एक समय था जब भारतीय एक्सेसरीज़ मार्केट में चाईनीज कंपनियों का बोलबाला था। Truly Wireless Ster5 (TWS) से लेकर फिटनेस बैंड एवं स्मार्टवॉच तक के मार्केट पर चाईनीज कंपनियों की छाप थी। इसके विपरीत जैसे-जैसे भारत में चीन की कुटिल नीति उजागर हो रही है, वैसे-वैसे भारतीय कंपनियों को इस मार्केट में फायदा हो रहा है। इस मामले में भारत की दो बड़ी कंपनियां Boat और Noise का मार्केट ग्रोथ काफी तेजी से बढ़ा है। वहीं Earphones की श्रेणी में नॉइस (Noise) के मुकाबले बोट की ग्रोथ तो इतनी अधिक है कि एक्सेसरीज के मार्केट शेयर में इसने एपल, सैमसंग, शाओमी और रियलमी जैसी कंपनियों को भी पछाड़ दिया है। इन दोनों ही भारतीय कंपनियों को का विस्तार दर्शाता है कि इन्होंने चाईनीज कंपनियों की टक्कर में बेहतरीन प्रोडक्ट्स भारतीय ग्राहकों के सामने रखे, एवं विकल्पों की उपलब्धता होते ही भारतीय उपभोक्ताओं ने चाईनीज प्रोडक्ट्स को लात मार दी।
भारत में जब भी ये चर्चा होती है कि लोगों को स्वदेशी अपनाना चाहिए, तो आम नागरिकों द्वारा ही एक सवाल खड़ा होता है कि स्वदेशी कंपनियों के प्रोडक्ट्स क्वालिटी में निचले स्तर के होते हैं, एवं उनकी कीमत भी अधिक होती है। सटीक शब्दों में कहा जाए तो वो Value For Money नहीं होते। भारतीय उपभोक्ताओं की इसी शिकायत का निवारण करते हुए एक्ससरीज मार्केट में दो स्वदेशी कंपनियों (BOAT )बोट एंड नॉइस (Noise ) एवं ने तहलका मचा रखा है, और ये बता दिया है कि वो Value For Money कहे जा सकते है। आईडीसी की मार्केट विश्लेषक मनीषा डुब्रे बताती है कि इन कंपनियों के प्रोडक्ट्स न केवल कीमत में चाईनीज कंपनियों से कम हैं, अपितु उतनी ही कीमत में आधुनिक फीचर्स देने में भी माहिर हैं, जिससे इन्होंने भारत का एक बड़ा मार्केट शेयर हासिल कर लिया है।
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ऐसा नहीं है कि ये रातों-रात अचानक हो गया है, क्योंकि बोट (BOAT) ने मार्केट शेयर को धीरे-धीरे Samsung और Xiaomi जैसी कंपनियों से खींचा है। वैश्विक महामारी कोरोनावायरस के कारण लगे लॉकडाउन से पहले लास वेगस में आयोजित हुए आखिरी उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स शो 2020 में भारतीय ब्रांड Boat Lifestyle सर्वश्रेष्ठ ऑडियो डिवाइस निर्माता बन गया था। Google Assistant के साथ आने वाले इसके इयरफोन्स Amazon के एलेक्सा के 3000 से ज्यादा अलग-अलग काम बखूबी कर लेते हैं।
- अमन गुप्ता और समीर मेहता द्वारा 5 साल पहले शुरू किया गया ये उद्यम, अपनी सफलता की कहानी स्वयं कहता है। आईडीसी द्वारा हाल ही में अप्रैल-जून 2021 की अवधि के लिए जारी किए गए आंकड़ों में Wearable मार्केट में बोट (BOAT) सर्वाधिक अच्छा ब्रांड साबित हुआ है। वहीं बोट (BOAT) इयरवियर कैटेगरी में 45.5 फीसदी हिस्सेदारी के साथ उत्पाद बेच रहे हैं, जबकि वनप्लस और सैमसंग जैसे अगले बेस्ट सेलर के पास 8.5 फीसदी और 7.9 फीसदी की हिस्सेदारी ही रह गई है। इस श्रेणी में यह Truly Wireless Stereo (TWS) ईयरबड्स की अत्यंत प्रतिस्पर्धी श्रेणी में 39.6 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ Boat सबसे आगे है।
आईडीसी का कहना है, “शीर्ष पांच ब्रांडों में, तीन स्थानों पर भारतीय ब्रांड्स का कब्जा है, जबकि शाओमीऔर रियलमी तीसरे और पांचवें स्थान पर हैं।” टॉप फाइव स्मार्टवॉच में भारतीय खिलाड़ी फायरबोल्ट Brand भी आता हैं और सबसे आगे नॉइस (Noise ) आता है। SmartWatch मार्केट में नॉइस (Noise ) की बात करें तो Wearable प्रोडक्ट्स में इसकी हिस्सेदारी करीब 28.6 प्रतिशत, Boat की 26.9 प्रतिशत के साथ सर्वाधिक है। जो संकेत देता है कि ये दोनों कंपनियां ही विश्व स्तरीय कंपनियों को तगड़ी टक्कर दे रही हैं।
गुरुग्राम में रहने वाले अमित खत्री ने साल 2014 में नॉयज (Noise ) ब्रांड लॉन्च किया था। वहीं अब ये ब्रांड 6 सालों के बाद भारतीय स्मार्टवॉच मार्केट में अग्रणी हो गया है। अब धीरे-धीरे कंपनी इयरफोन्स एवं Earbuds के मार्केट में भी पैर जमाने के प्रयास कर रही है। बोट (BOAT) की तरह ही ये भी प्रतिस्पर्धी आक्रामक कीमत में बेहतरीन फीचर्स के साथ इयरफोन उतार रही है, जो कि भारतीय उपभोक्ताओं के बीच बोट (BOAT) के अलावा विकल्प भी बन रहे हैं। इससे न केवल चीनी कंपनियों का इस क्षेत्र से सफाया सुनिश्चित होगा, अपितु भारतीय कंपनियों के बीच प्रतिस्पर्धा का भाव भी उत्पन्न होगा। ये भाव किसी भी उभरती अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक है।
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स्मार्टवॉच एवं फिटनेस बैंड के मार्केट में कोविड-19 के कारण एक महत्वपूर्ण फीचर Spo2 का भी उदय हुआ। चाईनीज एवं अन्य कंपनियां इसे अपने प्रोडक्ट्स में उपलब्ध तो कराती थीं, लेकिन थोड़े अधिक दामों के साथ, किन्तु बोट (BOAT) एवं नॉइस (Noise ) दोनों ने ही प्रतिस्पर्धी कीमतों में ये फीचर भी देना शुरू कर दिया। ये न केवल फीचर्स की जरुरतों के प्रति उपभोक्ताओं की सोच को समझने के प्रयास को दर्शाता है, अपितु इस रवैए से ही चाईनीज कंपनियों के लिए सर्वाधिक मुश्किलें भी खड़ी हो रही है।
हालांकि, ये दोनों ही कंपनियां अभी चीन में ही मैन्युफैक्चरिंग कर रही हैं, लेकिन बोट (BOAT) के प्रमुख अमन गुप्ता का कहना है कि वो जल्द अपनी प्रोडक्ट्स की मैन्युफैक्चरिंग भी चीन से स्थानांतरित कर भारत लाने वाले हैं। भारत सरकार द्वारा पीएलआई स्कीम शुरू होने के बाद कई बड़ी कंपनियां अपना प्रोडक्शन भारत में ला चुके हैं। यहां तक कि सैमसंग और चाईनीज कंपनी शाओमी तक भारत में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगा चुकी हैं, ऐसे में आवश्यक है कि अब बोट (BOAT) एवं नॉइस (Noise ) जैसी कंपनियां भी चीन से अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स स्थानांतरित करे, और भारत आने की अपनी प्लानिंग को साकार करें।
कुल मिलाकर ये कहा जा सकता है कि स्वदेशी उत्पादों के मुद्दे पर एक समय जब भारतीय उपभोक्ताओं के सामने अच्छे विकल्प नहीं थे, तो उसी दौरान कुछ भारतीय उद्योगपतियों ने ऐसे ब्रांड्स को अपनी मेहनत से खड़ा किया, जिनके प्रोडक्ट्स आज Value For Money बन चुके हैं। भारतीय एक्सेसरीज़ मार्केट में छा गए हैं। मार्केट शेयर के मामले में इन्होंने पूर्णतः चाईनीज एवं विदेशी कंपनियों की कमर तोड़ दी है, और चाईनीज कंपनियों के प्रति लोगों की नफ़रत के बाद बने मार्केट के खालीपन को भी भर दिया है।