्णव को अपने कामकाज को लेकर बेहद ही संजीदा माना जाता हैं, फिर चाहे 1999 में आए ओडिशा के चक्रवात में उनकी दृढ़ भूमिका हो या पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ PMO में उपसचिव के नाते नीति निर्माण में उनकी भूमिका हो।
अश्विनी वैष्णव के काम करने के रवैया के कारण ही भाजपा की ओर से 28 जून 2019 को उन्हें राज्यसभा सांसद के तौर पर चुना गया और मंत्रिमंडल विस्तार में उन्हें रेल के अलावा आईटी और संचार मंत्रालय का कार्यभार भी सौंपा गया है।