मुंबई दुनिया का दूसरा सबसे ईमानदार शहर
मुंबई दुनिया का दूसरा सबसे ईमानदार शहर : भारतीय चलचित्र के किसी रूढ़िबद्ध दृश्य में आपने मायानगरी मुंबई द्वारा अबोध नायक को छलने के बहुतेरे दृश्य देखे होंगे। आपने ये भी अवश्य ही देखा होगा कि कैसे ये सपनों का नगर आतंक का घर बना। हमारे चलचित्रों ने आम जनमानस के मन मष्तिस्क पर मायानगरी को बड़े लोगों का शहर, आतंक का घर और ठगों के नगर के रूप में ही अंकित किया है। मुंबई बड़ी है, महंगी है। अतः, बिना छत के गरीबी कभी लालबत्ती, तो कभी फुटपाथपर सोती हुई मिल जाएगी। अब इसे विडम्बना कहिए या कुछ और, परंतु, उसी फुटपाथ के पास कुबेर को मुंह चिढ़ाते महल और अट्टालिकाओं में सोते धनाढ्य भी दिख जाएंगे। सांप्रदायिक सौहार्द और धार्मिक वैमनस्य, बनते-बिखरते सपने, धनाढ्यता-दरिद्रता और न जाने क्या क्या, आपको मुंबई में सबकुछ दिखेगा। बस सवाल ये है कि आप देखना क्या चाहते हैं? समाचार पत्रों और चलचित्रों ने तो नकारात्मक छवि ही दिखाई और प्रतिबिम्बित की है। खैर, हम आपको मुंबई की सकारात्मक छवि से अवगत कराते हैं।
और पढ़ें: महान सम्राट कुमारगुप्त की विरासत शंखलिपि के रुप में आई सामने
प्रयोग
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ शहरों की ईमानदारी को परखने हेतु “The wallet experiment survey” एजेंसी ने एक अनोखा सर्वे किया। इस प्रयोग में शामिल थे- दुनिया के 16 उत्कृष्ट शहर और 192 वालेट यानि की बटुएँ। सभी बटुओं में एक व्यक्ति का नाम, पता, फोन नंबर, फैमिली फोटो, कूपन और बिजनेस कार्ड रखा हुआ था, इसके अलावा प्रत्येक बटुओं में उस देश की नक़दी के हिसाब से 50 डॉलर यानी करीब 3,600 रुपये भी रखे गए थे। प्रत्येक शहर के 12 स्थानों पर उन बटुओं को छोड़ दिया गया। सपनों के इस शहर में छोड़े गए 12 बटुओं में से 9 बटुएँ वालेट में दिये गए पते पर स्वतः पहुंचा दिये गए। यह घटना मुंबई के बाशिंदों की सत्यनिष्ठा दर्शाती है।
इसी के साथ मुंबई को दुनिया का दूसरा सबसे ईमानदार शहर होने का ख़िताब हासिल हुआ। 12 में से 11 बटुओं को यथोचित पते पर पहुंचा कर नीदरलैंड का हेलेन्स्की शहर सबसे अग्रणी रहा। न्यूयॉर्क और बुडापेस्ट में 12 में से 8, मॉस्को और एम्स्टरडैम में 7, बर्लिन और लुब्लियाना में 6 तथा लंदन और वर्साय में 5 बटुओं के वापसी से इन्हें क्रमशः और सन्युक्त स्थान मिला। ब्राजील के रियो डि जिनेरियो, स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख और रोमानिया के बुकारेस्ट में 12 में से 4, चेक रिपब्लिक के प्राग में 3 और स्पेन के मैड्रिड में 2 बटुए ही वापस लौटे हैं। सबसे खराब स्थिति पुर्तगाल की रही, यहां पुर्तगाल के लिस्बन शहर में 12 में से मात्र एक बटुआ ही वापस आया।
और पढ़ें: LIC IPO में चीनी निवेश की हर संभावनाओं को भारत सरकार रोकने जा रही है
मुंबई पर गर्व है
महिन्द्रा एंड महिन्द्रा के प्रमुख आनंद महिन्द्रा ने बुधवार को ‘The Wallet Experiment’ के इस सर्वेक्षण का ट्वीट साझा कर मुंबईवासियों को खुश कर दिया। सबसे आश्चर्यजनक बात तो ये है कि तुलनात्मक रूप से मुंबई की प्रति व्यक्ति आय अपने सभी प्रतिस्पर्धियों से काफी कम है। यह प्रयोग एक भारतीय के नाते हमें गर्व की अनुभूति कराता है। यह सर्वेक्षण दर्शाता है कि सम्पूर्ण खूबियों और खामियों से परे मुंबई के बाशिंदे सत्यनिष्ठा, कर्तव्यनिष्ठ और आदर्श नागरिक मूल्यों पर पूर्णतः अडिग और अविचलित खड़े है।
और पढ़ें: मोपला नरसंहार: क्या हुआ जब मालाबार के हिंदू अपनी ज़मीन लेने वापस पहुँचे